बच्चे के चिड़चिड़ेपन की वजह हो सकती है चीनीः शोध

punjabkesari.in Tuesday, Dec 25, 2018 - 11:43 AM (IST)

छोटे बच्चे का मन बहुत कोमल होता है, कई बार कुछ बातों के लिए उनका व्यवहार बहुत आक्रमक हो जाता है। ऐसा सिर्फ उनके आस-पास के माहौल ही नहीं बल्कि उनके खान-पान के कारण भी होता है। अगर आपका बच्चा भी बात-बात पर चिल्लाता है तो इसकी वजह चीनी हो सकती है। यह हैरान कर देने वाली बात हाल ही में हुए एक शोध में सामने आई है कि जो बच्चे चीनी का अधिक सेवन करते हैं उनका स्वभाव हिंसक हो जाता है। 

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जर्नल सोशल साइंस एंड मेडिसिन में प्रकाशित अध्ययन के मुताबिक यह बात सामने आई है कि ज्यादा शुगर वाली चीजें खाने या पीने से बच्चे के व्यवहार पर बहुत बुरा असर दिखना शुरू हो जाता है। स्टडी के अनुसार, 
बच्चों की बॉडी में शुगर का हाई लेवल होने पर उनके झगड़े में पड़ने की संभावना दोगुनी हो जाती है, जबकि 95 फीसदी बच्चों में नशे की लत लगने की आशंका होती है।

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मिठाइयों से भी ज्यादा खतरनाक चॉकलेट और एनर्जी ड्रिंक

शोधकर्ताओं का यह भी कहना है कि एनर्जी ड्रिंक और चॉकलेट जैसी चीजें सेहत के लिए मिठाइयों से भी ज्यादा हानिकारक है क्योंकि इनमें कैफीन होता है। यह बात इजराइल की बार इलन यूनिवर्सिटी के द्वारा की गई एक स्टडी में साबित हुई। इसमें 137,284 बच्चों पर स्टडी की जिसमें 11, 13 या 15 वर्ष के बच्चों को शामिल किया गया। इसमें पाया गया कि बच्चों के व्यवहार का शुगर की मात्रा से बहुत गहरा संबंध है।

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कितनी मात्रा में लेनी चाहिए शुगर

इस बारे में नेशनल हेल्थ सर्विस इंग्लैंड की गाइडलाइन्स का कहना है कि 11 साल की उम्र वाले बच्चे को 30 ग्राम से ज्यादा शुगर वाले पदार्थों का सेवन नहीं करना चाहिए। वहीं, 4 से 6 साल की उम्र वाले बच्चे को दिन में 19 ग्राम से ज्यादा शुगर नहीं लेनी चाहिए जबकि कोकाकोला के एक कैन में ही 35 ग्राम शुगर होती है। इससे आप अंदाजा लगा सकते हैं कि बच्चे अनजाने में शुगर की कितनी ज्यादा मात्रा का सेवन कर रहे हैं। 
 


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Content Writer

Priya verma

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