Chaitra Navratri में जरूर करें मां दुर्गा के इन मंदिरों के दर्शन, खुल जाएंगे भाग्य
punjabkesari.in Sunday, Apr 14, 2024 - 03:17 PM (IST)
चैत्र नवरात्रि के पावन दिन चल रहे हैं। इस मौके पर पूरे देश का माहौल भक्तिमय हुआ है। कहते हैं मां दुर्गा के नौ स्वरूपों की इस दौरान पूजा करने से मां सारी मनोकामनाएं पूरी करती हैं। ऐसे में अगर इन पावन दिनों में अगर आप भी मां का आशीर्वाद लेना चाहते हैं तो इन प्रसिद्ध मंदिरों के दर्शन जरूर करें...
वैष्णों देवी मंदिर
जम्मी से 61 किलोमीटर दूर उत्तर में त्रिकुट पर्वत पर स्थित ये मंदिर बहुत ही फेमस है। यहां पर हर समय भक्तों की भीड़ रहती है। कहते हैं कि आदिशक्ति स्वरूप महालक्ष्मी, महाकाली और महासरस्वती पिंडी रूप में त्रेता युग से एक गुफा में विराजमान हैं। इस मंदिर के दर्शन के लिए भक्त 14 किलोमीटर की चढ़ाई करके गुफा तक पहुंचते हैं। धार्मिक मान्यता के अनुसार मंदिर के दर्शन के लिए भक्त 14 किलोमीटर की चढ़ाई करके गुफा तक पहुंचते हैं। धार्मिक मान्यता के अनुसार नवरात्रि के 9 दिनों में वैष्णों देवी के दर्शन करने से व्यक्ति की सभी इच्छाएं पूर्ण होती हैं।
कालीघाट मंदिर
कोलकाता में कई सारे मां के भक्त है। यहां पर नवरात्रि की खास धूम भी रहती है। यहां पर स्थिति कालीघाट मंदिर मां दुर्गा के 51 शक्तिपिठों में से एक है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार यहां माता सती के पैर के अंगूठे गिर थे। इसी कारण ये मंदिर बहुत प्रसिद्ध है।मान्यता है कि इस मंदिर में दर्शन करने वाले सभी भक्तों की मनोकामनाएं पूरी होती है।
कामाख्या मंदिर
असम की राजधानी गुवाहाटी के नीलांचल पर्वत में माता सती की योनी गिरी थी। इसने एक देवी का रूप ले लिया और तब से यहां पर कामाख्या देवी के रूप में माता की योनि की पूजा की जाती है। इस स्त्री की योनि से ही इस संसार का निर्माण हुआ है। ऐसे में नवरात्रि में देवी मां के आशीर्वाद लेने से सारी मनोकामानएं पूरी होती है।
ज्वाला देवी मंदिर
ज्वाला देवी मंदिर हिमांचल प्रदेश में स्थित है। यह मंदिर दुर्गा मां के 51 शक्तिपीठों में से एक है, मान्यता के अनुसार यहां माता सती की महाजिह्वा गिरी थी. तब से इस मंदिर में मां भगवती के नौ ज्योति रूपों के दर्शन होते हैं। जिनके नाम महालक्ष्मी, महाकाली, महासरस्वती, हिंगलाज भवानी, विंध्यावासिनी,अन्नपूर्णा, चंडी देवी, अंजना देवी और अम्बिका देवी है। इन नौ देवी के दर्शन के दौरान चौथा दर्शन ज्वाला देवी का ही होता है। नवरात्रि में ज्वाला मंदिर के दर्शन से सभी समस्याएं दूर होती हैं और माता की कृपा सदैव अपने भक्तों पर बनी रहती है।