चार धाम को लेकर आया नया अपडेट, इस दिन बंद होंगे बद्रीनाथ और केदारनाथ धाम के कपाट
punjabkesari.in Thursday, Oct 02, 2025 - 04:46 PM (IST)

नारी डेस्क: उत्तराखंड में हिमालय की पर्वत श्रृंखलाओं पर स्थित श्री बदरीनाथ और श्री केदारनाथ धामों सहित मन्दिर समिति के अधीनस्थ सभी मंदिरों के कपाट शीतकाल में बन्द होने की तिथियां गुरुवार को विजयादशमी पर पंचांग गणना के पश्चात निश्चित की गयी। श्री बदरीनाथ-केदारनाथ मंदिर समिति (बीकेटीसी) अध्यक्ष हेमंत द्विवेदी, उपाध्यक्ष ऋषि प्रसाद सती, मुख्य कार्याधिकारी विजय प्रसाद थपलियाल, हक हकूकधारियों तीर्थ पुरोहितों की उपस्थिति में श्री बदरीनाथ मंदिर परिसर में हुए भब्य धार्मिक समारोह में रावल अमरनाथ नंबूदरी ने कपाट बंद की तिथि की घोषणा की।
14 लाख भक्तों ने किए श्री बदरीनाथ के दर्शन
मानसून की आपदा के बावजूद, अभी तक 14 लाख, 20 हजार, 357 से अधिक तीर्थयात्रियों ने श्री बदरीनाथ धाम के दर्शन कर लिए है। जबकि 16 लाख, 02 हजार, 420 से अधिक ने केदारनाथ धाम के दर्शन किये है। इस तरह दोनों धामों में 30 लाख, 22 हजार, 777 से अधिक तीर्थयात्रियों ने दर्शन कर लिए है। बीकेटीसी के मीडिया प्रभारी डा हरीश गौड़ ने बताया कि कपाट बंद होने की प्रक्रिया के अंतर्गत, पंच पूजाओं के पहले दिन 21 नवंबर को भगवान गणेश की पूजा होगी। शाम को इसी दिन भगवान गणेश के कपाट बंद होंगे। दूसरे दिन 22 नवंबर को आदि केदारेश्वर मंदिर तथा शंकराचार्य मंदिर के कपाट बंद होंगे। तीसरे दिन 23 नवंबर को खडग - पुस्तक पूजन तथा वेद ऋचाओं का वाचन बंद हो जायेगा।
25 नवंबर को बंद होंगे कपाट
चौथे दिन 24 नवंबर को मां लक्ष्मी जी को कढाई भोग चढाया जायेगा 25 नवंबर को दो बजकर 56 मिनट पर श्री बदरीनाथ धाम के कपाट शीतकाल हेतु बंद हो जायेंगे। 26 नवंबर को श्री कुबेर जी एवं उद्धव जी सहित रावल जी सहित आदि गुरु शंकराचार्य जी की गद्दी शीतकालीन प्रवास पांडुकेश्वर तथा श्री नृसिंह मंदिर जोशीमठ को प्रस्थान करेगी। उल्लेखनीय है कि श्री केदारनाथ धाम तथा श्री यमुनोत्री धाम के कपाट भैया दूज 23 अक्टूबर तथा श्री गंगोत्री धाम के कपाट अन्नकूट गोवर्धन पूजा के अवसर पर 22 अक्टूबर अभिजीत मुहूर्त में शीतकाल के लिए बंद हो रहे है। इसी तरह द्वितीय केदार मद्महेश्वर जी के कपाट 18 नवंबर तथा तृतीय केदार तुंगनाथ के कपाट छह नवंबर को शीतकाल हेतु बंद होंगे।