80 साल बाद लौटा ट्रेंड, मिनी प्रोडक्ट्स की बढ़ती मांग
punjabkesari.in Monday, Sep 23, 2024 - 04:07 PM (IST)
नारी डेस्क: दुनिया भर में मिनी प्रोडक्ट्स का क्रेज एक नए मुकाम पर पहुंच गया है! छोटे आकार और आकर्षक डिजाइन के साथ ये प्रोडक्ट्स न केवल उपयोगिता के लिए, बल्कि स्टाइल और यादों के लिए भी बेहद लोकप्रिय हो रहे हैं। आज हम जानेंगे कि आखिर ये मिनी प्रोडक्ट्स क्यों बन रहे हैं एक ऐसा ट्रेंड, जो हर किसी को अपनी ओर खींच रहा है। तो चलिए, इस बढ़ती मांग के पीछे के कारणों और इसके विकास की कहानी में जानते है।
मिनी प्रोडक्ट्स का ऐतिहासिक सफर
मिनी प्रोडक्ट्स का चलन 1960 के दशक से शुरू हुआ था। हालांकि, 2022 में यह ट्रेंड फिर से लौट आया है। अब ये केवल छोटे बैग या बॉटल्स तक सीमित नहीं हैं, बल्कि मेकअप और स्किन केयर प्रोडक्ट्स में भी इसका चलन देखने को मिल रहा है। कंपनियों की रणनीति ने इस ट्रेंड को और भी मजबूती दी है।
युवा पीढ़ी का आकर्षण
विशेषज्ञों के अनुसार, जेन जी (12-27 साल) और जेन अल्फा (0-12 साल के बच्चे) को लग्जरी प्रोडक्ट्स की ओर आकर्षित करने के लिए कोविड के दौर में मिनी प्रोडक्ट्स को लॉन्च किया गया था। ये प्रोडक्ट्स कम दाम में उपलब्ध हैं, जो युवा ग्राहकों को लुभा रहे हैं।
सोशल मीडिया का प्रभाव
मिनी प्रोडक्ट्स की बढ़ती मांग में सोशल मीडिया का महत्वपूर्ण योगदान है। इन छोटे और आकर्षक प्रोडक्ट्स को इंस्टाग्राम, पिंटरेस्ट और टिक टॉक जैसे प्लेटफार्म्स पर खूब प्रमोट किया जा रहा है। उनकी खूबसूरत तस्वीरें और वीडियो फीड पर तुरंत ध्यान खींचते हैं, जिससे लोग उन्हें खरीदने के लिए प्रेरित होते हैं। इसके अलावा, इन प्रोडक्ट्स को कहीं भी ले जाना आसान होता है, जिससे लोग उन्हें Travel या रोजमर्रा के इस्तेमाल में आसानी से शामिल कर सकते हैं। इस ट्रेंड ने न केवल उपभोक्ताओं के बीच लोकप्रियता बढ़ाई है, बल्कि ब्रांड्स को भी नए ग्राहकों को आकर्षित करने का एक सुनहरा अवसर प्रदान किया है।
पुरानी यादों की ताजगी
मिनी प्रोडक्ट्स केवल उपयोगिता के लिए नहीं, बल्कि ग्राहकों की भावनाओं से भी जुड़ते हैं। ये छोटे आइटम Nostalgia का अहसास कराते हैं, ग्राहकों को उनके बचपन की यादों में ले जाते हैं, जब वे छोटी-छोटी चीजों के लिए उत्सुक होते थे। जैसे ही कोई व्यक्ति इन मिनी प्रोडक्ट्स को देखता है, उसे उन खुशनुमा पलों की याद आती है, जब साधारण चीजें भी खुशी का कारण बनती थीं। इस भावनात्मक जुड़ाव के कारण, लोग इन प्रोडक्ट्स को न केवल खरीदते हैं, बल्कि उन्हें अपने जीवन का हिस्सा बनाते हैं। ऐसे छोटे आइटम्स आज की तेज़-तर्रार दुनिया में एक सुकून और सरलता का अनुभव प्रदान करते हैं।
लागत और लाभ
हालांकि मिनी प्रोडक्ट्स की कीमत फुल साइज प्रोडक्ट्स से ज्यादा होती है, लेकिन इनकी लागत कम होने के कारण ये लग्जरी ब्रांड्स के सस्ते विकल्प बन रहे हैं। फैशन इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी की प्रोफेसर शॉन कार्टर का कहना है कि बेहतर शेल्फ स्पेस देने के लिए स्टोर मिनी प्रोडक्ट्स को प्रमुखता दे रहे हैं।
मिनी प्रोडक्ट्स की बढ़ती मांग एक सोची-समझी रणनीति का नतीजा है। इनका चलन न केवल युवा पीढ़ी को लुभा रहा है, बल्कि ब्रांड्स के लिए भी लाभकारी साबित हो रहा है। आने वाले समय में यह ट्रेंड और भी विकसित होने की संभावना है।