सुसाइड के आ रहे हैं ख्याल? ये आसान तरीका अपनाने से भूल सकते हैं आत्महत्या करना
punjabkesari.in Thursday, Sep 11, 2025 - 03:39 PM (IST)

नारी डेस्क : आजकल युवाओं में डिप्रेशन यानी मानसिक दबाव के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। हालांकि, पहले की तुलना में अब आत्महत्या करना (सुसाइड) कम हुआ हैं। लेकिन फिर भी, अगर कभी आपके मन में खुद को खत्म करने के ख्याल आते हैं, तो यह जानना बहुत जरूरी है कि ऐसे समय में क्या करना चाहिए। हर साल World Suicide Prevention Day (विश्व आत्महत्या रोकथाम दिवस) मनाया जाता है। इसका मकसद लोगों को यह समझाना है कि मुश्किल हालात में भी उम्मीद हमेशा रहती है और जिंदगी बेहद कीमती है।
क्यों आते हैं सुसाइड के ख्याल?
सुसाइड के ख्याल अक्सर तब आते हैं जब इंसान को लगता है कि उसकी परेशानियों का कोई अंत नहीं है, और दर्द से बाहर निकलने का कोई रास्ता नहीं। लेकिन सच यह है कि समय के साथ हर मुश्किल आसान हो जाती है, और हर अंधेरे के बाद उजाला जरूर आता है। अगर आपके मन में ऐसे विचार आएं तो जानें क्या करें।
चुप मत रहें, बात करें
अगर आपके मन में मुश्किल ख्याल या दर्द हो रहा है, तो सबसे जरूरी है कि आप चुप न रहें और अपनी भावनाओं को किसी के साथ साझा करें। आप अपने भरोसेमंद दोस्त, परिवार के सदस्य या किसी पेशेवर काउंसलर से खुलकर बात कर सकते हैं। जब आप अपने दिल की बात किसी से साझा करते हैं, तो मन का बोझ हल्का होता है और समस्याओं का सामना करना आसान लगने लगता है। इसके अलावा, बात करने से नए समाधान और रास्ते भी सामने आ सकते हैं, जो आपको मुश्किल समय से निकलने में मदद करेंगे।
ध्यान और मेडिटेशन करें
अपने मन को शांत रखने के लिए ध्यान और मेडिटेशन करना बहुत फायदेमंद होता है। रोजाना थोड़ा समय खुद के लिए निकालें और ध्यान लगाएं। गहरी सांस लें, अपने विचारों को सकारात्मक रखें और खुद को तनावमुक्त महसूस करें। यह अभ्यास न केवल आपके दिमाग को हल्का करता है बल्कि दिल को भी शांति और संतुलन प्रदान करता है, जिससे नकारात्मक और परेशान करने वाले विचार कम होने लगते हैं।
सकारात्मक माहौल अपनाएं
अपने जीवन में सकारात्मक माहौल अपनाना बेहद जरूरी है। कोशिश करें कि आप उन लोगों और परिस्थितियों से दूर रहें जो आपको निराश करते हों या नकारात्मक सोच पर मजबूर करते हों। इसके बजाय, अपने समय को ऐसी गतिविधियों में लगाएं जो आपको खुशी और सुकून दें, जैसे कि संगीत सुनना, किताबें पढ़ना या कोई शौक अपनाना। जब आप अपनी ऊर्जा को खुश करने वाली चीजों में लगाते हैं, तो नकारात्मक विचार धीरे-धीरे कमजोर होने लगते हैं और आपका मन शांत और सकारात्मक महसूस करने लगता है।
हेल्दी लाइफस्टाइल बनाए रखें
एक हेल्दी लाइफस्टाइल अपनाना भी मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य के लिए बहुत जरूरी है। पर्याप्त नींद लें, समय पर और संतुलित खाना खाएं, और अपने शरीर को नियमित रूप से एक्टिव रखें। अगर आप भूखे या थके हुए होंगे, तो इसका नकारात्मक असर आपके मन और शरीर दोनों पर पड़ सकता है और तनाव या नकारात्मक सोच बढ़ सकती है। इसलिए खुद का ख्याल रखना और अपने शरीर को स्वस्थ रखना बेहद अहम है।
अपनी जिंदगी की अहमियत समझें
सबसे जरूरी है कि आप अपनी जिंदगी की अहमियत को समझें। आपकी जिंदगी अनमोल है और आपके परिवार और दोस्तों के लिए आप बेहद मायने रखते हैं। इसके अलावा, आपके सपने और आपकी मेहनत इस बात का सबूत हैं कि आपको अभी बहुत कुछ हासिल करना है और आपके जीवन में कई अवसर इंतजार कर रहे हैं। यही कारण है कि किसी भी मुश्किल समय में भी उम्मीद बनाए रखना और अपने आप पर विश्वास रखना बहुत जरूरी है।
जरूरत पड़ने पर तुरंत मदद लें
अगर हालात बहुत गंभीर हों और आप खुद को संभाल नहीं पा रहे हैं, तो तुरंत मदद मांगना बेहद जरूरी है। आप किसी हेल्पलाइन, डॉक्टर या काउंसलर से संपर्क कर सकते हैं। यह याद रखें कि मदद मांगना कमजोरी नहीं है, बल्कि यह आपकी हिम्मत और जिंदगी के प्रति विश्वास को दर्शाता है। सही समय पर मदद लेना आपको कठिन परिस्थितियों से बाहर निकलने और अपने जीवन को फिर से सकारात्मक दिशा में ले जाने में मदद करता है।
याद रखें, जिंदगी हमेशा जीने लायक होती है और इसका हर पल अनमोल है। मुश्किल वक्त में भी उम्मीद बनाए रखना और सही कदम उठाना आपकी जिंदगी बचा सकता है।