बुढ़ापे में भी दिमाग को स्वस्थ रखेगा Music, स्टडी में हुआ खुलासा
punjabkesari.in Tuesday, Jan 30, 2024 - 10:52 AM (IST)
बढ़ती उम्र के साथ शरीर कई तरह की बीमारियों से घिरने लगता है। 40 वर्ष की उम्र के बाद हार्ट, हाई ब्लड प्रेशर और दिमाग संबंधी समस्याएं भी होने लगती हैं। ऐसे में परेशानी को दूर करते हुए एक नए शोध में हैरान करने वाली बात सामने आई है। शोध की मानें तो जीवन भर संगीत सुनने से आपके दिमाग का अच्छे से विकास हो सकता है। इंटरनेशनल जर्नल ऑफ जेरिएट्रिक साइकिएट्री में प्रकाशित हुए अध्ययन में शोधकर्ताओं ने मस्तिष्क स्वास्थ्य पर संगीत वाद्ययंत्र बजाने या गायन मंडली में गाने का प्रभाव देखने के लिए 40 साल से ज्यादा उम्र के 1,000 से ज्यादा व्यस्कों के डेटा की जांच की है।
शोध में सामने आए नतीजे
10 सालों से चल रहे प्रोटेक्ट नाम के शोध में करीबन 25,000 लोगों ने भाग लिया। निष्कर्षों से पता चला कि पियानो जैसे संगीत वाद्ययंत्र बजाने से याददाश्त और काम करने की कार्य करने की क्षमता में सुधार हो सकता है। शोध में यह भी सुझाव दिया गया कि सिंगिंग बेहतर दिमाग के स्वास्थ्य से जुड़ी हुई है।
अभी ओर शोध की जरुरत
यूके की यूनिवर्सिटी ऑफ एक्सेटर में डिमेंशिया रिसर्च प्रो. ऐनी कॉर्बेट ने कहा कि हमारे प्रोटेक्ट शोध में हमें बूढ़े लोगों के एक बड़े समूह में संज्ञानात्मक प्रदर्शन और संगीत के बीच संबंधों का पता लगाने के एक नया अवसर दिया है। उन्होंने आगे कहा कि हम सोचते हैं कि संगीतमय होना दिमाग के लचीलेपन का प्रयोग करने का एक तरीका हो सकता है जिसे संज्ञानात्मक रिजर्व के रुप में जाना जाता है। इस संबंध में अभी और जांच की जरुरत है लेकिन हमारे निष्कर्षों से यही संकेत मिलता है कि संगीत को बढ़ावा देकर दिमाग को स्वस्थ रखा जा सकता है क्योंकि यह बूढ़े लोगों को बाद के जीवन में संगीत की ओर लौटाने के लिए भी प्रोत्साहित करेगा।
दिमाग के लिए फायदेमंद है संगीत
कार्बेट ने आगे कहा कि संगीत समूह की गतिविधियां डिमेंशिया से पीड़ित व्यक्तियों के लिए फायदेमंद साबित हुई हैं। वहीं इसे देखते हुए वृद्ध व्यस्कों के लिए स्वस्थ उम्र बढ़ने के पैकेज में शामिल किया जा सकता है ताकि उनके अच्छे मस्तिष्क स्वास्थ्य को बढ़ावा देने में मदद मिल सके।