क्या HIV पॉजिटिव मां को Breastfeeding करवानी चाहिए?

punjabkesari.in Wednesday, Dec 01, 2021 - 03:52 PM (IST)

एचआईवी एक ऐसा खतरनाक वायरस है जो व्यक्ति को मौत के दरवाजे तक पहुंचा सकता है। यह वायरस संक्रमित खून, यौन संबंध बनाते समय या संक्रमित इंजेक्शन से स्वस्थ व्यक्ति में फैलता है। वहीं, एचआईवी संक्रमित मां से बच्चे में भी यह इंफेक्शन ट्रांसमिशन हो सकता है। एचआईवी संक्रमित कई महिलाएं सोचती हैं कि क्या वह स्तनपान करवा सकती हैं। चलिए आपको बताते हैं इससे जुड़ी जरूरी बातें...

क्या HIV मां को Breastfeeding करवानी चाहिए?

नहीं... एक्सपर्ट का कहना है कि एचआईवी संक्रमित माताएं एआरटी और मातृ वायरल लोड की परवाह किए बिना शिशुओं को स्तनपान करवाने से पूरी तरह बचें। विश्व स्वास्थ्य संगठन का कहना है कि स्तनपान के माध्यम से वायरस फैलने के जोखिम को कम करने के लिए पॉजिटिव माताओं को एआरटी दिया जाना चाहिए।

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मां से शिशु को कैसे हो सकता है एचआईवी?

एचआईवी एक वायरस है जो शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली पर हमला करता है। यह वायरस स्तन के दूध सहित शरीर के कुछ तरल पदार्थों से फैलता है। ऐसे में पॉजिटिव मां से बच्चे में गर्भावस्था, जन्म या स्तनपान के दौरान एचआईवी वायरस पहुंच सकता है।

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कैसे किया जा सकता है इलाज?

हालांकि कई बार डॉक्टर स्थिति के आधार पर मां को एंटीरेट्रोवायरल थेरेपी, या एआरटी देते हैं। इससे मां से शिशु में एचआईवी संचरण का जोखिम कम होता है। अध्ययन के अनुसार, हाइली एक्टिव एंटी-रेट्रोवाइरल थेरेपी (एचएएटीटी) से प्रेगनेंसी में HIV ट्रांसमिशन का खतरा कम हो सकता है। शोध में पाया गया है कि इससे मां से बच्चे में वायरस ट्रांसमिशन रेट को 1.2% तक कम होता है।

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Content Writer

Anjali Rajput

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