Shilpa Shetty के पति की बढ़ीं मुश्किलें: 60 करोड़ की धोखाधड़ी के मामले में EOW ने भेजा समन
punjabkesari.in Tuesday, Sep 09, 2025 - 09:30 AM (IST)

नारी डेस्क: बॉलीवुड अभिनेत्री शिल्पा शेट्टी के पति और बिजनेसमैन राज कुंद्रा एक बार फिर कानूनी पचड़े में फंस गए हैं। मुंबई पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा (EOW) ने उन्हें 60 करोड़ रुपये से अधिक की धोखाधड़ी के मामले में समन जारी किया है। मामले की गंभीरता को देखते हुए उनके खिलाफ लुकआउट सर्कुलर (LOC) भी जारी किया गया है।
पेशी की तारीख तय: 15 सितंबर को बुलावा
EOW ने पहले राज कुंद्रा को 10 सितंबर 2025 को पेश होने को कहा था, लेकिन उन्होंने समय की मांग की। अब उन्हें 15 सितंबर 2025 को जांच अधिकारियों के सामने उपस्थित होने का निर्देश दिया गया है। यदि वे समय पर पेश नहीं होते हैं, तो उनके खिलाफ और सख्त कानूनी कार्रवाई की जा सकती है।
निवेश के नाम पर धोखाधड़ी का आरोप
यह मामला जुहू पुलिस स्टेशन में दर्ज एक एफआईआर से जुड़ा है। एफआईआर लोटस कैपिटल फाइनेंशियल सर्विसेज के डायरेक्टर दीपक कोठारी ने दर्ज करवाई थी। उनका आरोप है कि उन्होंने शिल्पा शेट्टी और राज कुंद्रा की कंपनी 'बेस्ट डील टीवी प्राइवेट लिमिटेड' में वर्ष 2015 से 2023 के बीच लगभग 60.48 करोड़ रुपये का निवेश किया।
आरोप: कंपनी के नाम पर पैसा लेकर निजी उपयोग में लगाया गया
दीपक कोठारी का कहना है कि उन्होंने यह निवेश कंपनी को आगे बढ़ाने के मकसद से किया था। लेकिन आरोप है कि शिल्पा शेट्टी और राज कुंद्रा ने इस पैसे का इस्तेमाल अपने व्यक्तिगत फायदे के लिए किया। साथ ही, यह भी आरोप है कि निवेश करने से पहले उन्हें कंपनी की असली आर्थिक स्थिति के बारे में गुमराह किया गया।
बैठकों में मिला था पैसे लौटाने का आश्वासन
दीपक कोठारी ने बताया कि उन्होंने कई बार शिल्पा शेट्टी और राज कुंद्रा से मुलाकात की थी। इन बैठकों में उन्हें भरोसा दिया गया था कि उनका पैसा जल्द लौटा दिया जाएगा। लेकिन अब तक कोई भुगतान नहीं किया गया है।
वकील का बयान: दिवालिया कंपनी में कराया गया निवेश
दीपक कोठारी के वकील का कहना है कि उनके मुवक्किल ने पूरे कागजी सबूतों और अनुबंधों के साथ निवेश किया था। उनका यह भी कहना है कि कंपनी पहले से ही दिवालिया हो चुकी थी, लेकिन यह जानकारी जानबूझकर छुपाई गई। इस कारण उनके क्लाइंट को करोड़ों रुपये का नुकसान हुआ।
EOW की गहन जांच जारी, NCLT के ऑडिटर से भी पूछताछ
मामले की जांच आर्थिक अपराध शाखा (EOW) द्वारा की जा रही है। इसके साथ ही, राष्ट्रीय कंपनी कानून न्यायाधिकरण (NCLT) से जुड़े एक ऑडिटर को भी पूछताछ के लिए बुलाया गया है, ताकि कंपनी की वित्तीय स्थिति और निवेश के दस्तावेजों की सत्यता की जांच की जा सके।
अब सबकी नजरें 15 सितंबर पर टिकी हैं, जब राज कुंद्रा को जांच में शामिल होना है। यदि वे पेश नहीं होते हैं, तो उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई और तेज़ हो सकती है। इस मामले में आने वाले दिनों में और भी खुलासे होने की संभावना है।