मां ने कपड़े सिलकर बेटी को बनाया इतना काबिल कि एथलेटिक्स चैंपियनशिप में जीता सिल्वर मेडल
punjabkesari.in Monday, Aug 23, 2021 - 02:14 PM (IST)

टोक्यो ओलिंपिक में भारत के सफल अभियान के बाद भी मेडल लाने का सिलिसला जारी हैं। दरअसल, जहां नीरज चोपड़ा के गोल्ड मेडल के साथ टोक्यो ओलिंपिक का समापन हुआ वहीं दूसरी तरफ वर्ल्ड अंडर-20 एथलेटिक्स चैंपियनशिप में शैली सिंह ने लड़कियों के लॉन्ग जंप इवेंट में सिल्वर मेडल अपने नाम कर लिया। यह मौजूदा चैंपियनशप में भारत का तीसरा मेडल है। सिल्वर मेडल अपने नाम करने वाली एथलीट शैली का यहां तक का सफर बेहद कठिनाईयों भरा रहा जो हर युवा के लिए एक प्रेरणा है। आईए जानते हैं शैली के सिल्वर मेडल तक पहुंचने के सफर के बारे में-
देश के युवाओं के लिए बहुत इन्सपायरिंग है शैली स्ट्रगल की कहानी
उत्तर प्रदेश के झांसी जिले की रहने वाली शैली की मां वनीता सिंह सिंगल मदर हैं और उन्होंने शैली सहित उनकी तीन बेटियां है जिन्हें उन्होंने अकेले पाला है। शैली की मां वनीता सिलाई का काम करती हैं जिससे अपने परिवार औक बच्चियों की परविरश करती हैं।
अंजू बॉबी जॉर्ज के पति ने की एक नज़र ने बदली शैली की जिंदगी
शैली जब 14 साल की थी तब एक जूनियर नेशनल ईवेंट में भारत की स्टार लॉन्ग जंपर रहीं अंजू बॉबी जॉर्ज के पति रॉबर्ट बॉबी जॉर्ज की एक नज़र से उसकी जिदंगी बदल दी। रॉबर्ट बॉबी जॉर्ज ने खुद अंजू को कोचिंग दी थी, लिहाजा जब उन्हें शाली के टेलेंट के बारे में पता चला तो उन्होंने शैली को बेंगलुरु में मौजूद अंजू बॉबी जॉर्ज एकेडमी ट्रेनिंग के लिए बुलाया। शुरुआत में शैली की मां इसके लिए राजी नहीं थीं, लेकिन रॉबर्ट ने उन्हें समझाया कि उनकी बेटी एक चैंपियन एथलीट बन सकती है इशके बाद मां ने हामी भरी।
अंजू बॉबी जॉर्ज का मानना मेरा रिकॉर्ड भी तोड़ेंगी शैली, ओलिंपिक मेडल जीतेंगी
शैली कई बार जूनियर लेवल पर भी नेशनल रिकॉर्ड अपने नाम कर चुकी हैं। वे अंडर-18 कैटेगरी में वर्ल्ड नंबर-1 लॉन्ग जंपर रह चुकी हैं। वहीं अंजू बॉबी जॉर्ज का मानना है कि शैली आने वाले दिनों में उनका रिकॉर्ड भी तोड़ेंगी और देश के लिए ओलिंपिक मेडल जीतेंगी।
...और भी ऊंचे मुकाम पर जा सकती हैं शैली
अंजू बॉबी जॉर्ज के पति रॉबर्ट बॉबी जॉर्ज का कहना है कि लॉन्ग जंप में स्पीड और स्ट्रेंथ काफी मायने रखता है। शैली के पास दोनों है। उन्होंने कहा जैसे-जैसे शैली बड़ी होगी उनका स्ट्रेंथ और बढ़ेगा और वे और भी ऊंचे मुकाम पर जा सकती हैं।