भोले की भक्ती में लीन हुई Shehnaaz Gill, बद्रीनाथ मंदिर में टेका माथा
punjabkesari.in Monday, Nov 13, 2023 - 07:17 PM (IST)
पंजाब की कैटरीना शाहनाज गिल फेस्टिवल के मौके पर भक्ती में लीन होती दिख रही हैं। पिछले दिनों उन्होंने बद्रीनाथ जाकर भोलेनाथ का आशीर्वाद लिया। इन तस्वीरों में शहनाज को बद्रीनाथ मंदिर के पास खड़े होकर कैमरे पर पोज देते देखा जा सकता है। उन्होंने मोटी जैकेट और सिर पर टोपी लगाई हुई है। वहीं इससे पहले भी शहनाज ने एक वीडियो शेयर की थी, जिसमें वो वादियों का मजा लेती नजर आ रही हैं। इस वीडियो में एक्ट्रेस कभी झरने का पानी पीती हैं, कभी वादियों का मजा लेती हैं तो कभी चूल्हे पर खाना बनाती हुए देखी जा सकती हैं। फैंस इन तस्वीरों पर जमकर प्यार बरसा रहे हैं। वैसे इस समय सर्दियां हैं, अगर आप भी बद्रीनाथ मंदिर जाना चाहते हैं इस समय भोलेनाथ के दर्शन करने तो इन बातों का ध्यान रखें...
ट्रेवल एजेंसी की मदद लें
बद्रीनाथ की तीर्थयात्रा संकरी और खतरनाक हिमालयी सड़कों, बदलने वाले मौसम और उबड़-खाबड़ रास्तों से भरी है। बद्रीनाथ के दर्शन सुरक्षित, परेशानी मुक्त और आध्यात्मिक रूप से ज्ञानवर्धक रहें, यह सुनिश्चित करने का सबसे अच्छा तरीका है कि एक प्रतिष्ठित और भरोसेमंद टूर ऑपरेटर या ट्रैवल एजेंसी के माध्यम से अपनी यात्रा की योजना बनाएं।
गर्म कपड़े साथ ले जाएं
केदारनाथ और बद्रीनाथ, दोनों ही काफी ठंडी जगहें हैं, जहां साल भी तापमान काफी ठंडा रहता है। इसलिए बेहतर है कि स्वेटर, जैकेट, थर्मल, विंडचीटर, विंटर कैप, सर्दी के हिसाब से फुटवियर और ग्लव्ज़ साथ रखें। ऐसी कठोर सर्दियों की परिस्थितियों में हाइपोथर्मिया हो सकता है। इसलिए सभी तीर्थयात्रियों को गर्म कपड़ों की लेयर पहनने की सलाह दी जाती है।
दवाइयां साथ रखें
केदारनाथ और बद्रीनाथ का रास्ता काफी लंबा है। पहाड़ी रास्ते भी सीधे नहीं होते, ऐसे में आपको चक्कर या मतली जैसा महसूस हो सकता है। इतनी ऊंचाई पर एक्यूट माउनटेन सिक्नेस (AMS) होना भी आम है। एएमएस के लक्षणों में- सिर दर्द, चक्कर आना, पेट दर्द, सांस लेने में दिक्कत और कमज़ोरी शामिल है। ऐसे में अच्छा होगा अगर आप साथ में दवाइयां भी कैरी कर ले जाएं।
ड्राई फूड और पानी साथ रखें
केदारनाथ और बद्रीनाथ की यात्रा लंबी और शारीरिक रूप से थकाऊ है। यह सलाह दी जाती है कि कभी भी भोजन न छोड़ें या लंबे समय तक भूखे न रहें, क्योंकि इससे AMS के लक्षण बढ़ सकते हैं और आप अस्वस्थ महसूस कर सकते हैं। तीर्थ स्थलों की ओर जाने वाले रास्ते पर बने कई फूड स्टॉल्स और ढाबों से आप खाना खरीद सकते हैं।