क्या आप भी हैं एक बेटी की मां तो जानिए आखिर क्यों छोटी उम्र में लड़कियों को आते हैं पीरियड्स?
punjabkesari.in Tuesday, Jul 25, 2023 - 05:50 PM (IST)
गलत खान-पान और खराब लाइफस्टाइल के कारण कई तरह की बीमारियों का खतरा बढ़ रहा है वहीं इसके कारण आजकल लड़कियों को पीरियड्स भी जल्दी आने लगते हैं। एक्सपर्ट्स के अनुसार,पीरियड्स आने की सही उम्र 12 साल और इससे ज्यादा होती है परंतु कुछ लड़कियां ऐसी हैं जिन्हें 8 से 9 साल में ही पीरियड्स आने लगते हैं। असामान्य पीरियड्स आने के कारण लड़कियां अस्वस्थ भी रहने लगती हैं। ऐसे में मां को अपनी बेटियों को समय रहते ही इसके बारे में बताना चाहिए। इसके अलावा आज आपको बताते हैं कि एर्ली एज पीरियड्स क्यों आते हैं और आप इससे अपने बेटी को कैसे बचा सकते हैं...
जल्दी पीरियड्स के कारण
मोटापा
आजकल बाहरी चीजों का सेवन करने से शरीर में फैट जमा होने लगता है। शरीर में फैट जमा होने के कारण बॉडी में एस्ट्रोजन और इंसुलिन का लेवल बढ़ जाता है जिसके कारण एर्ली ऐज पीरियड्स की समस्या हो सकती है।
ज्यादा प्लास्टिक इस्तेमाल करना
प्लास्टिक की बोतलें, टिफिन और कंटेनर में खाना रखना भी सेहत को नुकसान पहुंचता है। इनमें मौजूद कैमिकल शरीर में जिनोएस्ट्रोजन का स्तर बढ़ाते हैं जिससे कम उम्र में पीरियड्स आने की संभावना बढ़ने लगती है।
जंक फूड और प्रोसेस्ड फूड
आजकल बच्चे जंक फूड और प्रोसेस्ड फूड्स पर बहुत जल्दी जोर देते हैं ऐसे में इसके कारण मोटापा तो आता ही है लेकिन इसके कारण इंसुलिन का स्तर बढ़ता है और प्बूयिरटी उम्र में जल्दी पीरियड्स जैसी समस्या आने लगती है।
कैसे करें बेटियों की केयर?
करवाएं फिजिकल एक्टिविटी
आजकल बच्चे बचपन से ही मोटापे का शिकार होने लगते हैं। ऐसे में बच्चों के शरीर को हैल्दी रखने के लिए आप उन्हें नियमित शारीरिक गतिविधि करनी सिखाएं। आउटडोर गेम्स, खेल और सैर जैसी एक्टिविटीज के साथ बच्चे हेल्दी रहेंगे। ऐसे में आप इनकी आदत अपने लड़कियों को जरुर डालें।
खिलाएं हैल्दी भोजन
बच्चे को हमेशा हैल्दी खाने की आदत ही डालें। रिफाइंड शुगर और रिफाइंड आटा में पाए जाने वाले पोषक तत्व उनके स्वास्त्य के लिए हानिकारक हो सकते हैं। आप फल, सब्जियां, साबुत अनाज और होल ग्रेन जैसी चीजें अपनी बेटी को खिला सकते हैं यह उनकी ऑवरऑल हेल्थ के लिए फायदेमंद रहेगा।
प्लास्टिक करें अवॉयड
बच्चे को बीपीए और थैलेट्स जैसे हानिकारक पदार्थों से भी दूर रखें। इनकी जगह आप खाना कांच के कंटेनर और पानी को भी इनमें स्टोर कर सकते हैं। इसके अलावा प्लास्टिक रैप और डिब्बाबंद खाने वाली चीजों से भी लड़कियों को दूर रखें। इनमें मौजूद कैमिकल्स बच्चे के स्वास्थ्य को प्रभावित कर सकते हैं।
न दें ऐसे डेयरी प्रोडक्ट्स
इसके अलावा आप अपनी बेटी को ऐसे डेयरी प्रोडक्ट्स ही दें जिनमें हार्मोन्स न हो। गाय के दूध में भी कई बार मिलावट की जाती है। ऐसे में आप उन्हें ऐसी चीजों देने से परहेज करें।