पंजाब बाढ़ में फंसी बारात, दूल्हा ट्रैक्टर से पहुंचा दुल्हन के घर, फिर ट्रॉली में बैठाकर लाया अपनी दुल्हन

punjabkesari.in Thursday, Sep 04, 2025 - 12:56 PM (IST)

 नारी डेस्क: पंजाब के होशियारपुर जिले में बाढ़ ने तबाही मचा रखी है। सड़कें लबालब पानी से भरी हुई हैं, गांवों में घुटनों तक पानी घुस गया है, और कारें भी चलने में असमर्थ हैं। ऐसे में एक दिलचस्प और अनूठी घटना सामने आई है, जहां एक दूल्हे ने ट्रैक्टर पर बारात लेकर शादी की और दुल्हन को भी वैसे ही विदा करके ले आया।

कैसे पूरी हुई यह अनोखी शादी?

होशियारपुर के खानाौरा गांव से एक दूल्हे की बारात जानी थी, लेकिन सड़कों पर इतना पानी भर गया था कि न तो पैदल चला जा सकता था और न ही कारें चल पा रही थीं। ऐसे में दूल्हे और उसके परिवार ने एक ट्रैक्टर-ट्रॉली का इंतजाम किया।

दूल्हा और उसके 20 बाराती ट्रैक्टर-ट्रॉली पर सवार हुए और लगभग 1.5 किलोमीटर तक जलमग्न सड़कों से गुजरे। इसके बाद वे कारों में सवार होकर तीन किलोमीटर आगे का सफर तय करके दुल्हन के घर पहुंचे। शादी के बाद दुल्हन को भी उसी ट्रैक्टर-ट्रॉली पर बैठाकर बाढ़ के पानी को पार करके घर लाया गया।

दूल्हे के चाचा ने बताई पूरी कहानी

दूल्हे के चाचा केवल सिंह ने बताया, "हमें दूल्हे और बारातियों को ट्रैक्टर-ट्रॉली पर बैठाना पड़ा क्योंकि कारें गांव में नहीं आ सकती थीं। भारी बारिश और जलभराव के कारण आसपास के कई गांवों से रिश्तेदार शादी में शामिल भी नहीं हो सके।"

उन्होंने आगे बताया कि दूल्हा अपने परिजनों और मित्रों के साथ रवाना होने से पहले बाबा शाह दूत की दरगाह पर आशीर्वाद लेने भी गया था। खानाौरा गांव में अभी भी घुटनों तक पानी भरा हुआ है, जिससे सामान्य वाहनों का आना-जाना मुश्किल है।

होशियारपुर में बाढ़ का हाल

होशियारपुर जिले के 100 से अधिक गांव बाढ़ से प्रभावित हैं। जिला प्रशासन के अनुसार अब तक 119 गांवों को बाढ़ प्रभावित घोषित किया गया है। इनमें गढ़शंकर और मुकेरियां में 31-31, दसूया में 22, तांडा में 25 और होशियारपुर उपमंडल में 10 गांव शामिल हैं।

बाढ़ की वजह से कुल 5,971 हेक्टेयर कृषि भूमि को नुकसान पहुंचा है। खेतों में भरे पानी से धान, गन्ना और अन्य फसलें बर्बाद हो गई हैं। तांडा और मुकेरियां उपमंडलों के कई गांवों में खेतों में पानी भरा हुआ है, जिससे किसानों को भारी नुकसान उठाना पड़ा है।

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पोंग डैम का खतरनाक हाल

इस बीच, अधिकारियों ने बताया कि हिमाचल प्रदेश के जलग्रहण क्षेत्रों में भारी बारिश के कारण पोंग डैम में जल स्तर खतरनाक रूप से बढ़ गया है। बुधवार शाम को बांध में जल स्तर 1,394.32 फुट पहुंच गया, जो कि 1,390 फुट के खतरे के निशान से ऊपर है। बांध में जल प्रवाह 1,40,196 क्यूसेक दर्ज किया गया, जबकि शाह नहर बैराज में जल निकासी लगभग 80,000 क्यूसेक रही।

राहत और बचाव कार्य

बाढ़ से प्रभावित लोगों की मदद के लिए प्रशासन ने राहत शिविर बनाए हैं। अब तक 1,966 प्रभावित लोगों में से 1,615 को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जा चुका है। जिले में पांच राहत शिविर संचालित हो रहे हैं, जिनमें 1,041 लोग रह रहे हैं।

बाढ़ से 32 घर पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गए हैं, जबकि 24 घरों को गंभीर और एक को आंशिक क्षति पहुंची है। दो पशु शेड भी नष्ट हो गए हैं।

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प्रशासन का आश्वासन

उपायुक्त आशिका जैन ने कहा कि नुकसान के आकलन के बाद मुआवजा प्रदान किया जाएगा। उन्होंने कहा, "सभी विभाग समन्वय से कार्य कर रहे हैं ताकि प्रभावित क्षेत्रों में राहत और बचाव कार्य समय पर हो सके। स्थिति नियंत्रण में है और हरसंभव सहायता दी जा रही है।"

भारी मानसूनी बारिश को देखते हुए उपायुक्त ने जिले भर में नदियों, मौसमी नालों और नहरों में नहाने और उनके किनारों पर चलने पर पूर्ण प्रतिबंध लगा दिया है।

इस बाढ़ के बीच भी लोगों का जीवन चल रहा है और शादी जैसे खुशी के मौकों पर भी लोग अपनी मुश्किलों को हिम्मत से झेल रहे हैं, जैसा कि होशियारपुर के इस दूल्हे ने दिखाया।

 

 

 
 


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Content Editor

Priya Yadav

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