पर्यावरण बचाने के लिए इस महिला की अच्छी पहल, बेकार टायरों से फुटवियर बना कर रहीं बिजनेस
punjabkesari.in Thursday, Dec 24, 2020 - 03:21 PM (IST)
आज कल बहुत कम लोग ऐसे हैं जिन्हें पर्यावरण से प्यार है। आज कल हर तरफ प्रदूषण बढ़ता जा रहा है इससे जितना खतरा मनुष्यों को है उतना ही जानवरों को भी है। पर्यावरण बचाव के लिए लोग बातें तो करते हैं लेकिन इसके लिए कोई कदम नहीं उठाता है। लेकिन आज हम आपको एक ऐसी महिला की कहानी बताते हैं जिन्होंने अपने काम से एक अलग मिसाल कायम कर दी है।
हम बात कर रहे हैं पूजा बाड़मिकर की। जो बेकार टायरों को रिसाइकिल कर फुटवियर बनाने का काम कर रही हैं और पर्यावरण को बचाने में काबीले तारीफ कदम उठा रही है।
बेकार टायरों के बनाती हैं फुटवियर
दरअसल एएनआई की रिपोर्ट की अनुसार पूजा ने बताया कि साल भर में तकरीबन 1 करोड़ टायर वेस्ट समझ कर फेंक दिए जाते हैं जिससे नुक्सान हमारे पर्यावरण को होता है। ऐसे में पूजा ने सोचा कि क्यों न वह इनका इस्तेमाल करें ऐसे में उनके मन में इन टायरों को फुटवियर बनाने का विचार आया।
नौकरी छोड़ने के बाद शुरू किया बिजनेस
आपको बता दें कि पूजा इस काम से पहले एक आईटी कंपनी में जॉब करती थीं वहीं पूजा ने रिन्यूएबल एनर्जी में पोस्ट ग्रेजुएशन किया है। नौकरी छोड़ने के बाज पूजा ने इसी लाइन मे आगे बढ़ने की सोची। और आज वह अपना बिजनेस कर रही हैं।
Maharashtra: Pooja Badamikar, a Pune based entrepreneur upcycles scrap tyres to make footwear.
— ANI (@ANI) December 22, 2020
She says, "One billion scrap tyres are discarded annually in the world. I started working with help of local cobblers & made two prototypes. That's how the journey began." (22.12.2020) pic.twitter.com/ffWn6vSZPS
लोकल मोचियों की मदद से की शुरूआत
पूजा के मन में जब इस काम को करने का विचार आया तो इसके बाद उन्होंने इस काम को लोकर मोचियों की मदद से शूरू किया।
मिल चुका है वुमन इंटरप्रेन्योर अवार्ड
पूजा पिछले 2 सालों से अपने फुटवियर ब्रांड 'निमिटल' के तहत काम कर रही हैं। इसके लिए उन्हें वुमन इंटरप्रेन्योर अवार्ड भी मिल चुका है। पूजा की मानें तो आज बढ़ता प्रदूषण हर किसी के लिए चिंता का विषय है और इसकी रोकथाम आज जरूरी है। पूजा इसके साथ लोगों को प्लास्टिक का इस्तेमाल न करने की भी सीख दे रही है।
सच में हम पूजा के इस कदम की तारीफ करते हैं। पूजा आज अपने साथ-साथ बहुत से लोगों को भी प्रेरित कर रही हैं।