आपने भी घर के अंदर लगाया है ये पौधा? तो महादेव के नाराज होने से पहले सुधार लें अपनी गलती
punjabkesari.in Thursday, Jul 17, 2025 - 04:53 PM (IST)

नारी डेस्क: सावन का महीना भगवान शिव को समर्पित होता है और इस दौरान शमी (Shami Plant) का विशेष महत्व बताया गया है। यह पौधा ना सिर्फ धार्मिक दृष्टिकोण से पवित्र माना जाता है, बल्कि वास्तु और ज्योतिष शास्त्र में भी इसे नकारात्मक ऊर्जा दूर करने वाला पौधा कहा गया है। यह पौधा भगवान शिव और शनि देव दोनों से जुड़ा हुआ है, और इसे लगाने से जीवन में सुख-समृद्धि, शांति और नकारात्मक ऊर्जा से रक्षा मिलती है।

शमी का पेड़ कहां लगाना चाहिए
वास्तु शास्त्र और धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, शमी का पौधा घर के मुख्य द्वार के दाईं ओर (दक्षिण दिशा में) या बगीचे में दक्षिण-पश्चिम दिशा में लगाना शुभ माना गया है। यह स्थिति नकारात्मक ऊर्जा और शनि के दुष्प्रभावों को रोकती है। साथ ही, इससे घर में धन-लाभ, शांति, और सकारात्मक ऊर्जा का वास होता है।
घर के अंदर लगाने से बचें ये पौधा
घर के अंदर शमी का पौधा रखने से इसकी सकारात्मक ऊर्जा ठीक से प्रसारित नहीं हो पाती। कुछ शास्त्रों में इसे घर के भीतर रखने को अशुभ भी माना गया है, क्योंकि यह एक ऊर्जावान और शक्ति देने वाला पौधा है, जिसे खुली हवा और धूप की जरूरत होती है। शमी वृक्ष को प्रकृति और आकाश तत्व से जोड़ा गया है, इसलिए इसे खुले स्थान पर लगाना बेहतर रहता है।

शमी के पौधे की पूजा कब और कैसे करें?
शनि वार और सोमवार (विशेष रूप से सावन में) को शमी के पौधे पर जल चढ़ाना, दीपक लगाना और मंत्रों का जाप करना बहुत फलदायक होता है। इस दौरान "ॐ शं शनैश्चराय नमः" और "ॐ नमः शिवाय" का जाप करें। शनि दोष शांति शमी शनि देव को अत्यंत प्रिय है; इससे शनि की साढ़ेसाती और ढैय्या में राहत मिलती है।मानसिक शांति घर के पास यह पौधा होने से मानसिक तनाव कम होता है।