नया साल आने से पहले निपटा लें ये 5 काम, नहीं तो हो सकती है परेशानी
punjabkesari.in Monday, Nov 16, 2020 - 05:22 PM (IST)
कोरोना कहर के कारण हर कोई साल 2020 के जाने का बेसब्री से इंतजार कर रहा है। ताकि नया साल नई उम्मीदें लेकर आए। बात इस साल की करें तो इस साल हर कोरोना की वजह से हर किसी की जिंदगी पर भारी असर पड़ा। खासतौर पर पैसों को लेकर लोगों की सोच में बहुत बदलाव आया है। सेहत के प्रति जागरूक होने से लोग स्वास्थ्य व जीवन बीमा करवाने की ओर ध्यान दे रहे हैं। ऐसे में अगर आप भी स्वास्थ्य बीमा करवाने की सोच रहे है तो आपको कुछ बातों पर विशेष ध्यान देने की जरूरत है। ताकि इसके गलत परिणामों से बचकर सही से लाभ उठाया जा सके।
आयरकर रिटर्न जरूर करें दाखिल
इस साल केंद्रीय प्रत्यक्ष बोर्ड (CBDT) ने इस साल कोरोना के कारण आयकर की रिटर्न की अवधि बढ़ा दी है। इसकी समय-सीमा 2019-2020 31 दिसंबर 2020 तक हो गई है। ऐसे में इसकी रिटर्न भरना ना भूलें। नहीं तो करदाताओं को जुर्माने का भुगतान करना पड़ सकता है।
इसे भरने के लिए नई व पुरानी टैक्स व्यवस्था को चुनें
इस बार वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने करदाताओं को टैक्स भरने में राहत दी है। ऐसे में नई टैक्स की व्यवस्था का ऐलान किया गया था। इसमें करदाताओं को छूट है कि वे नई या पुरानी टैक्स व्यवस्था को चुन कर टैक्स को भर सकते हैं। मगर इसका समय पर भुगतान करना जरूरी है।
यहां आपको बता दें कि इस नई योजना के तहत टैक्स व्यवस्था में 5 से 7.5 लाख रूपए की सालभर की आय में टैक्स रेट कम कर 10 फीसदी किया गया है। इसके बाद 7.5 से 10 लाख के ऊपर की सालाना आय वाले लोगों की टैक्स रेट 15 फीसदी की गई है। 10 से 12.5 लाख वालों 20 फीसदी, 12.5 से 15 लाख वालों को 25 फीसदी और 15 से अधिक आय वाले लोगों की आय पर टैक्स रेट 30 फीसदी तक रहेगा।
बीमा पॉलिसी पर भी दें ध्यान
इस साल भारी मात्रा में लोगों ने बीमा पॉलिसी ली। ऐसे में अगर आपने भी बीमा करवा रखा है तो इसे एक बार चैक करें कि यह काफी है या नहीं। बात अब बड़े शहरों के लोगों की करें तो उन्हें 5 से 10 लाख रूपए तक की बीमा पॉलिसी लेनी चाहिए। वैसे हैल्श इंश्योरेंस सालाना कमाई से 10 या 20 गुना होना चाहिए।
लोन रिफाइनेंसिंग का भी रखें ध्यान
इस साल आर्थिक तौर पर सहायता देने के लिए सरकार व केंद्रीय बैंक (RBI) लोन की किस्त चुकाने में 6 महीनों तक की छूट दी थी। साथ ही बैंकों द्वारा लोन भी कम ब्याज पर दिए गए थे। ऐसे में आपको लोन रिफाइनेंसिंग के बारे में सोचते हुए इस पर ध्यान देना चाहिए। हो सकता है कि इससे आपको थोड़े कम दर पर लोन मिल सके। इसके साथ ही आप उस बैंक में अपना लोग ट्रांसफर करवा सकते हैं जिस बैंक में लोन की दर कम हो। ऐसे में लोन भी कम चुकाना पड़ेगा।
क्रेडिट स्कोर का भी रखें ध्यान
क्रेडिट स्कोर खराब होने पर लोन मिलने में परशानियों का सामना करना पड़ता है। साथ ही क्रेडिट कार्ड बनने में भी दिक्कतें आती है। ऐसे में क्रेडिट इनफॉर्मेशन ब्यूरो इंडिया लिमिटेड आपके लिए 300 से 900 के बीच आपको स्कोर देंगे। इससे ही पता लगाया जाता है कि सामने वाले का पहला कार्ड कितना इस्तेमाल हुआ, बैंक खाता कैसे चल रहा है, कभी कोई चेक बाउंस हुआ या नहीं, चल रहा लोन कैसा है, लोन की रीपेमेंट, साथ ही लोन व क्रेडिट कार्ड का आवेदन कितनी बार दिया गया है। ऐसे में अपने क्रेडिट स्कोर को देखते रहे।