पितरों को भोग लगाने के लिए इस एक चीज का इस्तेमाल जरूर करें
punjabkesari.in Tuesday, Sep 17, 2024 - 03:16 PM (IST)
नारी डेस्क: 17 सितंबर से पितृ पक्ष की शुरुआत हो चुकी है, जो अमावस्या के दिन समाप्त होगा। इस पंद्रह दिवसीय अवधि के दौरान, पितरों को भोग अर्पित करने की परंपरा है, जिससे उनके आशीर्वाद प्राप्त होते हैं और जीवन में सुख-संपत्ति आती है। पितरों को प्रसन्न करने के लिए उड़द की दाल का विशेष महत्व है। आइए जानते हैं इस दाल का पितृ पक्ष में क्या खास महत्व है और इसके साथ किस प्रकार की चीजें भोग में शामिल की जानी चाहिए।
पितृ पक्ष में उड़द की दाल का महत्व
पितृ पक्ष को श्राद्ध पक्ष भी कहा जाता है, जो पूर्वजों की आत्मा की शांति और उनके आशीर्वाद प्राप्त करने का समय होता है। इस अवधि में अपने पूर्वजों को भोजन अर्पित करने से जीवन की समस्याए समाप्त होती हैं और पारिवारिक सुख-शांति बनी रहती है। उड़द की दाल को पितरों के भोग में शामिल करना विशेष महत्व रखता है, क्योंकि यह उन्हें खुश करता है और घर में सुख-समृद्धि लाता है। उड़द की दाल से भोग लगाने की मान्यता है कि इससे दीर्घायु, वंश वृद्धि, धन और लक्ष्मी की प्राप्ति होती है।
उड़द की दाल से पितरों को भोग
उड़द की दाल का भोग पितरों को प्रसन्न करता है और उनका आशीर्वाद प्राप्त होता है। इस दौरान, उड़द की दाल से बनी विभिन्न व्यंजन जैसे उड़द की दाल की कचौड़ी, पकौड़े, दही बड़े, और इमरती भोग में शामिल किए जा सकते हैं। उड़द की दाल से बनी ये चीजें पितरों की पसंदीदा मानी जाती हैं और उन्हें प्रसन्न करने के लिए आदर्श होती हैं।
उड़द की दाल की रेसिपी
उड़द की दाल एक स्वादिष्ट और पौष्टिक भारतीय व्यंजन है, जिसे विभिन्न तरीकों से तैयार किया जा सकता है। यहा एक सरल और स्वादिष्ट उड़द की दाल की रेसिपी दी गई है
सामग्री
1 कप उड़द की दाल (छिलके वाली)
2 टेबल स्पून घी या तेल
1 टी स्पून जीरा
1 टी स्पून राई
1/2 टी स्पून हल्दी पाउडर
1 टी स्पून गरम मसाला
1 टी स्पून लाल मिर्च पाउडर
1 टी स्पून अदरक-लहसुन का पेस्ट
1 प्याज (बारीक कटा हुआ)
2 टमाटर (कटा हुआ)
2 हरी मिर्च (कटी हुई)
1/2 कप हरा धनिया (कटा हुआ)
नमक स्वाद अनुसार
4 कप पानी
विधि
उड़द की दाल को अच्छे से धो लें और 30 मिनट के लिए पानी में भिगो दें। एक प्रेशर कुकर में दाल को 4 कप पानी के साथ डालें। दाल को 2-3 सिटी तक पकाए या जब तक दाल पूरी तरह से नरम और पकी हुई न हो जाए। एक कढ़ाई में घी या तेल गर्म करें। इसमें जीरा और राई डालें, और जब ये चटकने लगे, तो अदरक-लहसुन का पेस्ट डालें। प्याज डालें और उसे सुनहरा भूरा होने तक भूनें।अब टमाटर और हरी मिर्च डालें। टमाटर को नरम होने तक पकाएं। अब हल्दी पाउडर, गरम मसाला, लाल मिर्च पाउडर और नमक डालें। अच्छी तरह से मिला लें और मसाले को कुछ मिनट तक भूनें। पकी हुई दाल को मसाले में डालें और अच्छी तरह से मिलाएं। दाल को 5-7 मिनट तक उबालें ताकि मसाले दाल में अच्छे से मिल जाएं और दाल गाढ़ी हो जाए। हरा धनिया डालें और अच्छे से मिलाएं। गरमागरम उड़द की दाल तैयार है।
पितृ पक्ष के इन दिनों में, उड़द की दाल का विशेष स्थान है और इसे भोग में शामिल करना अत्यंत महत्वपूर्ण है। इससे न केवल पितरों को प्रसन्न किया जा सकता है, बल्कि परिवार के जीवन में भी सुख और समृद्धि का वास होता है।