Corona Vaccine: फाइजर वैक्सीन 95% असरदार, दूसरे ट्रायल में दिखे थे साइड-इफैक्ट
punjabkesari.in Thursday, Nov 19, 2020 - 09:53 AM (IST)
कोरोना संक्रमण को खत्म करने के लिए जहां हर कोई वैक्सीन का इंतजार कर रहा है वहीं मॉडर्ना (Moderna) ने 95%, रूस 92% और फाइजर ने 90% दवा को कारगार बताया। अब खबरे आ रही है कि अमेरिकी कंपनी फाइजर ने दावा किया है कि उनकी वैक्सीन तीसरे क्लीनिकल ट्रायल में 95% प्रभावी पाई गई।
5 करोड़ बनाने की तैयारी में फाइजर
जर्मन कंपनी बायोएनटेक और अमेरिकी फार्मा कंपनी फाइजर ने मिलकर यह वैक्सीन तैयार किया है। कंपनी के मुताबिक, वैक्सीन तीसरे ट्रायल में सुरक्षा और इलाज के नतीजों पर 95% खरी उतरी है। सिर्फ उम्रदराज ही नहीं बल्कि यह वैक्सीन हर उम्र के लोगों पर असरदार रही और इसके कोई साइड इफेक्ट नहीं दिखे। अब फाइजर वैक्सीन के 5 करोड़ डोज तैयार करने में जुट गया है, ताकि जल्द से जल्द टीकाकरण शुरू किया जा सके।
170 लोगों पर किया गया शोध
PFizer ने कहा कि शोध में 170 कोरोना पॉजिटिव वॉलिंटियर्स को शामिल किया गया, जिसमें टीके के उम्मीदवार BNT162b2 को पहली खुराक दी गई थी। उस व्यक्ति में वैक्सीन ने 28 दिन बाद 95 प्रतिशत अच्छा असर किया। इसके अलावा मरीज में कोई गंभीर लक्षण भी नहीं दिखाई दिए। कंपनी एकत्र किए गए सुरक्षा और प्रभावकारिता डेटा के आधार पर यूएसए के लिए यूएस एफडीए को एक अनुरोध प्रस्तुत करने की योजना बना रही है।
वैक्सीन के लिए डिलीवरी भी बड़ी चुनौती
हालांकि भारत में वैक्सीन ट्रायल को खारिज कर दिया है क्योंकि इसे -70 डिग्री सेल्सियस के तापमान पर रखना होता है जो एक बहुत बड़ी चुनौती है। सरकार ने कहा कि वैक्सीन प्राप्त करने के लिए वह कोई तरीका खोज रहे हैं। वहीं, कंपनी के लिए भी यह बड़ी चुनौती है कि हॉस्पिटल पहुंचाने तक तापमान को कैसे सही रखा जाए।
कोई गंभीर साइड इफेक्ट नहीं
कंपनी का कहना है कि वैक्सीन का अच्छा असर दिख रहा है और कोई साइड इफेक्ट भी नहीं हुए। वॉलंटिअर्स में दूसरी खुराक देने के बाद 3.7% हल्की थकान देखी हई लेकिन 2% से ज्यादा लोगों में सिर्फ यही समस्या दिखी थी। हालांकि वैक्सिनेशन के बाद कुछ उम्रदराज लोगों में साइड इफेक्ट्स दिखे थे लेकिन वो गंभीर नहीं थे।
दूसरे ट्रायल में दिखे थे साइड-इफैक्ट्स
हालांकि इससे पहले दूसरे ट्रायल में हिस्सा ले रहे वॉलंटिअर्स ने बताया कि वैक्सीन के बाद वह 'हैंगओवर' जैसा महसूस कर रहे थे। उन्हें सिरदर्द, बुखार और मांसपेशिंयों में दर्द भी रहा जोकि फ्लू की वैक्सीन लेने के बाद भी होता है।