श्रीकृष्ण जन्मोत्सव में भाग नहीं ले सकेंगे भक्त, लाइव देखकर करें आराध्य के दर्शन
punjabkesari.in Friday, Aug 07, 2020 - 06:26 PM (IST)
जन्माष्टमी का त्योहार पूरे भारत में बड़े जोरों- शोरों से मनाया जाता है। इस त्योहार पर होने वाले कार्यक्रमों का आयोजन करीब 6 दिन पहले से ही शुरू हो जाता है। कृष्ण जी के जन्म स्थान मथुरा में बड़े धूमधाम से इस त्योहार भक्तों द्वारा बड़े धूमधाम से मनाया जाता है। मगर इस बार कोरोना वायरस के तेजी से फैलने के कारण इस त्योहार को मनाया तो जाएगा मगर कृष्ण भक्तों को यहां आने की मनाही होगी। ताकि इस वायरस के ज्यादा फैलने का कोई खतरा न रहे। मगर इस पर भक्तों को निराश होने की जरूरत नहीं है। सभी भक्तजन अपने घर पर रह कर ही श्रीकृष्ण जन्मस्थान पर आयोजित होने वाले जन्मोत्सव का लाइव प्रसारण देखकर इस कार्यक्रम में शामिल हो सकते हैं।
11 अगस्त को मनाया जाएगा श्रीकृष्ण जन्मोत्सव
इस साल जन्माष्टमी 12 अगस्त को है। मगर मथुरा में इस साल श्रीकृष्ण जन्मोत्सव का त्योहार अगस्त की 11 तारीख को मनाया जाएगा। अगर बात हम पिछले सालों की करें तो इस दिन को मनाने के लिए मथुरा में 6 दिन पहले से ही तैयारियां शुरू हो जाती थी। मगर अब कोरोना के कारण इस साल कोई ज्यादा तैयारी नहीं की जा रहीं है।
भक्त करें लाइव दर्शन
इस साल कृष्ण जन्मभूमि में आयोजन होने वाले कार्यक्रमों में भक्तों को आने की मनाई। ताकि कोरोना वायरस से बचा जा सकते हैं। मगर यह महोत्सव हमेशा की तरह बड़ी धूमधाम और श्रद्धा के साथ मनाया जाएंगा। ऐसे में जो लोग वहां जाकर कर श्रीकृष्ण के दर्शन करना चाहते थे। उन्हें निराश होने की जरूरत नहीं है। असल में, प्रिंट और इलेक्ट्रॉनिक मीडिया के जरिए इस कार्यक्रम का लाइव प्रसारण दिखाया जाएगा। ऐसे में आप अपने घर बैठे परिवार के साथ श्रीकृष्ण जन्मोत्सव का लाइफ प्रसारण द्वारा देख सकते हैं।
इस बार नहीं होगा भंडारे
बता दें, पिछले वर्षों में जहां श्रीकृष्ण की जन्मभूमि मथुरा में करीब 250 जगहों पर भंडारों का आयोजन किया जाता था। यह भंडारे श्रीकृष्ण के जन्मोत्सव में आने वाले भक्त व यात्रियों के लिए लगाए जाते थे। इन भंडारों का आयोजन मुख्य रूप से मथुरा शहर के अलग-अलग संगठनों द्वारा लगाए जाते थे। मगर इस बार भक्तों के यहां आने की मनाही होने के कारण इस बार भंडारों का आयोजन भी नहीं होगा।
धूमधाम से मनाया जाएगा श्रीकृष्ण जन्मोत्सव
चाहे इस बार की जन्माष्टमी पहले की तरह चहल- पहल वाली नहीं होगी। मगर यहां हम आपको बता दें। इस शुभ दिन को मनाने के लिए सभी मंदिरों को पहले की तरह खूब सजाया जाएगा। सभी आयोजदन पहले की भांति ही किए धूमधाम से किए जाएंगे।