बैंक में शानदार नौकरी के बाद भी था UPSC क्रेक करने का क्रेज, 5 बार हुईं फेल...फिर ऐसे बनी बात

punjabkesari.in Thursday, May 16, 2024 - 11:38 AM (IST)


यूपीएससी सिविल सेवा का एग्जाम पास करने सब के बस की बात नहीं है। इसके लिए हर साल लाखों लोग अप्लाई तो करते हैं, लेकिन सफलता सिर्फ कुछ लोगों के हाथ ही लगती है। लेकिन अगर कुछ करने के ठान लो तो वो चीज नामुमकिन नहीं है। ऐसा ही कुछ जुनून चढ़ा था पश्चिम बंगाल की परमिता मालाकार को। वो जॉब तो कर रही थीं, लेकिन उन्हें यूपीएससी क्रेक करना था। इसलिए उन्होंने अपने लक्ष्य को पाने की ओर काम करना शुरु किया। इस दौरान वो अपनी 12 घंटे की जॉब भी कर रही थीं। कई बार नौकरी भी बदली और साथ- साथ में यूपीएससी की तैयारी करती रहीं। इसके बाद 6वें प्रायस में कामयाब हुईं। कोई और होता तो शायद वो हार मान लेता पर परमिता ने हार नहीं मानी।

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कई बार बदली नौकरी

परमिता मालाकार ने साल 2012 में बीएससी (ऑनर्स) में फिजिक्स की डिग्री ली थी। इसके तुरंत बाद उन्होंने अपने परिवार की मदद के लिए एक बीपीओ में नौकरी कर ली। बीपीओ में कुछ महीने जॉब के बाद परमिता ने अपना कॉर्पोरेट करियर शुरू किया। उन्होंने पहले टीसीएस में और स्टेट बैंक ऑफ इंडिया ज्वाइन किया। इसके बाद उन्हें 2020 में उप- प्रभागीय सूचना एवं सांस्कृतिक अधिकार (SDISO) की सरकारी नौकरी मिली।

TCS में जॉब के साथ ही शुरु कर दी  UPSC की तैयारी

परमिता ने यूपीएससी की तैयारी पहली बार साल 2018 में नौकरी मिलने के बाद ही शुरु कर दी। परमिता का कहना है कि टीसीएस में 12 घंटे की जॉब के साथ ही उन्होंने अपनी तैयारी शुरु कर दी। पढ़ाई के लिए बहुत ही कम समय मिलता था। इसका नतीजा ये हुआ की वो पहले attempt में फेल हो गईं। इससे उनको काफी झटका लगा, उन्हें लगा शायद यूपीएएसी क्रेक करने उसके बस की नहीं है। लेकिन इसी संदेह ने उन्हें बार- बार एग्जाम में बैठने के लिए प्रेरित किया, ताकि वो अपनी क्षमता पहचान सकें। इसके बाद परमिता का आत्मविश्वास बढ़ने लगा।

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30 साल की उम्र में देना शुरु किया यूपीएससी एग्जाम

वो 30 साल की हो गई थीं, जब उन्होंने एलआईसी, बैंक पीओ, रेलवे और पश्चिम बंगाल लोक सेवा आयोग की विभिन्न भर्ती परीक्षाएं देनी शुरू की। लगातार प्रयास के बाद साल 2022 में  उन्होंने यूपीएससी सिविल सेवा की प्रीलिम्स और मेन परीक्षा भी पास की। इसके बाद उन्होंने यूपीएससी 2023 में फाइनल सेलेक्शन लिया।

यूपीएससी में ऐसे पाई सफलता

परमिता मालाकार अपनी असफलताओं पर विचार करते हुए कहती हैं कि उनमें एक स्ट्रक्चर्ड अप्रोच की कमी थी। लगातार नौकरियां बदलने से फोक्स्ड तरीके से पढ़ाई का समय काफी सीमित हो गया था। उन्होंने यूपीएससी 2022 की तैयारी में पुराने पश्न पत्रों तो हल करने पर फोकस किया। नतीजा, काफी अच्छा रहा। वो पहली बार यूपीएससी क्रैक करने में सफल रहीं।

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 यूपीएससी की मेन एग्जाम के लिए उन्होंने शुरुआत में सेल्फ स्टडी पर भरोसा जताया। लेकिन उन्हें कई चुनौतियों का सामना करना पड़ा। हालांकि उन्होंने यूपीएससी 2023 की मुख्य परीक्षा के लिए कोलकता में एक कोचिंग संस्थान में दाखिला ले लिया।  साथ ही उन्होंने प्रत्येक सप्ताह मॉक टेस्ट दिये। इस तरह उन्होंने कुल 28 मॉक टेस्ट दिये। यह उनके लिए गेम चेंजर साबित हुआ। परमिता यूपीएससी 2023 ऑल इंडिया 812 रैंक से क्रैक करने में सफल रहीं। हालांकि वो यूपीएससी 2024 की भी प्रारंभिक परीक्षा देने वाली हैं।


 


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Content Editor

Charanjeet Kaur

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