लगातार हो रहा पेट दर्द कहीं IPMN कैंसर तो नहीं? यहां जानिए इसके बारे में सबकुछ
punjabkesari.in Saturday, Jul 17, 2021 - 09:32 AM (IST)
कैंसर एक ऐसी जानलेवा बीमारी है, जिसका अगर समय पर पता ना चले तो व्यक्ति मौत के दरवाजे तक पहुंच जाता है। उन्हीं में से एक है इंट्राडक्टल पैपिलरी म्यूसिनस नियोप्लाज्म (IPMN) सिस्ट, जो अग्न्याशय (pancreas) में पाया जाता है। सही समय पर इलाज न होने पर यह आईपीएमएन (IPMN) ट्यूमर यानि कैंसर के रूप में विकसित हो सकता है। चलिए आपको बताते हैं कि क्या है पैन्क्रियाज कैंसर और कैसे किया जाए इसका इलाज
कैसे काम करती है पैंक्रियाज?
पैन्क्रियाज, पेट की बड़ी ग्रंथि और छोटी आंत के ऊपरी हिस्से में बाईं तरफ स्थित एक छोटा-सा अंग है। यह डायबिटीज का कारण बनने वाली बीटा कोशिका की मदद से पाचन एंजाइम, हाॅर्मोन्स,इंसुलिन का उत्पादन करता है। साथ ही यह मेटाबॉलिज्म, शरीर की मांसपेशियों, वसा और लिवर द्वारा ग्लूकोज के अवशोषण में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। साथ ही जब अग्न्याशय सही मात्रा में इंसुलिन नहीं बना पाता तो शरीर में रक्त शर्करा बढ़ जाता है। इससे कोशिकाओं को पर्याप्त ऊर्जा नहीं मिल पाती है, जिससे कई हैल्थ प्रॉब्लम्स का खतरा बढ़ जाता है।
क्या है पैंक्रियाज कैंसर?
पैंक्रियाज कोशिकाएं फ्लूइड, हवा या किसी ठोस सामग्री से भरकर एक समूह बना लेती हैं जिसे सिस्ट कहा जाता है। अग्न्याशय में अलग-अलग तरह के सिस्ट बन सकते हैं, जिनमें से सीरस और म्यूकिनस मुख्य हैं। तरल पदार्थ से बनने वाला म्यूकिनस सिस्ट आईपीएमएन ही आगे चलकर कैंसर को जन्म देता है। यह सीरस सिस्ट के मुकाबले अधिक चिपचिपा होता हैं।
पुरुषों को महिलाओं से अधिक खतरा
शोध के मुताबिक, पुरुषों में पैंक्रियाज कैंसर का खतरा 0.5 और महिलाओं में 0.2 होता है, जिसके लक्षण ज्यादा स्टेज 4 पर ही सामने आते हैं।
पैंक्रियाज कैंसर के जोखिम कारक
. पारिवारिक इतिहास यानि जनेटिक
. धूम्रपान व शराब का सेवन
. मोटापा
. डीडीटी, डीडीडी और एथिलीन कीटनाशकों और रसायनों के संपर्क में आना
. खराब लाइफस्टाइल
आईएमएन ट्यूमर के लक्षण
शोध के मुताबिक, होने वाली सिस्ट आगे जाकर आईपीएमएन ट्यूमर में बदल जिसके लक्षण नहीं दिखाई देते लेकिन सिटी स्कैन से इसका पता लगाया जा सकता है। हालांकि कुछ मामलों में इसके हल्के लक्षण दिखाई देते हैं जैसे -
. पेट में दर्द
. बार-बार पीलिया
. जी मिचलाना व उल्टी
. अचानक वजन घटना (Unintended weight loss)
. पैरों के तलवे में सूजन
आईएमएन ट्यूमर का निदान
सीटी स्कैन (CT Scan), एंडोस्कोपिक अल्ट्रासाउंड (Endoscopic Ultrasound), बायोप्सी (Biopsy), मैग्नेटिक रिसोनेंस चोलंगियोपेंक्रोग्राफी तकनीक द्वारा आईपीएमएन ट्यूमर की जांच की जाती है। इसके बाद स्थिति के हिसाब से मरीज का इलाज शुरू किया जाता है।
इस बीमारी से बचाव
-डाइट में ताजे फलों का रस व हरी सब्जियां शामिल करें। इससे अग्नाशय कैंसर से लड़ने में सक्षम होगा और आप इससे बचे रहेंगे।
-आहार में रेड मीट व वसा, जंक फूड्स, ऑयली व मसालेदार भोजन कम लें।
-ब्रोकली में मौजूद फाइटोकेमिकल्स कैंसर की कोशिकाओं से लड़ने में मदद करते हैं। साथ ही ब्रोकली एंटीऑक्सीडेंट होने के कारण खून को साफ रखने में भी मदद करती है।
-ग्रीन टी, लहसुन, सोयाबीन और एलोवेरा का सेवन करें क्योंकि इनमें एंटी-कैंसर गुण होते हैं।
अगर ऐसे लक्षण दिख रहे हैं तो जरूरी नहीं कि किसी व्यक्ति को पैंक्रियाज कैंसर हो। आप कैंसर की जांच करवा सकते हैं। साथ ही किसी भी तरह के कैंसर से बचने के लिए हैल्दी डाइट व लाइफस्टाइल को फॉलो करें।