Mahashivratri पर शिवलिंग पर धतूरा सहित चढ़ाएं ये चीजें, महादेव होंगे प्रसन्न
punjabkesari.in Monday, Feb 28, 2022 - 11:16 AM (IST)
हिंदू धर्म में महाशिवरात्रि पर्व का विशेष महत्व है। मान्यता है कि इस दिन भगवान शिव और माता पार्वती का मिलन यानि विवाह हुआ था। इसलिए देशभर में इस पावन पर्व को बड़ी धूमधाम से मनाया जाता है। धार्मिक मान्यताओं अनुसार, महाशिवरात्रि के पर्व पर शिव जी, माता पार्वती, गणेश जी की पूजा व व्रत करने से शुभफल की प्राप्ति होती है। हर साल यह त्योहार फाल्गुन महीने के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी को मनाया जाता है। इस बार यह शुभ तिथि 1 मार्च 2022, दिन मंगलवार को पड़ रही है। विष्णु पुराण अनुसार, इस शुभ दिन पर भगवान शिव को कुछ चीजें चढ़ाने से वे जल्दी प्रसन्न होते हैं। चलिए जानते हैं उन चीजों के बारे में...
बेलपत्र
पुराणों में बेलपत्र को शिवजी की तीसरी आंख बताया गया है। ऐसे में यह महादेव को अतिप्रिय है। मान्यता है कि शिवलिंग पर बेलपत्र चढ़ाने से मनचाहा फल मिलता है।
शमी के पत्ते
भगवान शिव को शमी के पत्ते अतिप्रिय होते हैं। ऐसे में आप महाशिवरात्रि के पावन पर्व में शिवलिंग पर शमी के पत्ते जरूर चढ़ाएं। मान्यता है कि इससे भगवान शिव भक्तों के सारे कष्ट दूर कर देते हैं। साथ ही कुंडली में शनि के प्रकोप से भी बचे रहते हैं।
अपामार्ग के पत्ते
संतान प्राप्ति के इच्छुक लोग भोलेनाथ को अपामार्ग के पत्ते चढ़ाएं। इसके साथ ही घर में सुख-समृद्धि का वास होता है।
दूध
शिवलिंग पर गाय का कच्चा दूध चढ़ाएं। मान्यता है कि ऐसा करने से भगवान शिव भक्तों को मनचाहा फल देते हैं। इसके साथ ही बीमारियों से बचाव रहता है।
पीपल के पत्ते
शिवलिंग पर बेलपत्र चढ़ाना शुभ माना जाता है। मगर आपको यह ना मिले तो आप पीपल के पत्ते चढ़ा सकते हैं।
धतूरा
महादे को धतूरा अतिप्रिय होने से उनकी पूजा में इसे जरूर चढ़ाएं।
भांग
भांग शिव जी को अतिप्रिय है। शास्त्रों अनुसार, समुद्र मंथन के दौरान भगवान शिव ने गले में विष धारण किया था। विष बेहद गर्म होता है। ऐसे में इसे धारण करने से महादेव को गर्मी लगने लगी थी। उसके बाद उस गर्मी को शांत करने के लिए शिव ने भांग का सेवन किया क्योंकि इस तासीर ठंडी होती है।
दूर्वा
पुराणों अनुसार दुर्वा में अमृत का वास माना गया है। इसलिए महाशिवरात्रि के शुभ अवसर पर शिवलिंग में दुर्वा घास जरूर चढ़ाएं। धार्मिक मान्यताओं अनुसार, इससे शिव जी प्रसन्न होकर इससे भगवान प्रसन्न होकर लंबी आयु प्रदान करते हैं।