भारत की दो बेटियों ने बढ़ाया मान, बॉक्सिंग में गोल्ड मैडल जीत नीतू और स्वीटी ने किया देश का नाम रोशन

punjabkesari.in Sunday, Mar 26, 2023 - 11:39 AM (IST)

भारत की बेटियां किसी से कम नहीं है इस बात को एक बार फिर से नीतू और स्वीटी ने साबित कर दिया है। दिल्ली में खेले जा रहे वर्ल्ड वुमेन्स बॉक्सिंग चैंपियनशिप में देश की दोनों बेटियों ने भारत को गोल्ड मेडल दिलवाया है। स्वीटी बोरा ने 81 किलो भारतवर्ग में चीन की वैंग लीना को हराकर स्वर्ण हराकर पदक अपने नाम किया है। स्वीटी ने यह मुकाबला 4-3 के स्प्लिट डिसिजन से जीता। पहले ही राउंड में उन्होंने चीन के मुक्केबाज पर अपना दबदबा बना लिया था। पहले राउंड में स्वीटी ने चीनी मुक्केबाज के चेहरे पर जोरदार पंच लगाए और पहला राउंड 3-2 से जीत लिया। 

नीतू घंघास ने लगाया शानदार पंच 

नीतू गंघास ने 48 किलोग्राम वर्ग का गोल्ड मेडल अपने नाम किया है। बीते दिन यानी शनिवार को नीतू ने वर्ल्ड बॉक्सिंग चैंपियनशिप के फाइनल में मंगोलिया की लुतसाईखान अल्तासेतनेग को हराकर गोल्ड जीता है। 22 साल की नीतू ने लुत्साईखान अल्तानसेत्सेग को 5-0 से हराकर वर्ल्ड चैंपियन का खिताब जीता है।

स्वीटी बूरा ने भी बढ़ाया मान 

वहीं बॉक्सिंग में नीतू के बाद स्वीटी बूरा ने भी वर्ल्ड चैंपियनशिप अपने नाम की है। उन्होंने 81 किग्रा कैटेगरी में चीन की बॉक्सर को हराकर गोल्ड मैडल जीत लिया है। आपको बता दें कि इससे पहले भी साल 2014 में आईबा म हिला वर्ल्ड बॉक्सिंग चैंपियनशिप के लाइट हैवीवेट क्लास में स्वीटी गोल्ड मैडल जीत चुकी हैं। 

कई सारे विश्व खिताब जीत चुकी हैं नीतू

आपको बता दें कि नीतू इससे पहले भी कई सारे विश्व वर्ल्ड चैंपियन के खिताब हासिल कर चुकी हैं। इस जीत के साथ साल 2022 में स्ट्रैंड्जा मेमोरियल में स्वर्ण पदक जीतने वाली नीतू छठी बार भारतीय मुक्केबाज बनी हैं। इससे पहले छ: बार चैंपियन एम.सी. मैरीकॉम (2002,2005,2006,2008,2010 और 2018), सरिता देवी, जेनी और एल(2006), लेखा केसी(2006) और निकहत जरीन(2022) जैसे कई अन्य मुक्केबाज हैं विश्व खिताब जीते चुकी हैं।  


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palak

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