निक्की भाटी मर्डर केस: ऑडी कार को लेकर था विवाद, ससुर ने किया बड़ा खुलासा

punjabkesari.in Monday, Aug 25, 2025 - 05:27 PM (IST)

नारी डेस्क:  निक्की भाटी हत्याकांड में नए-नए खुलासे सामने आ रहे हैं। यह सिर्फ एक मर्डर नहीं बल्कि एक ऐसे समाज की सच्चाई है, जहां दहेज के लालच में एक बेटी की जिंदगी छीन ली जाती है। इस केस में सामने आया है कि निक्की का पति विपिन और उसके परिवारवाले लगातार दहेज की मांग कर रहे थे। यहां तक कि विपिन की नजर अपने ससुर की नई ऑडी कार पर थी।

विपिन को चाहिए थी ऑडी, कोई काम नहीं करता था

निक्की के पिता भिखारी सिंह ने बताया कि उन्होंने कुछ महीने पहले एक ऑडी कार खरीदी थी, जिसे देख विपिन की नजर उस पर टिक गई थी। विपिन बेरोजगार था, लेकिन उसकी ख्वाहिशें बहुत बड़ी थीं। वह निक्की से बार-बार कहता कि उसके भाई की तरह उसे भी मर्सिडीज दिलवाए। पिता ने बताया कि एक बार उन्होंने बुलेट बाइक भी दिलवा दी, लेकिन फिर भी मांगें खत्म नहीं हुईं। अब वो 36 लाख रुपये की डिमांड कर रहे थे।

दहेज के लिए हो रही थी प्रताड़ना, पंचायत भी हुई थी

भिखारी सिंह ने बताया कि उन्होंने अपनी दोनों बेटियों की शादी में स्कॉर्पियो कार दी थी, लेकिन फिर भी ससुरालवालों की लालच खत्म नहीं हुई। निक्की और उसकी बहन कंचन दोनों को ससुराल में दहेज को लेकर मानसिक और शारीरिक रूप से प्रताड़ित किया जा रहा था। यहां तक कि घटना से 10 दिन पहले एक बार पंचायत भी बुलाई गई थी। उस वक्त निक्की की ससुराल में पिटाई की गई थी और मामला पंचायत तक पहुंचा। इसके बाद विपिन ने गुस्से में कहा था  “इस बार पंचायत को भी देख लूंगा।”

निक्क़ी का पति शराबी और गैरज़िम्मेदार था

निक्की के पिता ने बताया कि उनके दोनों दामाद निकम्मे निकले। खासतौर पर विपिन, जो शराब पीता था, कोई काम नहीं करता था और परिवार की जिम्मेदारी भी नहीं उठाता था। वह निक्की का सम्मान नहीं करता था और उसके अवैध संबंध भी थे। इस सबके चलते निक्की का वैवाहिक जीवन बहुत तनावपूर्ण हो गया था।

बेटे के लिए सब सहती रही निक्की, लेकिन अंत दुखद हुआ

निक्की ने अपने छोटे बेटे की खातिर परिवार को बचाने की हर कोशिश की। वह खुद कमाकर घर चला रही थी और पार्लर का काम करके घर खर्च चला रही थी। लेकिन ससुरालवालों का अत्याचार बढ़ता ही गया। अंत में, दहेज की आग ने एक होनहार बेटी की जान ले ली।

बचपन से ही होशियार थी निक्की, लेकिन सपने अधूरे रह गए

पिता ने बताया कि निक्की और उसकी बहन कंचन ने डीपीएस जैसे स्कूल से पढ़ाई की थी। निक्की बचपन से पढ़ाई में तेज थी। आगे चलकर उसने ब्यूटी पार्लर का कोर्स किया और खुद का काम शुरू किया। वह अपने बेटे और परिवार के लिए सपने संजो रही थी। लेकिन अब उसके सारे सपने अधूरे रह गए।

पिता की दर्दभरी बात: "दहेज के लालचियों ने मेरी बेटी छीन ली"

भिखारी सिंह का कहना है, "मेरी बेटी ने हमेशा सबकुछ सहा, बेटे के लिए घर बचाया, लेकिन ससुराल वालों की लालच और हिंसा ने उसे खत्म कर दिया। अब मेरे पास कुछ नहीं बचा। सिर्फ इंसाफ की उम्मीद है।"

यह केस एक बार फिर समाज के उस काले सच को सामने लाता है जहां दहेज की भूख एक लड़की की जिंदगी निगल जाती है।
 


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Content Editor

Priya Yadav

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