खतरनाक स्ट्रेन: ब्रिटेन के बाद अब दक्षिण अफ्रीका में मिला कोरोना का नया रूप, क्या बदले वायरस पर असर
punjabkesari.in Tuesday, Dec 22, 2020 - 02:22 PM (IST)
दुनियाभर में कोरोना का कहर खत्म होने का नाम नहीं ले रहा। यही नहीं, सालभर तबाही मचा चुका अब तक कई बार रंग भी बदल चुका है। वहीं, अब ब्रिटेन में भी कोरोना का नया रूप देखने को मिल रहा है, जो तेजी से फैल रहा है। इस नए प्रकार के कोरोना को लेकर वैज्ञानिक भी चिंता में पड़ गए है। इसके कारण ब्रिटेन में एक बार फिर प्रतिबंध लगा दिए गए है और फ्लाइट्स पर भी रोक लगा दी गई है।
क्या अधिक खतरनाक है नया स्ट्रेन?
वैज्ञानिकों के मन में यह सवाल बना हुआ है कि क्या यह नया वायरस पहले फैल चुके स्ट्रेन से ज्यादा खतरनाक है? भारतीय मूल अमेरिकी डॉक्टर विवेक मूर्ति ने कहा कि फिलहाल इसका कोई साक्ष्य नहीं है, जिससे पता चल सके कि नया वायरस कितना घातक है। हालांकि उन्हें वायरस का नया स्ट्रेन अधिक संक्रामक लग रहा है।
ब्रिटेन से कई देशों में फैला नया स्ट्रेन
बता दें कि नया स्ट्रेन ब्रिटेन के अलावा ऑस्ट्रेलिया, डेनमार्क, नीदरलैंड और इटली में भी नए कोरोना वायरस की पुष्टि की जा चुकी है। ब्रिटेन के प्रधानमंत्री का कहना है कि यह नया वायरस पहले की मुकाबले 70% अधिक संक्रामक हो सकता है, जिसका परिणाम अब दिखने भी लगा है।
क्या वायरस में परिवर्तन होते रहते हैं?
लीवरपूल यूनिवर्सिटी के इन्फेक्शन एंड ग्लोबल हेल्थ के चेयरमैन का कहना है कि ऐसा पहली बार नहीं है कि कोरोना का नया रूप सामने आया हो। इससे पहले भी यह कई बार रंग बदल चुका है, जिसमें वायरस का D614G प्रकार सबसे आम है। इसके अलावा कोरोना का एक और प्रकार A222V भी यूरोप में काफी फैला था। कोरोना वायरस में हर वक्त म्यूटेट (उत्परिवर्तित) होते रहते हैं, जो नए रूप में उभर कर सामने आ रहे हैं। ऐसे में यह कोई नई बात नहीं है।
कहां से आया कोरोना का नया प्रकार?
विशेषज्ञों की मानें तो कोरोना का यह नया प्रकार ऐसे देश से आया है जहां कोरोना म्यूटेशन यानी उसके बदलते रूप पर निगरानी रखने की क्षमता कम हो। यह नया वायरस भी मरीज के शरीर में जाकर बइम्यूनिटी कमजोर कर देता है और फेफड़ों पर असर डालता है।
क्या नए स्ट्रेन पर काम करेगी वैक्सीन?
फिलहाल वैज्ञानिकों के पास इस बारे में जानकारी नहीं है लेकिन वैक्सीनेशन जारी रखा जा रहा है। ऐसा इसलिए क्योंकि जो वैक्सीन लोगों को दी जा रही है वो इम्यूनिटी मजबूत करती है। वहीं, बदला हुआ का नया रूप भी प्रतिरोधी क्षमता पर हमला करता है। ऐसे में वायरस रूप बदलकर शरीर पर हमला करे, वैक्सीन उसपर हमला करके उसे खत्म कर सकती है।
नए वायरस को फैलने से रोकने के लिए नियमों को बदलने या उसे छोड़ना की जरूरत नहीं। इसलिए मास्क लगाना, सोशल डिस्टेंसिंग और हाथ धोने जैसे नियमों का फॉलो करते रहें। साथ ही हैल्दी डाइट भी लें।