नए साल 2025: ब्रह्म मुहूर्त में करें ये शुभ काम, पूरे साल बरसेगी भगवान की कृपा
punjabkesari.in Monday, Dec 30, 2024 - 03:47 PM (IST)
नारी डेस्क: नए साल की शुरुआत हर कोई शुभ और सकारात्मक तरीके से करना चाहता है। साल का पहला दिन ब्रह्म मुहूर्त में शुभ कार्य करने से पूरे साल सुख, शांति और समृद्धि बनी रहती है। ब्रह्म मुहूर्त का समय सुबह 4 बजे से 6 बजे तक का होता है, और इस दौरान किए गए कार्य विशेष फलदायी माने जाते हैं। आइए जानते हैं इन कार्यों को विस्तार से:
ब्रह्म मुहूर्त का महत्व
पंचांग के अनुसार, 1 जनवरी 2025 को ब्रह्म मुहूर्त का समय सुबह 05:25 बजे से 06:19 बजे तक है। यह समय दिन का सबसे पवित्र समय माना जाता है। इस समय में किया गया ध्यान, पूजा और अन्य धार्मिक कार्य अत्यधिक फलदायी होते हैं।
जल्दी उठकर स्नान करें
नए साल के पहले दिन ब्रह्म मुहूर्त में जल्दी उठने की आदत डालें। सुबह जल्दी उठकर ठंडे या गुनगुने पानी से स्नान करें। स्नान करते समय पानी में थोड़ा गंगाजल मिलाना और भगवान का ध्यान करना शुभ माना जाता है। यह न केवल शारीरिक शुद्धता देता है, बल्कि मानसिक तनाव को भी दूर करता है। स्नान के बाद साफ और स्वच्छ कपड़े पहनें। यह कार्य न केवल आपके दिन को एक नई शुरुआत देगा, बल्कि पूरे साल के लिए ऊर्जा और सकारात्मकता का संचार करेगा।
दीपक जलाएं
स्नान के बाद अपने घर के मंदिर में भगवान के समक्ष घी का दीपक जलाएं। दीपक जलाने का महत्व नकारात्मक ऊर्जा को दूर करना और घर में सकारात्मक ऊर्जा लाना होता है। दीपक जलाते समय भगवान से अपने परिवार की सुख-शांति और समृद्धि के लिए प्रार्थना करें। अगरबत्ती और धूप जलाकर वातावरण को पवित्र करें। यह कार्य आपके घर को शुभता और समृद्धि से भर देगा।
मंत्रों का जाप करें
मंत्रों का जाप मानसिक और आध्यात्मिक शांति प्रदान करता है। ब्रह्म मुहूर्त में भगवान के समक्ष बैठकर निम्न मंत्रों का जाप करें:
गायत्री मंत्र: "ॐ भूर्भुव: स्व: तत्सवितुर्वरेण्यं भर्गो देवस्य धीमहि धियो यो न: प्रचोदयात्।" यह मंत्र बुद्धि, शांति और सकारात्मकता प्रदान करता है। महामृत्युंजय मंत्र: "ॐ त्र्यम्बकं यजामहे सुगन्धिं पुष्टिवर्धनम्। उर्वारुकमिव बन्धनान्मृत्योर्मुक्षीय माऽमृतात्।" यह मंत्र स्वास्थ्य और दीर्घायु के लिए विशेष रूप से फलदायी है।
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ध्यान लगाएं
मंत्रों का जाप करने के बाद कुछ देर ध्यान करें। ध्यान लगाने से मन और मस्तिष्क को शांति मिलती है। यह आपके विचारों को सकारात्मक बनाता है और नई ऊर्जा का अनुभव कराता है। ध्यान के समय भगवान का ध्यान करें और अपने जीवन के लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए प्रार्थना करें।
'कर दर्शन' मंत्र का जाप करें
सुबह उठते ही अपनी हथेलियों को देखें और 'ॐ कराग्रे वसते लक्ष्मी करमध्ये सरस्वती करमूले: तू गोविंदा: प्रभाते कर दर्शनम्' मंत्र का जाप करें। इस मंत्र का जाप करने से धन, ज्ञान और समृद्धि का आशीर्वाद मिलता है। यह मंत्र आपके पूरे दिन को सकारात्मकता और शुभता से भर देता है।
अपनी मनोकामना व्यक्त करें
पूजा और ध्यान के बाद, अपने हाथ में जल लें और भगवान के समक्ष अपनी मनोकामना व्यक्त करें। इसके बाद जल को भूमि पर अर्पित कर दें। यह कार्य भगवान के प्रति आपकी श्रद्धा और विश्वास को दर्शाता है और आपकी प्रार्थनाओं को शक्ति देता है।
शुभता और सकारात्मकता का आरंभ
इन सरल और शुभ कार्यों को नए साल के पहले दिन ब्रह्म मुहूर्त में करने से न केवल आपकी दिनचर्या सकारात्मक होगी, बल्कि यह पूरे साल आपके जीवन में सुख, शांति और समृद्धि लाने में मदद करेगा। भगवान की कृपा आपके और आपके परिवार पर बनी रहेगी।
नया साल एक नई शुरुआत का प्रतीक है। इसे शुभ बनाने के लिए ब्रह्म मुहूर्त में उठकर धार्मिक और आध्यात्मिक कार्य करें। इससे आपके जीवन में खुशहाली, स्वास्थ्य और समृद्धि का वास होगा।