पेड़ भी बचे और पानी भी, वायरल हुआ प्रकृति से जुड़ा ये अनोखा घर
punjabkesari.in Friday, May 23, 2025 - 04:42 PM (IST)

नारी डेस्क: जैसे-जैसे शहरों में लोगों की भीड़ बढ़ रही है, वैसे-वैसे इंसान प्रकृति से दूर होता जा रहा है। आजकल लोग अपनी लाइफस्टाइल को लग्जरी दिखाने के चक्कर में घर को मॉडर्न डिजाइन में बनवाते हैं, जहां प्रकृति की झलक तक नहीं होती। इस वजह से बड़ी-बड़ी इमारतों के बीच शुद्ध हवा पाना भी एक चुनौती बन गया है। हालांकि, आज भी कुछ लोग ऐसे हैं जो नेचुरल चीज़ों का सही और सुंदर तरीके से उपयोग कर रहे हैं। ऐसा ही एक शानदार घर सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है।
वायरल हो रहा है प्रकृति से जुड़ा एक खास घर
एक ऐसा घर, जो देखने में जितना सुंदर है, उतना ही प्रकृति के करीब भी है। इस घर का वीडियो लोगों के दिल को छू रहा है क्योंकि इसकी डिजाइन में प्रकृति को सहेज कर रखा गया है। इस घर की दीवारें, सीढ़ियां और पानी को फिल्टर करने का तरीका सब कुछ बेहद प्रेरणादायक है। यह घर दिखाता है कि लग्जरी और प्रकृति साथ-साथ चल सकते हैं।
पेड़ नहीं काटा, पानी भी बचाया
इस घर को बनाते समय एक भी पेड़ को नहीं काटा गया। पूरा घर आम के पेड़ों से ढका हुआ है, जिससे घर के चारों ओर हरियाली बनी रहती है। बाहरी एरिया में छोटे-छोटे पौधे लगाए गए हैं, जो घर को और भी हरा-भरा बनाते हैं। पानी की एक भी बूंद बर्बाद न हो, इसके लिए चौड़े पत्थरों की खुदाई की गई है ताकि पानी सीधे ज़मीन में समा जाए। दीवारें भी खास तरीके से बनाई गई हैं — इनमें दाल, चना, गुड़ और मिट्टी का इस्तेमाल हुआ है। यह वैसा ही प्लास्टर है जैसा कुमार विश्वास की 'केवी कुटीर' में इस्तेमाल किया गया है।
गेबियन वॉल और नेचुरल मटेरियल का इस्तेमाल
घर के बीचो-बीच एक गेबियन वॉल बनाई गई है जिसे "Gratitude Wall" कहा गया है। यह दीवार तार के पिंजरे जैसे ढांचे में पत्थर भरकर बनाई गई है। इस दीवार में घर में इस्तेमाल होने वाले कई सामान को भी समेटा गया हैॆ। साथ ही पुरानी साड़ियों और कपड़ों से बने कुशन कवर और वॉल आर्ट भी लगाए गए हैं। पुराने एम्ब्रॉयडरी वाले कपड़ों को भी खूबसूरती से सजावट में शामिल किया गया है।
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लकड़ी का अनोखा और शानदार उपयोग
घर के दरवाजों को लकड़ी के बचे हुए टुकड़ों को जोड़कर यूनिक डिजाइन में बनाया गया है। सीढ़ियों के लिए भी सिर्फ लकड़ी का इस्तेमाल किया गया है। बबूल की लकड़ी से बनी इन सीढ़ियों को छत से लटकाया गया है, जो देखने में बेहद खास और अलग लगती हैं। ऐसी डिजाइन की सीढ़ियां बहुत ही कम घरों में देखने को मिलती हैं।
नेचुरल लाइट, वेंटिलेशन और वाटर फिल्टर सिस्टम
इस घर में बिजली की खपत कम हो, इसके लिए नेचुरल लाइटिंग का पूरा ध्यान रखा गया है। घर में बड़ी-बड़ी खिड़कियां और दरवाजे लगाए गए हैं ताकि रोशनी भरपूर आए। वेंटिलेशन के लिए दीवारों में ईंटों की जाली बनाई गई है, जिससे हवा का सही बहाव बना रहता है। पानी को शुद्ध करने के लिए 3 पॉट फिल्टर सिस्टम का इस्तेमाल किया गया है सबसे ऊपर वाले मटके में रेत, कोयला और मिट्टी होती है। पानी इन सभी से फिल्टर होकर नीचे के मटके में जमा होता है। इससे पानी साफ और पीने योग्य बन जाता है, और बिजली से चलने वाले फिल्टर की ज़रूरत नहीं पड़ती।
यह घर सिर्फ एक घर नहीं, बल्कि एक विचार है — कि हम आधुनिकता के साथ भी प्रकृति से जुड़ सकते हैं।