नागा साधुओं द्वारा श्रद्धालु की पिटाई का वीडियो वायरल, जानिए पूरी घटना

punjabkesari.in Tuesday, Feb 04, 2025 - 09:51 AM (IST)

नारी डेस्क: महाकुंभ मेले के दौरान नागा साधुओं का एक वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है, जिसमें वे एक श्रद्धालु की पिटाई करते हुए नजर आ रहे हैं। यह वीडियो 36 सेकंड का है और इसे   एक यूजर ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स (X) पर साझा किया है। वीडियो में दिखाया गया है कि नागा साधु उस व्यक्ति पर लगातार थप्पड़ बरसा रहे हैं, जबकि सुरक्षाकर्मी उसे बचाने का प्रयास कर रहे हैं। इस घटना को लेकर सोशल मीडिया पर लोग अलग-अलग प्रतिक्रियाएं दे रहे हैं।

क्या है पूरी घटना?

सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो के अनुसार, एक श्रद्धालु गलती से नागा साधुओं के जुलूस में घुस गया, जिससे साधु नाराज हो गए और उसकी पिटाई कर दी। कहा जाता है कि जब नागा साधु किसी धार्मिक अनुष्ठान या जुलूस में होते हैं, तो उनके मार्ग में कोई भी व्यक्ति नहीं आ सकता। ऐसा करना उनके नियमों के विरुद्ध माना जाता है। इसी वजह से जब यह व्यक्ति गलती से बीच में आ गया, तो नागा साधु भड़क गए और उसकी पिटाई कर दी। हालाँकि, सुरक्षाकर्मी मौके पर मौजूद थे और उन्होंने युवक को बचाने की पूरी कोशिश की।

नागा साधु बने आकर्षण का केंद्र

महाकुंभ के दौरान नागा साधु श्रद्धालुओं के लिए आकर्षण का मुख्य केंद्र बने रहे। बसंत पंचमी के दिन आयोजित तीसरे अमृत स्नान में भी उनका विशिष्ट स्वरूप और अनुष्ठान देखने लायक था। नागा साधु अपने पारंपरिक शस्त्र कौशल का प्रदर्शन करते हुए नजर आए। वे कभी डमरू बजाते हुए तो कभी भाले और तलवारें लहराते हुए दिखे, जिससे श्रद्धालु मंत्रमुग्ध हो गए।

महाकुंभ में नागा साधुओं का अद्भुत प्रदर्शन

महाकुंभ मेले के दौरान नागा साधुओं ने अपनी पारंपरिक संस्कृति और शक्ति का अद्भुत प्रदर्शन किया। कुछ नागा साधु घोड़ों पर सवार नजर आए, जबकि अन्य गले में माला और त्रिशूल लटकाए नंगे पांव चलते दिखे। उनकी यह अनूठी शैली श्रद्धालुओं के लिए बेहद रोचक रही और कई लोगों ने इसे अपने मोबाइल में रिकॉर्ड भी किया।

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सोशल मीडिया पर लोगों की प्रतिक्रिया

इस घटना को लेकर सोशल मीडिया पर लोग मिली-जुली प्रतिक्रिया दे रहे हैं। कुछ लोग नागा साधुओं की परंपराओं और अनुशासन का समर्थन कर रहे हैं, तो कुछ इसे अनुचित व्यवहार बता रहे हैं। वीडियो वायरल होने के बाद कई लोगों ने इस घटना पर सवाल उठाए और कहा कि किसी भी धार्मिक आयोजन में अनुशासन जरूरी है, लेकिन हिंसा किसी भी स्थिति में सही नहीं ठहराई जा सकती।

महाकुंभ जैसे बड़े धार्मिक आयोजन में नागा साधुओं की भूमिका महत्वपूर्ण होती है। वे न केवल धार्मिक अनुष्ठानों का नेतृत्व करते हैं, बल्कि भारतीय संस्कृति और परंपरा को भी दर्शाते हैं। हालांकि, इस तरह की घटनाएं सवाल खड़े करती हैं कि अनुशासन बनाए रखने के लिए क्या हिंसा उचित है? इस घटना ने निश्चित रूप से लोगों का ध्यान आकर्षित किया है और सोशल मीडिया पर इसे लेकर बहस जारी है।
 
 

 


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Content Editor

Priya Yadav

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