World Music Day : दवा से नहीं, म्यूजिक से करें इन बीमारियों का इलाज, जानिए कैसे?

punjabkesari.in Friday, Jun 21, 2019 - 04:49 PM (IST)

म्यूजिक का असर किसी भी दवाई से कम नहीं  होता है। यह न केवल हमें मानसिक तौर  बल्कि कई तरह के शारीरिक फायदे भी देता है। यह मूड को अच्छा बनाने के साथ साथ हमारे सोचने समझने की शक्ति को भी बढ़ाता है। चार्ल्स डार्विन का कहना है कि 'अगर मेरे पास फिर से जीने का मेरा जीवन था, तो मैं कुछ कविता पढ़ने और हर हफ्ते कम से कम  एक बार म्यूजिक सुनने के लिए एक नियम बना देता'। शोध में पता चला है कि म्यूजिक न केवल बच्चों को बल्कि बूढापे तक हमें स्वस्थ व तेज रखते हैं। कोशिश करें की हर रोज 15 मिनट गाने सुने। 

अभी भी लोग म्यूजिक के फायदों के बारे में नहीं जानते है वह उन्हें एंटरटेनमेंट का ही हिस्सा समझते है। लेकिन  आज हम आपको वर्ल्ड म्यूजिक डे पर म्यूजिक के ऐसे फायदे बताएंगे जिसे पढ़ कर आप भी म्यूजिक सुनना शुरु कर देंगे। दुनिया भर में 21 जून को वर्ल्ड म्यूजिक डे सेलिब्रेट किया जाता हैं। 

पॉजिटिविटी देता है म्यूजिक 

शोध में पाया गया है कि अपना पसंद का संगीत सुनने से दिमाग में डोपामाइन जारी होता है जो कि जैविक रुप से इंसान को खुशी, उत्तेजना जैसी भावनाओं को महसूस करवाता हैं। मूड कितना भी खराब क्यों न हो जब हम अपनी पसंद का गाना सुनते है तो यह हमारा मूड काफी अच्छा कर देता हैं। 

तनाव करे दूर

खुश मूड वाला संगीत सुनने पर शरीर में तनाव हार्मोन कोर्टिसोल का स्तर का कम होता है, जो पुराने तनाव का सामना करने में मदद करता हैं। इससे हमारे शरीर में तनाव काफी कम होता है। क्योंकि 60 प्रतिशत बीमारियों का कारण तनाव ही होता है। तनावपूर्ण दिन में शांति के लिए रेडियो चला कर पैरों को कुछ देर टैप जरुर करें। इसके साथ ही यह हमारे इम्यूनि सिस्टम को स्ट्रांग बनाता है। गर्भावस्था के समय महिलाओं को म्यूजिक थैरेपी देने से उनमें तनाव कम पाया जाता है। 

सुकून भरी नींद

अगर आपको सोने में दिक्कत है या नींद पूरी तरह से नहीं आती है तो कोशिश करें की सोने से पहले 15 मिनट खुशी वाले म्यूजिक सुने। बचपन में भी आपने देखा होगा जब बच्चे को नींद नही आती थी तो मां लोरी सुना कर बच्चे को सुला देती थी, जिससे बच्चा बार बार रोता भी नहीं। 

कैलोरी करें कम

अगर आप अपनी कैलोरी को कम करना चाहते है या भूख को कम करना चाहते है तो म्यूजिक आपके लिए सबसे अच्छी दवाई हैं। खाना खाते वाली जगह में कम रोशनी व संगीत का इस्तेमाल  करें। यह अपकी भूख को कम करेगा जिससे आपकी कैलोरी कम होगी।

मूड को रखें कूल 

ड्राइविंग करते हुए  मूड उदास या निराश हो जाता है ऐसे में जब आप गाने चला कर ड्राइविंग करेंगे तो आपका मूड अच्छा रहेगा। कार में लाइट म्यूजिक चलाएं इससे आपके मूड व ड्राइविंग पर सकारात्मक प्रभाव पडेगा। अगर आप किसी लांग ड्राइव पर जा रहे, तो रास्ते में थकावट न हो इसके लिए म्यूजिक आपकी बहुत मदद करेगा। 

याद्दाश्त बनाएं स्ट्रांग

आप संगीतकार हो या नहीं, लेकिन संगीत आपकी याद व समझने की शक्ति को मजबूत बनाता है। कुछ भी पढ़ते समय अगर आप अपनी पसंद का स्लो म्यूज़िक सुनते है तो पढ़ा हुआ बेहतर याद रहता है। संगीत सीखने की गति को तेज करता है क्योंकि संगीत डोपामाइन रिहाई को बढ़ाता है। 

सर्जरी से पहले व बाद में दे आराम

म्यूजिक किसी भी दवाई से ज्यादा असरदार होता है। सर्जरी से पहले संगीत सुनने से चिंता कम होती है वहीं सर्जरी के बाद रोगी के पसंद का लाइट म्यूजिक चुनने से आराम करने के समय में वृद्धि होती हैं। 

दर्द करें कम

जब भी आप संगीत सुनते है यह आपको हिट करता है , जिससे आपको दर्द कम होता है। लेकिन इसमें शास्त्रीय, ध्यान या रोगी के पसंद के गीत होने चाहिए।  संगीत सुनने की आदत आत्मा और शरीर के लिए एक दवा का काम करता हैं। कई रोगों में जहाँ दवा काम नहीं करती वहाँ संगीत अपना असर दिखाता हैं। संगीत इंसान में जीने की भावना को जन्म देता हैं। 

ओरल इंटेलिजेंसी बढ़ती हैं 

बोलने में अगर किसी तरह की दिक्कत हो रही है तो एक महीने तक संगीत की क्लास ज्वाइंन कर लें। संगीत व्यस्क से लेकर बच्चों तक में बोलने का कौशल बढ़ा देता हैं। 
 

Content Writer

khushboo aggarwal