मुकेश अंबानी के करीबी सहयोगी प्रकाश शाह ने 75 करोड़ की सैलरी छोड़ साधु जीवन अपनाया
punjabkesari.in Monday, Jun 23, 2025 - 02:28 PM (IST)

नारी डेस्क: देश के सबसे अमीर उद्योगपति मुकेश अंबानी के लंबे समय तक राइट हैंड रहे प्रकाश शाह ने एक बड़ा फैसला लिया है। उन्होंने सांसारिक जीवन छोड़कर साधु बनने का रास्ता चुना है। इसके लिए उन्होंने रिलायंस इंडस्ट्रीज में वाइस प्रेसिडेंट के पद से अपनी 75 करोड़ रुपये सालाना की नौकरी छोड़ दी। 63 साल की उम्र में उन्होंने रिटायरमेंट लेकर दीक्षा ग्रहण की और अब वे पूरी तरह से साधु जीवन बिताने लगे हैं।
साधु बने प्रकाश शाह
प्रकाश शाह और उनकी पत्नी नैना शाह ने महावीर जयंती के मौके पर दीक्षा ली। दीक्षा का मतलब होता है सांसारिक सुख-सुविधाओं को त्याग कर सादा, संयमित और आध्यात्मिक जीवन जीना। वे मोक्ष प्राप्ति के लिए अच्छे कर्म करना चाहते हैं। कोरोना महामारी के कारण उन्होंने अपनी दीक्षा को पहले कुछ समय के लिए टाल दिया था, लेकिन अब इसे पूरा कर लिया है।
शिक्षा और परिवार
प्रकाश शाह ने केमिकल इंजीनियरिंग में ग्रेजुएशन किया है और IIT बॉम्बे से पोस्ट ग्रेजुएशन की डिग्री हासिल की है। उनकी पत्नी नैना कॉमर्स ग्रेजुएट हैं। उनके दो बेटे हैं, जिनमें से एक ने पहले ही दीक्षा ले ली है जबकि दूसरे बेटे की शादी हो चुकी है और उसका एक बच्चा भी है।
रिलायंस में निभाई अहम भूमिका
रिलायंस इंडस्ट्रीज में काम करते हुए प्रकाश शाह ने कई बड़े प्रोजेक्ट्स की जिम्मेदारी संभाली। जामनगर पेटकोक गैसिफिकेशन प्रोजेक्ट और पेटकोक मार्केटिंग जैसे महत्वपूर्ण कार्यों में उनका योगदान खास था। रिटायरमेंट के समय उनकी सालाना सैलरी 75 करोड़ रुपये थी।
अब साधु जीवन
अब 64 साल के प्रकाश शाह ने भौतिक सुखों को छोड़ आत्मिक शांति को प्राथमिकता दी है। वे नंगे पैर चलते हैं, सादा सफेद कपड़ा पहनते हैं और भिक्षा पर अपना जीवन यापन करते हैं। उनकी दीक्षा मुंबई के बोरीवली में आयोजित हुई थी। अब वे पूरी तरह से साधु जीवन में लीन हैं और मोक्ष की ओर बढ़ रहे हैं।
इस बड़े फैसले से यह साफ हो गया है कि धन दौलत के बावजूद, कुछ लोग अपने जीवन में आध्यात्मिक शांति को अधिक महत्व देते हैं और अपने कर्मों से मुक्ति पाना चाहते हैं।