मुंह के ये छाले बन सकते हैं कैंसर का कारण, जानिए लक्षण और बचाव के उपाय

punjabkesari.in Monday, Jun 16, 2025 - 09:40 AM (IST)

नारी डेस्क:  मुंह के अंदर होने वाले छोटे-छोटे छाले या अल्सर को हम अक्सर नजरअंदाज कर देते हैं। सोचते हैं कि ये तो कुछ दिन में अपने आप ठीक हो जाएंगे। लेकिन क्या आप जानते हैं कि बार-बार होने वाले या लंबे समय तक न भरने वाले मुंह के अल्सर कैंसर का संकेत भी हो सकते हैं? जी हां, मुंह का कैंसर भारत में सबसे तेजी से बढ़ने वाले कैंसर में से एक है और इसके शुरुआती संकेतों को पहचानना बहुत जरूरी है।

इस लेख में हम आपको बताएंगे कि मुंह के अल्सर किन कारणों से होते हैं, कब ये सामान्य होते हैं और कब खतरे का संकेत, साथ ही इसके लक्षण, कारण और बचाव के आसान उपाय भी जानेंगे।

मुंह के अल्सर क्या होते हैं?

मुंह के अल्सर यानी छाले, मुंह के अंदर जीभ, गालों की अंदरूनी त्वचा या मसूड़ों पर होने वाले छोटे घाव होते हैं। ये आमतौर पर सफेद या पीले रंग के होते हैं और इनके चारों ओर लाल रंग की सूजन हो सकती है। ये दर्दनाक हो सकते हैं और खाने-पीने में दिक्कत पैदा कर सकते हैं।

PunjabKesari

अल्सर सामान्य कब होते हैं?

बहुत गर्म या तीखा खाना खाने से

गलती से जीभ या गाल को काट लेना

दांतों की नुकीली धार या खराब फिटिंग वाले दांत

विटामिन B12 या आयरन की कमी

तनाव और हार्मोनल बदलाव

दांतों की सफाई ठीक से न करने पर

इस तरह के अल्सर आमतौर पर 7-10 दिन में ठीक हो जाते हैं और इनसे डरने की जरूरत नहीं होती। लेकिन अगर अल्सर 2 हफ्ते से ज्यादा समय तक रहे या बार-बार हो तो डॉक्टर से जांच जरूर करानी चाहिए।

PunjabKesari

ये भी पढ़ें: दिल का हाल बयां करती हैं आंखें, इन 4 संकेतों को न करें इग्नोर

कब सावधान हो जाएं?

मुंह के अल्सर अगर लगातार दो हफ्ते से ज्यादा समय तक ठीक न हों, तो यह सामान्य नहीं माना जाता और गंभीर समस्या का संकेत हो सकता है। ऐसे अल्सर से खून या मवाद निकलना, अत्यधिक दर्द होना, या अल्सर के आसपास की त्वचा का सख्त या मोटा हो जाना खतरे की घंटी हो सकता है। इसके अलावा, अगर आपको बोलने, चबाने या निगलने में परेशानी होने लगे, मुंह से लगातार दुर्गंध आती रहे या गर्दन में किसी तरह की गांठ महसूस हो, तो यह लक्षण मुंह के कैंसर की ओर इशारा कर सकते हैं। इन सभी संकेतों को नजरअंदाज करना आपकी सेहत के लिए हानिकारक हो सकता है, इसलिए अगर ऐसा कोई भी लक्षण दिखाई दे, तो तुरंत किसी विशेषज्ञ डॉक्टर से संपर्क करना जरूरी है। समय पर जांच और इलाज से गंभीर बीमारियों से बचा जा सकता है।

मुंह के कैंसर के मुख्य कारण

तंबाकू और गुटखा का सेवन – यह मुंह के कैंसर का सबसे बड़ा कारण है।

शराब पीना – खासकर अगर तंबाकू और शराब दोनों का सेवन किया जाए तो खतरा कई गुना बढ़ जाता है।

ह्यूमन पैपिलोमा वायरस (HPV) – यह वायरस भी मुंह के कैंसर का कारण बन सकता है।

खराब डेंटल हाइजीन – लंबे समय तक दांतों और मसूड़ों की सफाई न करना।

PunjabKesari

विटामिन की कमी और कमजोर इम्युनिटी

घरेलू उपाय जो सामान्य अल्सर में मदद करें

सामान्य मुंह के अल्सर में कुछ आसान घरेलू उपाय काफी राहत दे सकते हैं। एक गिलास गुनगुने पानी में चुटकी भर नमक डालकर कुल्ला करना अल्सर को जल्दी भरने में मदद करता है। तुलसी के पत्तों को चबाना भी लाभकारी होता है क्योंकि इसमें एंटीबैक्टीरियल गुण होते हैं। मुंह की सफाई का विशेष ध्यान रखें, नियमित रूप से ब्रश करें और जीभ की सफाई करना न भूलें। अपने आहार में खट्टे फल जैसे संतरा, आंवला और विटामिन B12 से भरपूर चीजों को शामिल करें। साथ ही, बहुत ज्यादा मसालेदार या गरम खाना खाने से परहेज करें, ताकि अल्सर और ज्यादा न बढ़े और जल्दी ठीक हो जाएं।
ध्यान दें: ये उपाय केवल सामान्य अल्सर के लिए हैं, अगर अल्सर कैंसर का संकेत हों तो इनसे फायदा नहीं होगा, बल्कि देर करना खतरनाक हो सकता है।

बचाव कैसे करें?

तंबाकू, गुटखा और बीड़ी से दूर रहें।

नियमित रूप से दांतों की सफाई करें और डेंटिस्ट से जांच करवाएं।

संतुलित आहार लें जिसमें हरी सब्जियां, फल, विटामिन और मिनरल्स भरपूर हों।

शराब का सेवन कम करें या न करें।

अगर मुंह में कोई भी घाव 2 हफ्ते से ज्यादा समय तक ठीक न हो, तो तुरंत डॉक्टर को दिखाएं।
 
मुंह के अल्सर को हल्के में न लें। हर साल हजारों लोग सिर्फ इस वजह से मुंह के कैंसर का शिकार हो जाते हैं क्योंकि उन्होंने समय रहते लक्षणों को पहचाना नहीं। यदि अल्सर बार-बार होते हैं या लंबे समय तक ठीक नहीं होते, तो यह आपके शरीर की चेतावनी हो सकती है।

PunjabKesari

सावधानी ही बचाव है। अपने स्वास्थ्य के प्रति जागरूक रहें और किसी भी लक्षण को नजरअंदाज न करें। मुंह के अल्सर मामूली भी हो सकते हैं और गंभीर भी – फर्क करना और सही समय पर डॉक्टर से मिलना आपकी सेहत को बचा सकता है।

अगर यह जानकारी आपको उपयोगी लगी हो, तो इसे दूसरों के साथ ज़रूर शेयर करें, ताकि वे भी समय रहते सतर्क हो सकें।  


सबसे ज्यादा पढ़े गए

Content Editor

Priya Yadav

Related News

static