चिड़चिड़ेपन का कारण है आपका खाली पेट!
punjabkesari.in Sunday, Mar 08, 2020 - 11:43 AM (IST)
आजकल लोग अपने बढ़े हुए वजन को लेकर काफी परेशान है। ऐसे में वे इसे कम या कंट्रोल करने के लिए अलग-अलग तरीकों को अपनाते है। कुछ लोग तो ऐसे है वजन को कम करने के लिए रात को बिना खाए ही सो जाते है। मगर ऐसा करने से वजन कम होने की जगह बढ़ने का कारण बनता है। इसके साथ ही व्यक्ति के स्वभाव में चिड़चिड़ापन दिखाई देता है। एक्सपर्ट्स के मुताबिक चाहे आप रात को सोने से पहले भर खाना न खाएं। मगर भूखे पेट सोने की जगह थोड़ा कुछ जरूर खाकर सोएं। तो चलिए जानते है भूखे पेट रात को सोने से कौन सी समस्याओं का सामना करना पड़ सकता हैं...
वजन बढ़ाए
अक्सर लोग अपना वजन कंट्रोल करने के लिए रात का खाना स्किप करते है जिसे वे इसे डाइटिंग करना कहते है। मगर ऐसा करने से उनका वजन कम होने की जगह उल्टा बढ़ता हैं। असल में लंबे समय के लिए भूखे रहने से बॉडी का मेटाबॉलिज्म रेट कम हो जाता है। ऐसे में शरीर से फैट कम मात्रा में रिलीज होता है। इसके साथ अक्सर देखा जाता है काफी देर तक भूखे रहने के बाद जब लोग खाने खाते है तो वो जरूरत से अधिक खा लेते है। ऐसे में ये उनका वजन बढ़ाने का काम करता है।
स्ट्रेस बढ़ाए
रात को बिना कुछ खाएं सोने से दिमाग पर गहरा असर पड़ता है। इसके कारण पूरी और गहरी नींद नहीं आती हैं। ऐसे में ये स्ट्रेस को बढ़ाने का काम करता है। इसलिए इस परेशानी से बचने के लिए रोजाना 7 से 8 घंटे की नींद जरूर लें। नहीं तो बॉडी को सही मात्रा में गलूकोज नहीं मिलेगा जिसके कारण दिमाग से स्ट्रेस हार्मोन्स रिलीज होगा जो नींद में बाधा डालने का काम करता है।
मूड स्विंग्स
ज्यादा देर भूखे रहने से व्यक्ति के स्वभाव पर भी असर पड़ता हैं। उसमें मूड स्विंग्स देखने को मिलती है। ऐसे में वह ज्यादा गुस्सा करने लगता है। उसके स्वभाव में चिड़चिड़ापन देखने को मिलता है। बता दे मूड को बैलेंस में रहने के लिए कार्बोहाइड्रेट्स की जरूरत होती है। ये शरीर में जाकर हैप्पी हार्मोन्स का संचार करते है। मगर खाली पेट सोने से मूड स्विंग्स की परेशानी का सामना करना पड़ता है।
कैसे करें मोटापा कम?
- वजन को कम करने के लिए रात का खाना स्किप करने की जगह हैल्दी फूड्स को चुनें।
- सुबह का नाश्ता पौष्टिक तत्वों से भरपूर होना चाहिए। ऐसा खाना खाए जिसमें प्रोटीन, विटामिन्स, मिनरल्स पर्याप्त मात्रा मे हो। ऐसे में आप ऑमलेट, पोहा, कच्चे फल, होल-व्हीट ग्रेन ब्रेड में बना सैंडविच, दलिया, बिना तेल का चीला, इडली, पेपर डोसा, फ्रेश जूस, ओट्स का सेवन कर सकते है।
- लंच में कार्बोहाइड्रेट, हाई प्रोटीन और फाइबर से भरपूर चीजें को खाएं। आप दाल, सलाद, चावल आदि खा सकते है। आप चाहे तो रोटी बनाने के लिए सिंपल आटे की जगह मल्टीग्रेन आटे को यूज कर सकते है। इसके साथ ही सब्जी बनाने के लिए अच्छा और कम तेल का इस्तेमाल करें। ऐसा करने से आपका पेट भी भरा रहेगा और वजन भी कंट्रोल रहेगा।
- शाम के समय में छोटी-छोटी भूख लगने पर कुछ हैवी या बाहर का जंक फूड न खाएं। इसकी जगह कुछ हल्की- फुल्की चीजों का सेवन करें। आप इस छोटी सी भूख को शांत करने के लिए पॉप कॉर्न, ड्राई फ्रूट्स, मूंगफली, भुने चने, ताजे फल और सब्जियां आदि खा सकते हैं।
- रात का खाना न खाने की जगह लाइट खाएं। आप डाल, रोटी, थोड़े से चावल, खिचड़ी, रोस्टेड चिकन, दलिया, पनीर भुजरी, सलाद, फल आदि का सेवन करें। इसके साथ ही रात को सोने से 2-3 घंटे पहले खाना जरूर खा लें।