Lipstick लगाने की शौकीन महिलाएं हो जाएं सावधान, कैंसर जैसे जानलेवा रोग का हो सकती हैं शिकार
punjabkesari.in Saturday, Dec 03, 2022 - 01:14 PM (IST)
हर महिला को मेकअप करना बहुत पसंद होता है। आजकल की ज्यादातर महिलाएं अपने रंग और रुप को निखारने के लिए मेकअप करती हैं। मेकअप में कई तरह की चीजें शामिल होती हैं जैसे कि फाउंडेशन और होठों पर लगाने के लिए लिपस्टिक होती है। लिपस्टिक का क्रेज इतना ज्यादा है कि महिलाएं मेकअप करें ना करें लेकिन लिपस्टिक का इस्तेमाल जरुर करती हैं। हालांकि लगातार होठों पर लिपस्टिक लगाने से कई तरह के नुकसान हो सकते है सेहत को। आईए जानते हैं इसके बारे में।
केमिकल से भरी होती है लिपस्टिक
लिपस्टिक में कई तरह के केमिकल पाए जाते हैं इसलिए इस बात की पूरी संभावना होती है कि लिपस्टिक लगाने के बाद जब आप खाना खाती है तो मुंह के जरिए बहुत सा केमिकल आपके पेट में पहुंच जाता है। ये आपके स्वास्थ्य के लिए बहुत हानिकारक होता है। इससे आपके शरीर में टॉक्सिन पैदा होते हैं। इसलिए लिपस्टिक खरीदते समय हमेशा इसकी सामग्री पर ध्यान दें।
होंठ काले और एलर्जी
कई बार लिपस्टिक सगाने के बाद आपके होठों के आसपास खुजली होती है। इसका मुख्य कारण ये होता है कि लिपस्टिक में आक्सीक्लोराइड केमिकल होता है जो कि कार्सिनोजेनिक होता है। इसलिए लिपस्टिक का इस्तेमाल जितना कम हो सके उतना कम करना चाहिए।
कैंसर की होता है संभावना
कार्सिनोजेनिक केमिकल से महिला के शरीर में कैंसर जैसी गंभीर बीमारी पैदा हो सकती है। वहीं लिपस्टिक को लम्बें समय तक प्रिजर्व करने के लिए कई तरह के केमिकल का इस्तेमाल किया जाता है। जिसके कारण कई सेहत संबंधी समस्याएं भी पैदा हो सकती है, जैसे की आंखों में जलन, होठों का कालापन बढ़ता है और भी कई प्रकार की एलर्जी हो सकती है।
प्रेगनेंसी में होती है परेशानी
लिपस्टिक के लगातार इस्तेमाल से प्रेगनेंसी में भी समस्या पैदा होती है और कई बार इसका बच्चे पर भी बुरा असर पड़ता है।
किडनी फेलियर
लिपस्टिक में कैडमियम मौजूद होता है ये किडनी फेलियर का कारण बन सकता है। जब लिपस्टिक का केमिकल पेट में पहुंचता है इससे ट्यूमर हो सकता है और पेट से संबंधित कई और समस्या भी हो सकती है।
इन बातों का रखें खास ख्याल
डार्क कलर की लिपस्टिक में केमिकल की मात्रा ज्यादा होती है तो उससे परहेज करें। लिपस्टिक लगाने से पहले लिप बाल्म का इस्तेमाल करें, इससे आपके होठों को कम नुकसान होगा।