तीन आशिकों के बावजूद कुंवारी रह गई परवीन बाबी, ग्लेमर क्वीन का दुखों भरा अंत

punjabkesari.in Thursday, Nov 28, 2019 - 05:05 PM (IST)

ग्लेमर्स की दुनिया में बहुत सी हीरोइनों ने खूब नाम कमाया लेकिन नाम कमाने के बावजूद बहुत सी दीवाज का सितारा डूब गया और वह गुमनामी के अंधेरे में खो गईं। उसी में एक नाम था परवीन बाबी का,,,जिन्होंने 70-80 दशक में अपने ग्लैमर से हलचल मचा दी थी लेकिन स्टारडम के बावजूद उन्हें जिंदगी में सुकून नहीं मिल पाया। परवीन बाबी के पास क्या नहीं था. शोहरत, बॉलीवुड में ग्लेमर्स दीवा का खिताब और करोड़ों की दौलत और लाखों चाहने वाले,,,, बावजूद इसके इस खूबसूरत हसीना को उसका अकेलापन खा गया। आखिरी वक्त वह फ्लैट में मरी पड़ी मिली...एक खूबसूरत अदाकारा जो गुमनामी के अंधेरे में जिंदगी की जंग हार गई तो चलिए इस स्टार की दुखभरे सफर के बारे में आपको बताते हैं...

4 अप्रेल को 1949 को जूनागढ़ गुजरात में मिडल कलास मुस्लिम फैमिली में जन्म परवीन एक मॉडर्न दीवा थी जिस समय हीरोइनों में सलवार सूट और साड़ी का क्रेज था उस समय इस दीवा ने बोल्ड लुक से इंडस्ट्री में कहर मचा दिया था।

 

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मां की इकलौती संतान अपने माता पिता की शादी के चौदह साल बाद हुई थी। उन्होंने औरंगाबाद में अपनी प्रारम्भिक स्कूली शिक्षा की और उसके बाद सेंट जेवियर्स कॉलेज, अहमदाबाद से शिक्षा ग्रहण की। उनके पिता वली मोहम्मद बाबी, जूनागढ़ के नवाब के साथ प्रशासक थे।मॉडलिंग के दिनों में परवीन बॉबी अहमदाबाद यूनिवर्सिटी में अपनी पढ़ाई भी पूरी कर रही थीं। इसी दौरान उनपर प्रसिद्ध निर्माता निर्देशक बीआर इशारा की नजर पड़ी। जब बीआर इशारा ने उन्‍हें देखा, उस वक्त उन्होंने मिनी स्कर्ट पहनी हुई थी। उस समय उनके हाथ में सिगरेट भी था। इशारा उनके इस लुक से इतने ज्‍यादा प्रभावित हो गए कि उन्‍होंने अपनी फिल्म में उनको तुरंत ही साइन कर लिया।

फिल्म चरित्र से की करियर की शुरुआत

उन्होंने क्रिकेटर सलीम दुर्रानी के अपोजिट 1973 में फिल्म चरित्र से करियर की शुरुआत की।फिल्म फ्लॉप रही लेकिन  परवीन का सितारा चमक गया। परवीन बॉबी के कॅरियर की पहली जबरदस्‍त हिट फिल्म थी मजबूर... 1974 में रिलीज हुई इस फिल्म में पहली बार परवीन बॉबी को अमिताभ बच्चन के साथ काम करने का मौका मिला। इसके बाद 1975 में रिलीज फिल्म दीवार में भी परवीन बॉबी को एक बार फिर से अमिताभ बच्चन के साथ काम करने का मौका मिला। इसके बाद अमिताभ के साथ आई फिल्म अमर अकबर एंथोनी भी सुपरहिट रही। उनकी बोल्ड वेस्टर्न लुक ने सबको दीवाना बना दिया। कालिया, क्रांति और आहिस्ता-आहिस्ता जैसी सुपरहिट फिल्मों में एक्टिंग की। इसके बाद फिल्म नमक हलाल परवीन बॉबी के फिल्‍मी कॅरियर की एक और सुपरहिट फिल्म साबित हुई।

3 लोगों से जुड़ा रिश्ता, पर किसी से नहीं हुई शादी

पर्सनल लाइफ की बात करें तो स्टारडम के बीच परवीन बाबी के लाइफ में 3 शख्स आए जिनका नाम इस अदाकारा के साथ तो जुड़ा लेकिन कभी शादी नहीं हो पाई। पहले वह डैनी डोंगजप्पा को अपना दिल दे दिया... लेकिन यह रिश्ता ज्यादा देर नहीं चला। उसके बाद कबीर बेदी और महेश भट्ट के साथ नाम जुड़ा। बदकिस्मती कहे या दिल की मार, तीनों ही शख्स शादीशुदा थे।  डैनी से हुए ब्रेकअप ने परवीन बॉबी को काफी दर्द पहुंचाया।

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रिपोर्ट में मुताबिक परवीन का रिश्ता अमिताभ के साथ भी रहे वहीं परवीन ने अमिताभ के ऊपर उनका मर्डर करने की कोशिश करने का आरोप भी लगाया थाशकों ने उनकी जोड़ी को खूब पसंद किया। पर अमिताभ और वो निजी जीवन में दूरी बनाकर च... खबरों के मुताबिक परवीन बॉबी के रिश्ते अमिताभ बच्चन के साथ भी हुआ करते थे और परवीन ने अमिताभ के ऊपर उनका मर्डर करने की कोशिश करने का आरोप भी लगाया था.।

खबरों के मुताबिक परवीन बॉबी के रिश्ते अमिताभ बच्चन के साथ भी हुआ करते थे लेकिन अमिताभ भी शादीशुदा थे। भले ही लोगों ने उनकी जोड़ी को बेहद पसंद किया लेकिन अमिताभ ने निजी जीवन में उनसे दूरी बना कर रखीं। परवीन ने अमिताभ के ऊपर उनका मर्डर करने की कोशिश करने का आरोप भी लगाया था...

परवीन बॉबी का महेश भट्ट से गहरा रिश्ता रहा है। परवीन के साथ महेश के काफी अंतरंग संबंध थे। इनके ताल्लुक इतने गहरे थे कि परवीन की वजह से महेश ने अपनी पहली पत्नी को तलाक भी दे दिया था लेकिन बाद में दोनों के बीच अचानक दूरियां आ गई. कहा जाता है यही नाकाम मोहब्बत ही परवीन की मौत का कारण है...इसके बाद उन्होंने फिल्में करनी छोड़ दी और गुमनामी की जिंदगी जीने लगे। वह अमेरिका में शांति के लिए धर्म की शरण में चली गई लेकिन अचानक बरसों बाद वह मुंबई लौटीं और अमिताभ बच्चन के खिलाफ इल्जामों की झड़ी लगा दी। कहा जाता है कि वह सिजोफ्रेनिया से पीड़ित थी।
 

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भट्ट  ने परवीन को याद करते हुए एक अखबार से कहा, जिस दिन परवीन बॉबी की मौत हुई उस दिन मुझे इस बात का एहसास हुआ कि वह मेरी यादों में हमेशा से जिन्दा रही है। परवीन का पागलपन एक पुरानी कहानी है, लेकिन शायद ही कोई यह समझ सकता है कि एक पागल व्यक्ति के साथ कैसे रहा जा सकता है। परवीन बॉबी के दीवानों की लिस्ट भी काफी लंबी रही। बॉब क्रिस्टो ऑस्ट्रेलियन थे, पर परवीन बॉबी से मिलने के वो मुंबई ही बस गए। वो परवीन बॉबी के दीवाने थे, पर परवीन का साथ उन्हें कभी न मिल सका।

 

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बीमारी के चलते हुई थी मृत्यु

जीवन भर सच्चे प्यार को तरसती रहीं परवीन बॉबी 22 जनवरी 2005 को मुंबई के जुहू स्थित अपने फ्लैट में मृत मिलीं। परवीन के घर के बाहर दूध के पैकेट और अखबार पिछले दो दिनों से जैसे के तैसे पड़े हुए थे। परवीन डायबिटीज और पैर की बीमारी गैंगरीन से पीड़ित थीं। इसी वजह से उनकी किडनी और शरीर के कई अंगों ने तो पहले ही काम करना बंद कर दिया था और आखिर में बंद घर के अंदर उन्‍होंने कब दुनिया को अलविदा कह दिया किसी को पता ही नहीं चला। कहते हैं कि आखिरी के 10 दिन उनकी किसी पड़ोसी से बात नहीं हुई थी। खाना ऑर्डर करके मंगाती थीं और कमरे में बंद रहती थीं। बॉलीवुड की बुलंदियों को छूने वाली परवीन की निजी जिंदगी में कोई उसका नहीं बन सका। परवीन का अपना परिवार भी नहीं। यही वजह है कि परवीन ने अपनी वसीयत परिवार वालों को ना देकर 80 फीसदी हिस्सा गरीबों के नाम कर दिया। परवीन के परिवार के 3 लोगों ने इसे गैरकानूनी बता दिया और हाईकोर्ट में चुनौती दे दी। 11 साल तक परवीन बाबी की वसीयत की जांच चलती रही 14 अक्टूबर 2016 को इस बात की पुष्टि हो गई कि ये वसीयत सही है और परवीन ने ही अपनी दौलत गरीबों के नाम कर दी थी।

परवीन को देखकर कोई कह नहीं सकता था कि उनकी जिंदगी दर्द से भरी है, लेकिन जिंदगी और परवीन का रिश्ता ही ऐसा था कि ना वो किसी की हो पाईं ना कोई उनका।
 


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Content Writer

Vandana

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