लाल प्याज का नुस्खा कंट्रोल करेगा Diabetes, 100% मिलेगा फायदा बस जानें सही तरीका
punjabkesari.in Tuesday, Jul 06, 2021 - 01:45 PM (IST)
भारत में डायबिटीज की समस्या तेज से बढ़ रही है। इसे हल्के में लेना खतरनाक हो सकता है क्योंकि अनकंट्रोल शुगर आंखों की रोशनी छीन सकती है। साथ ही इससे इससे किडनी, दिल और शरीर के महत्वपूर्ण अंगों पर भी बुरा असर पड़ता है। हालांकि ऐसा नहीं है कि शुगर को कंट्रोल नहीं किया जा सकता। हैल्दी डाइट और लाइफस्टाइल से शुगर को नियंत्रित किया जा सकता है। इसके अलावा प्याज भी शुगर कंट्रोल करने में काफी कारगार साबित हो सकता है। शोध के मुताबिक, प्याज में कई तरह के फ्लेवोनॉइड्स होते हैं, जो खून में ग्लूकोज को कंट्रोल करने के साथ इम्यूनिटी बढ़ाते हैं। मगर, आपको डायबिटीज में प्याज खाने का सही तरीका पता होना चाहिए।
इस तरह करें प्याज का सेवन
1. दो कटे प्याज, 1 कप पानी, 1 चम्मच नींबू का रस और चुटकीभर सेंधा नमक को ब्लैंड करें। इसके छानकर 1 गिलास में डालें। रोजाना सुबह खाली पेट इस ड्रिंक का सेवन करने से शुगर लेवल कंट्रोल होगा।
2. डायबिटीज प्याज की सब्जी, सूप और सलाद का सेवन भी कर सकते हैं लेकिन इससे पहले एक्सपर्ट से सलाह जरूर लें।
डायबिटीज मरीजों के लिए क्यों फायदेमंद प्याज
इंसुलिन को करे कंट्रोल
शोध के मुताबिक, प्याज का रस टाइप 1 और 2, दोनों डायबिटीज मरीजों के लिए फायदेमंद है। यह शरीर में इंसुलिन की मात्रा नियंत्रित करता है। साथ ही इसमें डिटॉक्सिफाइंग तत्व भी होते हैं जो बॉडी को डिटॉक्स करते हैं।
हाई फाइबर से भरपूर
लाल प्याज में फाइबर अधिक होता है जबकि स्प्रिंग अनियन में फाइबर कम होता है। यह पचने में समय लेता है और ब्लड शुगर में धीरे-धीरे आता है। इससे डायबिटीद मरीजों को कब्ज की समस्या नहीं होती।
कार्बोहाइड्रेट्स की मात्रा कम
इसमें कार्बोहाइड्रेट्स कम मात्रा में होते हैं, जो डायबिटीज मरीज़ों के लिए फायदेमंद है। दरअसल, कार्बोहाइड्रेट भोजन को तेदी से पचाता है, जिससे खून में तेजी से शुगर रिलीज भी होता है।
प्याज में कम ग्लाइसेमिक इंडेक्स
डायबिटीज मरीजों को कम ग्लाइसेमिक इंडेक्स वाले फूड्स खाने की सलाह दी जाती है। वहीं, प्याज का ग्लाइसेमिक इंडेक्स 10 है, जो शुगर मरीजों के लिए एक आदर्श फूड है।
याद रखिए शुगर मरीज के लिए डाइट अहम योगदान रखती हैं। गलत डाइट बीमारी को खतरनाक बना सकती हैं। खुद को एक्टिव रखने के लिए योग व सैर का सहारा जरूर लें। पूरी नींद लें और तनाव से दूर रहें।