कहीं Door Bell तो नहीं कर रही घर का वास्तु खराब, वक्त रहते जान लो घंटी से जुड़े नियम
punjabkesari.in Monday, Aug 19, 2024 - 04:48 PM (IST)
घर की घंटी भी वास्तु शास्त्र में महत्वपूर्ण मानी जाती है। वास्तु के अनुसार घर की घंटी का सही चुनाव और सही स्थान पर उसकी स्थापना घर में सकारात्मक ऊर्जा लाती है और घर के सदस्यों के जीवन में समृद्धि और शांति बनी रहती है। यदि घंटी से जुड़ी कुछ वास्तु नियमों का पालन न किया जाए, तो यह नकारात्मक प्रभाव भी डाल सकती है। चलिए जानते हैं घर की घंटी से जुड़े क्या हैं वास्तु नियम
घंटी की दिशा
घंटी हमेशा मुख्य द्वार के पास होनी चाहिए और उत्तर, पूर्व या उत्तर-पूर्व दिशा में लगाई जानी चाहिए। इन दिशाओं में घंटी लगाने से सकारात्मक ऊर्जा का प्रवेश होता है।
घंटी की आवाज
घंटी की आवाज मधुर और सुनने में सुखद होनी चाहिए। बहुत तेज या कर्कश आवाज वाली घंटी से बचना चाहिए, क्योंकि इससे घर में अशांति और तनाव हो सकता है। घंटी की ध्वनि ऐसी होनी चाहिए जो घर में प्रवेश करने वालों को स्वागत का अहसास कराए और घर के भीतर की नकारात्मक ऊर्जा को दूर करे।
घंटी का डिजाइन
घंटी का डिजाइन साधारण और शास्त्रीय होना चाहिए। बहुत अधिक आर्टिफिशियल या भड़कीला डिज़ाइन न चुनें। पारंपरिक और क्लासिक डिजाइन वाली घंटियां वास्तु के हिसाब से बेहतर मानी जाती हैं। यह घर के सौंदर्य को भी बढ़ाती हैं और वास्तु दोषों से भी बचाती हैं। ब्रास या तांबे की घंटी को वास्तु में सबसे अच्छा माना जाता है। यह धातुएं सकारात्मक ऊर्जा को आकर्षित करती हैं और घर के वातावरण को पवित्र बनाती हैं।
घंटी का स्थान
- घंटी को हमेशा उस स्थान पर लगाएं जहां उसे आसानी से देखा जा सके और पहुंचा जा सके। अगर घंटी खराब हो जाए या उसकी आवाज बदल जाए, तो उसे तुरंत बदल देना चाहिए। खराब घंटी से वास्तु दोष उत्पन्न हो सकते हैं।
घंटी से जुड़ी लापरवाही और उसके नुकसान:
-गलत दिशा में घंटी लगाने से घर में नकारात्मक ऊर्जा का प्रभाव बढ़ सकता है, जिससे घर के सदस्यों के जीवन में अस्थिरता और मानसिक तनाव बढ़ सकता है।
-कर्कश या तेज आवाज वाली घंटी का उपयोग करने से घर में शांति भंग हो सकती है और घर के लोगों के बीच मतभेद बढ़ सकते हैं।
- घंटी की सफाई का ध्यान न रखने पर उसमें जमी धूल और गंदगी नकारात्मक ऊर्जा को आकर्षित करती है, जिससे घर के वातावरण पर बुरा असर पड़ता है।