Team India ने Mohsin Naqvi के हाथ से ट्रॉफी लेने से किया इंकार, खुशी से ‘भारत माता की जय’ लगाने लगे लोग
punjabkesari.in Monday, Sep 29, 2025 - 08:54 AM (IST)

नारी डेस्क: एशिया कप 2025 के फाइनल में पाकिस्तान पर भारत की रोमांचक जीत के बाद एक नाटकीय मोड़ तब आया जब भारतीय खिलाड़ियों ने एशियाई क्रिकेट परिषद (एसीसी) के प्रमुख और पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (पीसीबी) के अध्यक्ष मोहसिन नकवी से ट्रॉफी लेने से इनकार कर दिया। इस फैसले के कारण मैच के बाद की प्रस्तुति में देरी हुई और पाकिस्तानी खिलाड़ी भी अपने ड्रेसिंग रूम में ही रुके रहे, जिससे दुबई अंतर्राष्ट्रीय स्टेडियम में अफरा-तफरी मच गई।
यह विवाद दोनों टीमों के बीच पहले से ही बढ़े तनाव की पृष्ठभूमि में सामने आया। ट्रॉफी के साथ शनिवार को होने वाला पारंपरिक प्री-फाइनल फोटोशूट रद्द कर दिया गया क्योंकि भारतीय कप्तान सूर्यकुमार यादव ने पाकिस्तानी कप्तान सलमान अली आगा और नकवी के साथ पोज देने से इनकार कर दिया। टूर्नामेंट में भारत ने ग्रुप चरण और सुपर फ़ोर मुकाबलों के दौरान पाकिस्तानी खिलाड़ियों से हाथ मिलाने से इनकार कर दिया। भारतीय टीम द्वारा नक़वी से ट्रॉफ़ी लेने से इनकार और पाकिस्तान के देर से पहुचने के कारण समारोह अधर में लटक गया। हालांकि नकवी मंच पर काफी देर खड़े रहे, लेकिन टीम भी अपनी जिद्द पर अड़ी रही। ऐसा शायद क्रिकेट के मैदान पर पहली बार हुआ है।
इसके बाद भारतीय कप्तान सूर्यकुमार यादव ने कहा कि ट्रॉफी नहीं, बल्कि विजेता टीम को याद किया जाता है। सूर्यकुमार और उनकी टीम ने रविवार को यहां फाइनल में पाकिस्तान को पांच विकेट से हराकर एशिया कप जीत लिया। पहलगाम आतंकी हमले और उसके बाद भारत सरकार द्वारा चलाए गए ऑपरेशन सिंदूर की पृष्ठभूमि में दोनों टीमों के बीच शत्रुतापूर्ण माहौल के कारण यह टूर्नामेंट प्रभावित हुआ।
सूर्यकुमार ने मैच के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा-"मैंने ऐसा पहले कभी नहीं देखा - विजेता टीम को ट्रॉफी न मिले... लेकिन मेरे लिए, मेरे खिलाड़ी और सहयोगी स्टाफ ही असली ट्रॉफी हैं।" भारतीय टीम ने पूरे टूर्नामेंट के दौरान पाकिस्तानी टीम से पारंपरिक तरीके से हाथ मिलाने से इनकार कर दिया। दोनों टीमों ने लगातार रविवार को खेले गए तीनों मैच जीते। सूर्यकुमार ने 'X' पर लिखा- "जब मैच खत्म होगा, तो सिर्फ़ चैंपियन ही याद रहेंगे, ट्रॉफी की तस्वीर नहीं।" नक़वी से ट्रॉफी स्वीकार करने के टीम के फ़ैसले पर उन्होंने कहा, "हमने यह फ़ैसला मैदान पर ही लिया था। हमें ऐसा करने के लिए किसी ने नहीं कहा था।"