70 साल तक दाई मां बन की समाज सेवा, पद्मश्री से भी हुई थीं सम्मानित

punjabkesari.in Thursday, Dec 27, 2018 - 02:21 PM (IST)

कुछ महिलाओं में समाज सेवा करने का इतना ज्यादा जज्बा होता है कि वे इसके लिए  अपनी उम्र की भी परवाह नहीं करती। आज हम जिस समाजसेवी महिला के बारे में बात कर रहे हैं उनका नाम सुलागिट्टी नरसम्मा था, जिन्होंने 98 साल की उम्र तक कर्नाटक के पिछड़े इलाकों में 15000 बच्चों की डिलीवरी करवाई थी और 25 दिसंबर को उनका निधन हो गया। उन्हें लंग्स की बीमारी थी। आइए जानें, सुलागिट्टी नरसम्मा के बारे में कुछ खास बातें। 


1. सुलागिट्टी नरसम्मा लोगों की जननी अम्मा थीं, उन्होंने कर्नाटका के पिछले इलाकों से संबंधित गरीब परिवार की महिलाओं की डिलीवरी करवाने की सेवा की। इसके लिए उन्होंने कभी भी किसी के लिए पैसा नहीं लिया। 

 

2. अम्मा ने यह काम 70 साल तक किया। वे 20 साल की उम्र से ही यह काम करने लगी थी। 

3. सुलागिट्टी नरसम्मा का जन्म 1920 में कर्नाटक के शहर टुमकुर में हुआ था। छोटी जाति में पैदा होने के कारण उन्हें अछूत माना जाता था। 

 

4. 12 साल की उम्र में उनकी शादी अंजीनप्पा से हुआ। उन्होंने 12 बच्चों को जन्म दिया जिनमें से 4 जिंदा नहीं रह पाए। 

 

5. सुलागिट्टी नरसम्मा पढ़ी-लिखी नहीं थी लेकिन उन्हें डिलीवरी करने का बहुत एक्सपीरियंस था। इस काम को करते हुए उन्होंने कई औरतों की जान बचाई। 

 

6. उनकी समाज सेवा की भावना को देखते हुए साल 2018 में सरकार ने उन्हें पद्मश्री से भी सम्मानित किया। इसके अलावा उन्हें 2014 में तुमकुर विश्वविद्यालय ने उन्हें डॉक्टरेट की मानद उपाधि दी थी। 

7. सुलागिट्टी नरसम्मा ने डिलीवरी करने का गुण सिर्फ अपने तक नहीं रखा बल्कि 180 महिलाओं को इसकी ट्रेनिंग भी दी थी। 

 

 

Content Writer

Priya verma