पीरियड्स टालने वाली गोलियां लेती हैं तो पहले जान लें उसके नुकसान

punjabkesari.in Sunday, Mar 07, 2021 - 09:26 AM (IST)

महिलाओं को हर महीने पीरियड्स की स्थिति से गुजरना पड़ता है। यह एक नेचुरल प्रोसेस है जो 28 से 38 दिनों के बीच होता है लेकिन कई महिलाओं को किसी फंक्शन या शादी के दिन पीरियड्स आने वाले होते हैं। ऐसे में वह पीरियड्स टालने के लिए गोलियां ले लेती हैं लेकिन यह आपकी सेहत को नुकसान भी पहुंचा सकती हैं। जी हां, पीरियड्स टालने वाली दवा से भले ही वो देरी से आए लेकिन इससे सेहत प्रभावित होती है। चलिए आपको बताते हैं कि कैसे नुकसान पहुंचाती है ये गोलियां...

इन महिलाओं को नहीं करना चाहिए सेवन

. 30 साल से अधिक, डायबिटीज या मोटापे की शिकार महिलाओं को इसका सेवन करने से बचना चाहिए। इससे आपकी समस्या बढ़ सकती है।

. अगर खून के थक्के से जुड़ी कोई समस्या हैं तो इन दवाइयों का सेवन ना करें क्योंकि यह आपकी इस परेशानी को बढ़ा सकते हैं।

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चलिए अब आपको बताते हैं इसके नुकसान...

मासिक धर्म चक्र पर होगी असर

पीरियड टालने वाली दवाएं मासिक धर्म चक्र और संपूर्ण प्रजनन स्वास्थ्य पर असर डालती हैं। इससे मासिक धर्म चक्र बिगड़ जाता है और पीरियड्स आने में देरी हो सकती है।

कंसीव करने में होगी दिक्कत

इस गोलियां से फर्टिलिटी भी प्रभावित होती है, जिससे कुछ महिलाएं गर्भवती नहीं होती है। ऐसा इसलिए क्योंकि ये गोलियां गर्भनिरोधक के रूप में काम करती हैं।

अधिक ब्लीडिंग

गोलियों का अधिक सेवन करने वाली 20% महिलाओं को पीरियड्स में हैवी ब्लीडिंग का सामना भी करना पड़ सकता है, जो कई महीनों तक जारी रहता है।

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बार-बार गोलियां खाना नुकसानदेह

बार-बार गर्भनिरोधक गोलियां खाने से नसों में थक्का और पुल्मोनरी एंबोलिज्म रोग का खतरा भी रहता है। इसके कारण आपकी जान तक जा सकती है। इसके कारण आपके पेट में दर्द, ऐंठन, दस्त, उल्टी भी हो सकती है।

लिवर को पहुंचाती है नुकसान

ये गोलियां लिवर को मेटाबॉलाइज्ड करने से रोकती है। साथ ही इससे दूसरी दवाओं का असर भी कम हो जाती है, जिससे आपको सेहत से जुड़ी कई समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है।

हॉर्मोन्स में गड़बड़ी

पीरियड्स को रोकने वाली दवाइयों का लगाना सेवन करने से हार्मोन्स गड़बड़ी जाते हैं, जिससे ना सिर्फ मासिक धर्म चक्र पर असर पड़ता है बल्कि कई बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है।

पेट फूलना

इनके कारण पीरियड्स रेगुलर नहीं होते जिससे पेट पर चर्बी जमा होने लगती है। इसके अलावा इससे प्राइवेट पार्ट में इंफेक्शन, इरीटेशन, यूरीन करते वक्त जलन, थकान, कमजोरी, पेट खराब व सूजन भी हो सकती है।

बच्चेदानी की रसौलियां

जो महिलाएं रुटीन में ये दवाएं लेती हैं उन्हें बच्चेदानी में रसौलियां भी हो सकती है। दरअसल, पीरियड साइकिल बिगड़ने के कारण ब्लीडिंग प्रक्रिया भी गड़बड़ा जाती है जो बच्चेदानी में रसौलियों की वजह बनती है।

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अगर आप गोलियों से पीरियड्स की डेट आगे बढ़ाना चाहती हैं तो एक बार अपने डॉक्टर से सलाह जरूर लें।


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Content Writer

Anjali Rajput

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