सिर से पैर तक, 10 दिनों में खुल जाएगी सारी ब्लॉक नसें, ना सर्जरी ना दवाइयां खाने की जरूरत

punjabkesari.in Friday, Aug 06, 2021 - 09:46 AM (IST)

वैरिकाज़ नसों की समस्या पुरुषों और महिलाओं किसी को भी हो सकती हैं। आमतौर पर, वैरिकाज़ नसें 34 से 64 वर्ष की आयु के लोगों को प्रभावित कर सकती हैं। मगर, वैरिकाज़ नसें उन लोगों में अधिक बार होती हैं जिनका पारिवारिक इतिहास हो। लोग इससे छुटकारा पाने के लिए दवाओं का सहारा लेते हैं लेकिन किसी से भी कोई खास फर्क दिखाई नहीं देता। ऐसे में आप कुछ घरेलू नुस्खे अपनाकर इससे छुटकारा पा सकते हैं।

क्या होती हैं वैरिकाज़ नसें?

नसों के अंदरूनी हिस्से में छोटे-छोटे एक तरफा वाल्व होते हैं, जो छोरों से ऑक्सीजन रहित रक्त को दिल और फेफड़ों तक पहुंचाने में मदद करते हैं। वैरिकाज़ नसें तब होती हैं जब ये वन-वे वाल्व काम नहीं करते और रक्त पीछे की ओर 'रिसाव' हो जाता है। जब खून शरीर के किसी एक हिस्से में जमा जाता है तो त्वचा की सतह पर उभरी हुई नीली या बैंगनी नसें दिखाई देती है, जिन्हे वैरिकाज़ वेन्स कहते हैं।

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वैरिकाज़ नसों का क्या कारण है?

वैरिकाज़ नसें कई कारणों से हो सकती हैं। इसमें बढ़ती उम्र, मोटापा, व्यायाम की कमी, आनुवंशिक, हार्मोनल परिवर्तन, लंबे समय तक बैठे या खड़े रहना कारण शामिल है। इसके अलावा महिलाओं को गर्भावस्था या रजोनिवृत्ति के दौरान यह समस्या हो सकती है।

वैरिकाज़ नसों के अन्य लक्षणों में शामिल हैं:

. पैरों में जलन, असहजता या दर्द
. तेज धड़कने
. मांसपेशियों में ऐंठन
. पैरों और टखनों में सूजन
. सूखी या खुजली वाली त्वचा

चलिए अब आपको बताते हैं बंद नसों को खोलने का तरीका
फाइबर युक्त आहार

फाइबर युक्त आहार क्षतिग्रस्त शिरा वाल्व को बढ़ा सकता है। इसके लिए डाइट में साबुत अनाज, गेहूं, जई, पालक, सूरजमुखी के बीज, मटर, फलियां, अंजीर, बेर, एवोकाडो, टमाटर, ब्रोकोली, गाजर, प्याज आदि खाएं।

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पोटैशियम युक्त आहार

पोटेशियम शरीर में रक्त की मात्रा बढ़ाता है, जिससे शिराओं के वाल्व पर अतिरिक्त दबाव पड़ता है और नसें ब्लॉक नहीं होती। इसके लिए डाइट में दही, बादाम, पिस्ता, सैल्मन फिश, चिकन, सफेद सेम, मसूर की दाल, खजूर, संतरे, आलू, पत्तीदार सब्जियां खाएं।

सेब का सिरका

सेब के सिरके को एक गिलास पानी के साथ मिलाकर पीएं। यह कोलेस्ट्रॉल को कम करने के साथ धमनियों में बैक्टीरिया को मारता है। इससे नसों में ब्लॉकेज की समस्या नहीं होती।

लहसुन वाला दूध

बंद नसों को खोलने के लिए 1 कप दूध में 3 लहसुन की कली व शहद को उबाल कर पीएं। आप चाहे तो दूध में हल्दी भी डाल सकते हैं।

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अनार का जूस

अनार के 1 गिलास जूस का रोजाना सेवन शरीर में खून बढ़ाने के साथ ब्लड सर्कुलेशन को भी बेहतर बनाता है। इससे नसों में ब्लॉकेज भी नहीं होती।

सुखे मेवे खाएं

रोजाना कम से कम 50-100 ग्राम बादाम, अखरोट और पेकन (Pecan) का सेवन आपकी रक्त कोशिकाओं में कोलेस्ट्रॉल जमा नहीं होने देता।

अलसी के बीज

रात को अलसी के बीज पानी में भिगों दें। सुबह इसे पीसकर पानी में उबाल कर काढ़ा बनाकर पीएं। इससे कुछ दिनों में ही ब्लॉक नसें खुल जाएगी।

मसाज करें

पुदीने या जैतून के तेल से मसाज करें। इससे बंद नसें खुल जाएंगी और सूजन व दर्द में भी आराम मिलेगा।

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याद रखे लाइफस्टाइल में गड़बड़ी भी नस ब्लॉकेज की सबसे बड़ी वजह है इसलिए स्वस्थ दिनचर्या अपनाएं। सुबह जल्दी उठें और एक्सरसाइज करें। इसके अलावा तनाव व टेंशन ना लें।


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Content Writer

Anjali Rajput

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