World Heart Day Special: हर उम्र में दिल को मजबूत बनाने वाली 10 आसान आदतें

punjabkesari.in Monday, Sep 29, 2025 - 03:13 PM (IST)

 नारी डेस्क: दिल हमारी ज़िंदगी की धड़कन है। जब तक इसका तालमेल बना रहता है, तब तक शरीर ऊर्जा और जीवन से भरा रहता है। यही वजह है कि इस साल वर्ल्ड हार्ट डे का थीम “Don’t Skip a Beat” (एक भी धड़कन न छूटे) बेहद अहम है। आज के समय में दिल की बीमारियाँ सिर्फ बुज़ुर्गों तक सीमित नहीं रहीं, बल्कि युवाओं और बच्चों तक को अपनी चपेट में ले रही हैं।

दिल की बीमारियों के मुख्य कारण

धमनियों में रुकावट कई बार दिल को खून पहुंचाने वाली धमनियों (arteries) में ब्लॉकेज बन जाता है। इससे खून का प्रवाह रुक जाता है और दिल की मांसपेशियाँ कमज़ोर होने लगती हैं। यही ब्लॉकेज अक्सर हार्ट अटैक की वजह बनते हैं। अनियमित दिल की धड़कन कुछ मामलों में दिल की धड़कन बहुत धीमी, बहुत तेज़ या अनियमित हो जाती है। इसे अरिद्मिया कहते हैं। इस स्थिति में दिल ठीक से खून पंप नहीं कर पाता, जिससे शरीर को पर्याप्त ऑक्सीजन नहीं मिल पाती।

PunjabKesari

अच्छी बात यह है कि आधुनिक तकनीक और कार्डियक केयर ने समय रहते इलाज को आसान और अधिक प्रभावी बना दिया है।

बच्चों और युवाओं में दिल की बीमारी के उदाहरण

 हाल ही में हमारे पास 15 साल का एक बच्चा आया, जो दांत ब्रश करते हुए अचानक बेहोश हो गया। जांच में पता चला कि उसके दिल में "शॉर्ट सर्किट" जैसी समस्या थी, यानी धड़कन असामान्य हो रही थी। हमने एक रेडियोफ्रीक्वेंसी एब्लेशन नामक छोटी सी प्रक्रिया करके उसके दिल की विद्युत प्रणाली को ठीक कर दिया। अब वह बिना दवा के बिल्कुल सामान्य जीवन जी रहा है।

 एक और केस में 42 वर्षीय व्यक्ति मात्र 32 बीट्स प्रति मिनट की धड़कन के साथ अस्पताल पहुँचे। यह स्थिति दिल का दौरा पड़ने से हुई थी। समय पर इलाज न मिलता तो उनकी जान जा सकती थी। लेकिन त्वरित उपचार से उनकी धड़कन सामान्य हुई और उन्हें जीवन का दूसरा मौका मिला।

हर उम्र के लिए ज़रूरी सीख

इन कहानियों से साफ़ है कि दिल की बीमारी सिर्फ़ एक उम्र तक सीमित नहीं है। यह किसी को भी प्रभावित कर सकती है। लेकिन सावधानी, जागरूकता और समय पर कदम उठाना ही असली जीवनरक्षक है।

PunjabKesari

दिल को स्वस्थ रखने के आसान उपाय

 संतुलित और हेल्दी आहार लें – हरी सब्ज़ियां, फल, साबुत अनाज और कम वसा वाला भोजन अपनाएं।

नियमित व्यायाम करें – रोज़ाना कम से कम 30 मिनट वॉक या कोई भी शारीरिक गतिविधि ज़रूरी है।

तनाव कम करें – मेडिटेशन, योग और पर्याप्त नींद दिल को मज़बूत बनाते हैं।

तंबाकू और शराब से दूर रहें – ये दिल की धड़कनों पर सीधा बुरा असर डालते हैं।

नियमित हेल्थ चेकअप कराएं– खासकर ब्लड प्रेशर, शुगर और कोलेस्ट्रॉल की जांच समय-समय पर ज़रूर कराएं।

दिल की हर धड़कन मायने रखती है वर्ल्ड हार्ट डे हमें यह याद दिलाता है कि कोई भी अपनी ज़िंदगी सिर्फ़ इसलिए न खोए क्योंकि उसने दिल की दी हुई चेतावनी को नज़रअंदाज़ कर दिया। आइए, आज हम सब मिलकर यह संकल्प लें कि अपने दिल का ख़याल रखेंगे और दूसरों को भी जागरूक करेंगे।

PunjabKesari

डॉ. वी. पी. शर्मा, डायरेक्टर – कार्डियोलॉजी, फोर्टिस हॉस्पिटल, जालंधर   

 


सबसे ज्यादा पढ़े गए

Content Editor

Priya Yadav

Related News

static