हार्ट अटैक की असली वजह: मीट-तेल नहीं, बल्कि 5 गलत आदतें जो नाइट्रिक ऑक्साइड घटाती हैं
punjabkesari.in Wednesday, Sep 17, 2025 - 03:37 PM (IST)

नारी डेस्क : आजकल दिल की बीमारियों की वजह से होने वाली मौतें सबसे ज्यादा होती हैं, और इनमें हार्ट अटैक सबसे आम कारण है। पहले यह माना जाता था कि हार्ट अटैक का कारण लाल मांस, मक्खन और तला-भुना खाना है, लेकिन नई रिसर्च से यह सामने आया है कि असली खतरा कुछ और है। हार्ट अटैक की असली वजह हमारे खाने-पीने की गलत आदतें और जीवनशैली हैं, जो धीरे-धीरे हमारे शरीर को नुकसान पहुंचाती हैं।
नाइट्रिक ऑक्साइड: दिल की सेहत के लिए जरूरी
डॉक्टर और एक्सपर्ट्स के अनुसार, हमारे शरीर में एक खास मॉलिक्यूल होता है जिसका नाम है नाइट्रिक ऑक्साइड। यह मॉलिक्यूल हमारे ब्लड वेसल्स (रक्त वाहिकाओं) को स्वस्थ रखने में मदद करता है। यह रक्त वाहिकाओं को आराम देता है, ब्लड सर्कुलेशन को सही करता है, और नसों में प्लाक (वसा) जमा होने से रोकता है। जब शरीर में नाइट्रिक ऑक्साइड की कमी हो जाती है, तो ब्लड प्रेशर बढ़ता है और हार्ट अटैक का खतरा भी बढ़ जाता है।
किन आदतों से घटता है नाइट्रिक ऑक्साइड?
रिफाइंड शुगर (सफेद चीनी)
रिफाइंड शुगर, जो मिठाइयों, सॉफ्ट ड्रिंक, पैकेज्ड फूड्स, सॉस, और सीरियल्स में पाई जाती है, नाइट्रिक ऑक्साइड के लिए सबसे बड़ी दुश्मन है। यह ब्लड शुगर को तेजी से बढ़ाती है और रक्त वाहिकाओं में सूजन उत्पन्न करती है, जिससे नाइट्रिक ऑक्साइड का स्तर घटने लगता है। लंबे समय तक इसका सेवन करने से दिल की बीमारियों का खतरा बढ़ सकता है।
रिफाइंड स्टार्च (सफेद आटा)
सफेद आटे से बनी ब्रेड, बिस्किट, पेस्ट्री जैसी चीजें जल्दी शुगर में बदल जाती हैं, जो ब्लड शुगर को तेजी से बढ़ाती हैं। यह रक्त वाहिकाओं पर नकारात्मक प्रभाव डालती हैं और नाइट्रिक ऑक्साइड की मात्रा कम कर देती हैं, जिससे दिल की सेहत कमजोर होती है।
इंडस्ट्रियल सीड ऑयल्स
सोयाबीन तेल, कॉर्न ऑयल और सनफ्लावर ऑयल जैसी चीजें फास्ट फूड और पैकेज्ड फूड में अक्सर इस्तेमाल होती हैं। इन तेलों में ओमेगा-6 फैटी एसिड की अधिक मात्रा होती है, जो शरीर में सूजन बढ़ाती है। इन तेलों को अधिक गर्म करने पर ये खराब हो जाते हैं और जहरीले तत्व उत्पन्न करते हैं, जो दिल की बीमारियों का कारण बन सकते हैं।
स्मोकिंग करना
स्मोकिंग (सिगरेट, बीड़ी) से शरीर में नाइट्रिक ऑक्साइड की मात्रा घट जाती है। धूम्रपान से फ्री रेडिकल्स उत्पन्न होते हैं जो नाइट्रिक ऑक्साइड को नष्ट कर देते हैं और रक्त वाहिकाओं को नुकसान पहुंचाते हैं। इसका असर दिल की सेहत पर बहुत बुरा पड़ता है।
एंटीबैक्टीरियल माउथवॉश
कुछ माउथवॉश में ऐसे केमिकल्स होते हैं जो मुंह में अच्छे बैक्टीरिया को खत्म कर देते हैं। ये बैक्टीरिया नाइट्रिक ऑक्साइड बनाने में मदद करते हैं। इसलिए माउथवॉश का अत्यधिक उपयोग ब्लड प्रेशर को बढ़ा सकता है और दिल की बीमारियों का खतरा बढ़ा सकता है।
नाइट्रिक ऑक्साइड बढ़ाने के लिए क्या करें?
हरी पत्तेदार सब्जियां : पालक, अरुगुला, केल जैसी हरी पत्तेदार सब्जियां नाइट्रिक ऑक्साइड के स्तर को बढ़ाने में मदद करती हैं।
चुकंदर और उसका जूस : चुकंदर में नाइट्रिक ऑक्साइड बनाने वाले तत्व होते हैं, और इसका जूस दिल की सेहत के लिए बहुत फायदेमंद है।
लहसुन और प्याज : लहसुन और प्याज में प्राकृतिक तरीके से नाइट्रिक ऑक्साइड बढ़ाने की क्षमता होती है।
संतरा, नींबू, और अनार : इन फल और उनके रस में विटामिन C होता है, जो नाइट्रिक ऑक्साइड के उत्पादन को बढ़ाता है।
नट्स और बीज : जैसे कि आर्जिनिन से भरपूर नट्स (बादाम, अखरोट) और बीज, जो नाइट्रिक ऑक्साइड के स्तर को बढ़ाने में मदद करते हैं।
डार्क चॉकलेट (कोको वाला) : डार्क चॉकलेट में फ्लेवोनोइड्स होते हैं जो नाइट्रिक ऑक्साइड का उत्पादन बढ़ाते हैं।
नियमित एरोबिक एक्सरसाइज : तेज चलना, दौड़ना, और तैराकी जैसी एरोबिक एक्सरसाइज नाइट्रिक ऑक्साइड के स्तर को बढ़ाती हैं।
अच्छी नींद और तनाव कम करें : पर्याप्त और अच्छी नींद लेना और तनाव को कम करने के लिए गहरी सांस लेना, मेडिटेशन और नेचर वॉक जैसी आदतें अपनाएं।
धूप में समय बिताएं : रोजाना धूप में समय बिताना, ताकि शरीर में विटामिन D का निर्माण हो सके, जो नाइट्रिक ऑक्साइड के स्तर को बढ़ाने में मदद करता है।
अगर आप दिल की बीमारियों से बचना चाहते हैं, तो अपनी जीवनशैली और खानपान में सुधार करना जरूरी है। नाइट्रिक ऑक्साइड का स्तर बढ़ाने के लिए स्वस्थ खानपान, नियमित एक्सरसाइज और सही आदतों को अपनाना बहुत आवश्यक है।
नोट: यह जानकारी सामान्य स्वास्थ्य जागरूकता के लिए है। यदि आपको दिल या किसी अन्य बीमारी का खतरा है, तो अपने डॉक्टर से परामर्श जरूर लें।