कैंसर से बचाएगी Bok Choy, जानिए इसके फायदे व नुकसान
punjabkesari.in Friday, Mar 12, 2021 - 12:46 PM (IST)
बोक चॉय पोषक तत्वों से भरपूर एक तरह की सब्जी है। यह पत्तागोभी की एक किस्म होने से चीनी पत्तागोभी के नाम से भी मशहूर है। दिखने में इसकी टहनिया सफेद व पत्ते हरे रंग होते हैं। इसमें विटामिन, आयरन, प्रोटीन, ग्लूकोसिनोलेट्स, सल्फर व एंटी-ऑक्सीडेंट गुणों से भरपूर होती है। ऐसे में इसका सेवन करने से हड्डियों को मजबूती मिलने से लेकर कैंसर जैसी गंभीर बीमारी से बचा जा सकता है। तो चलिए जानते हैं पोषक तत्वों से भरपूर इस सब्जी के बारे में...
बोक चॉय पाएं जाने वाले पोषक तत्व
बात बोक चॉय में मौजूद पोषक तत्वों की करें तो इसमें 7-9 ग्राम कैलोरी, 1 ग्राम के करीब प्रोटीन, 0 वसा, 1.4 कार्ब्स, 0.5-1 ग्राम शुगर, 1 ग्राम फाइबर व विटामिन ए, सी, के और एंटी-ऑक्सीडेंट्स गुण होते हैं। ऐसे में यह सब्जी साग, पालक आदि की तरह फायदेमंद मानी जाती है।
बोक चॉय खाने के फायदे
कैंसर से बचाव
इसमें में ग्लूकोसिनोलेट्स तत्व होने से यह शरीर में कैंसर की कोशिकाएं पनपने से रोकता है। ऐसे में हफ्ते में 1 बार भी इसका सेवन करने से ब्रेस्ट, लीवर, किडनी का कैंसर होने से बचाव रहता है।
थायरॉयड रहे कंट्रोल
इसका सेवन करने से थायरॉयड की ग्रंथियों को बेहतर काम करने में मदद मिलती है। ऐसे में थायरॉयड होने से बचाव रहता है।
मजबूत हड्डियां
बोक चॉय में कैल्शियम, प्रोटीन, विटामिन, फास्फोरस आदि तत्व होने से हड्डियों को मजबूती मिलती है। ऐसे में गठिया, फ्रैक्चर होने का खतरा कई गुणा कम रहता है।
दिल रहेगा स्वस्थ
इसमें मैग्नेशियम, विटामिन व एंटी-ऑक्सीडेंट्स गुण होने से ब्लड प्रेशर कंट्रोल रहता है। ऐसे में हार्ट अटैक, स्टोक का खतरा कम होने के साथ दिल से जुड़ी बीमारियों से बचाव रहता है।
ऐसे करें डाइट में शामिल
पोषक व एंटी-ऑक्सीडेंट्स गुणों से भरपूर बोक चॉय को आप अलग-अलग तरीकों से डाइट में शामिल कर सकते हैं।
- इसका सूप बनाकर सेवन किया जा सकता है।
- इसका अन्य सब्जियों के साथ उबाल कर भी सेवन किया जा सकता है।
- लहसुन, ऑलिव ऑयल व अन्य सब्जी के साथ इसे सलाद के तौर पर खाएं।
- चावल में भी इसे इस्तेमाल किया जा सकता है।
- सैंडविच में भी इसे यूज कर सकते हैं।
बोक चॉय के नुकसान
- जो लोग पहले से खून पतला करने की दवां लेते हैं। उन्हें बोक चॉय का सेवन करने से बचना चाहिए।
- अन्य पत्तेदार सब्जियों के जैसे इसमें एंजाइम मौजूद होता है, जो मायरोसिनेज़ कहलाता है। ऐसे में इसके अधिक सेवन से शरीर में आयोडीन का संतुलन बिगड़ सकता है। ऐसे में थायरॉयड के कार्यों में रुकावटें हो सकती है।