खुल गया ज्योति मल्होत्रा का जट्ट रंधावा कनेक्शन, फोन में ऐसे छिपाती थी PAK हैंडलर्स के Secrets
punjabkesari.in Monday, May 19, 2025 - 09:22 PM (IST)

नारी डेस्क: पाकिस्तान की जासूस ज्योति मल्होत्रा... इस समय यह नाम हर किसी की जुबान पर है। सोशल मीडिया और मीडिया की सुर्खियां बटौर रही ज्योति को लेकर नए-नए खुलासे हो रहे हैं। हर किसी के दिमाग में एक ही सवाल कि हरियाणा के हिसार में रहने वाली ज्योति पाकिस्तान की जासूस कैसे बन गई। बता दें कि ज्योति के पास नौकरी नहीं थी। हरियाणा के हिसार में रहने वाली ज्योति का घर महज 55 गज में बना है। नौकरी नहीं थी तो वह व्लॉगर बन गई। यूट्यूब और इंस्टाग्राम से ही कमाई करती थी लेकिन ज्योति के खर्च और शौक देखेंगे तो आपके पैरों तले भी जमीन खिसक जाएगी। ज्योति को भारत के दुश्मन देश पाकिस्तान और चीन दोनों ही देशों का वीजा आसानी से मिल गया।
वह फर्स्ट कलास का टिकट लेकर फ्लाइट में सफर करती, फाइव स्टार होटल में रहती। आलीशान रेस्टोरेंट में ब्रेकफास्ट, लंच और डिनर होता। पाकिस्तान ट्रिप पर गई तो वहां दूतावास की पार्टी में कई बड़े अधिकारियों से मिली। पाकिस्तानी पंजाब की मुख्यमंत्री मरियम नवाज शरीफ से ज्योति की करीबी ऐसी थी, मानो बचपन से एक दूसरे को जानती हो। इतना नहीं हाल ही में जिस पाकिस्तानी दूतावास दानिश को भारत ने जासूसी के मामले में देश से निकाला वो ज्योति का खासमखास निकला।
तीन पाकिस्तानी ऑपरेटिव के संपर्क में थी ज्योति मल्होत्रा
यूट्यूबर और व्लॉगर को भारत सरकार ने पाकिस्तान के लिए जासूसी के मामले में गिरफ्तार किया है। अब आए दिन नए नए खुलासे हो रहे हैं। पुलिस को तफ्तीश में पता चला कि वह पाकिस्तान में अपने हैंडलर्स के नंबरों को ज्योति ने मोबाइल में फर्जी नामों से सेव कर रखा था। ऐसा इसलिए, ताकि उसके ऊपर किसी को शक ना हो। यह सिर्फ सावधानी ही नहीं बल्कि एक पैटर्न था जिससे पता चलता है कि वह पाकिस्तान के खुफिया नेटवर्क से गहराई तक शामिल रही थी।
पुलिस की जानकारी के मुताबिक, वह कम से कम तीन पाकिस्तानी ऑपरेटिव के संपर्क में थी। उसका पहला संपर्क दिल्ली में पाकिस्तानी हाई कमीशन के अधिकारी एहसान-उर-रहीम उर्फ दानिश से हुआ था। दोनों साल 2023 में एक इवेंट के दौरान मिले थे। दानिश ने ही ज्योति का पाकिस्तानी वीजा बढ़ाने में मदद की और लाहौर रहने का बंदौबस्त किया। दानिश ने ही ज्योति को शाकिर और राणा शाहबाज नाम के दूसरे हैंडलर्स से मिलवाया था।
जट्ट रंधावा जैसे फर्जी नाम का इस्तेमाल
पुलिस सूत्रों का कहना है कि ज्योति WhatsApp, Telegram और Snapchat जैसे एन्क्रिप्टेड ऐप्स के जरिए अपने पाकिस्तानी हैंडलर्स के साथ बात करती थी। वह जानबूझकर 'जट्ट रंधावा' जैसे फर्जी नामों का इस्तेमाल करती थी ताकि उसकी बातचीत छिपी रहे। ज्योति ने भी यह माना कि उसने भारत की कुछ अहम जगहों और घटनाओं से जुड़ी संवेदनशील जानकारी अपने पाकिस्तानी हैंडलर्स के साथ शेयर की थी। एक पाकिस्तानी अधिकारी के साथ ज्योति बाली भी गई थी। 30 अप्रैल 2025 को ज्योति ने इंस्टाग्राम पर बाली से अपनी एक तस्वीर अपलोड की। कैप्शन में लिखा- Randhawa ji said– "billo teri aankh qatal"।
इसके बाद जैसे ही ज्योति 6 मई को दिल्ली ट्रिप से वापिस लौटी कुछ दिन बाद उसे गिरफ्तार कर लिया गया। जानकारी ऐसी भी मिल रही है कि इस ट्रिप में वह दानिश से मिली थी। महत्वपूर्ण बात यह है कि ज्योति और दानिश की मुलाकात, ऑपरेशन सिंदूर से ठीक एक दिन पहले हुई थी। फिलहाल ज्योति को पांच दिन की पुलिस हिरासत में भेजा गया है, जहां केंद्रीय और राज्य की खुफिया टीमें उससे पूछताछ कर रही हैं।
दानिश ने मिलवाया अली अहसान से आगे अली ने मिलवाया खुफिया अधिकारियों से
ज्योति मल्होत्रा के सोशल मीडिया प्रोफाइल, खासकर उसका यूट्यूब चैनल 'Travel with Joe' और इंस्टाग्राम अकाउंट, उसकी पाकिस्तान यात्राओं सहित खूबसूरत ट्रैवल व्लॉग दिखाते हैं। उसने कई बार पाकिस्तान की यात्रा की है। यूट्यूब पर उसके 3.2 लाख सब्सक्राइबर और इंस्टाग्राम पर 13 लाख से ज्यादा फॉलोअर्स हैं हालांकि अब उनका इंस्टाग्राम अकाउंट बंद कर दिया गया है। पुलिस का कहना है कि इन प्लेटफॉर्म का इस्तेमाल न केवल यात्रा दिखाने के लिए किया गया बल्कि पाकिस्तान समर्थक भावनाओं को बढ़ावा देने के लिए भी किया गया। दानिश के कहने पर वह दूसरे ऑपरेटिव अली अहसान से मिली थी और आगे अली अहसान ने उसे पाकिस्तान के खुफिया अधिकारियों से मिलवाया था। फोरेंसिक टीमें उसके डिजिटल उपकरणों और लेनदेन की जांच कर रही हैं ताकि फंडिंग से जुड़ी सच्चाई सामने आ सकें।