भगवान कृष्ण को बेहद प्रिय है धनिया पंजीरी, इस आसान तरीके से मिनटों में करें तैयार
punjabkesari.in Saturday, Aug 16, 2025 - 03:48 PM (IST)

नारी डेस्क: जन्माष्टमी पर धनिया पंजीरी को सबसे शुभ और प्रिय भोग माना जाता है। इसका संबंध भगवान श्रीकृष्ण के जन्म, व्रत-उपवास और परंपरा से जुड़ा है। जन्माष्टमी पर धनिया पंजीरी का भोग ग्रहण करने से ही व्रत पूर्ण होता है। आइए जानते हैं धनिया पंजीरी बनाने का सबसे आसान तरीका।

जन्माष्टमी पर धनिया पंजीरी का महत्व
जन्माष्टमी पर लोग व्रत रखते हैं और अन्न का सेवन नहीं करते।धनिया (सूखा धनिया पाउडर) को अन्न नहीं, बल्कि फलाहार की श्रेणी में रखा गया है। इसलिए यह व्रती लोगों के लिए भी उपयुक्त भोग है। पंजीरी सात्त्विक, सुपाच्य और पौष्टिक होती है, इसलिए इसे शुभ माना गयाहै। शास्त्रों में वर्णन है कि भगवान कृष्ण को गुड़, धनिया, मिश्री, माखन और दूध के भोग विशेष प्रिय हैं। इसीलिए मंदिरों और घरों में विशेषकर धनिया पंजीरी का भोग लगाया जाता है।
धनिया पंजीरी बनाने की सामग्री
-सूखा धनिया पाउडर - 1 कप
- देसी घी - ½ कप
- बूरा/पिसी मिश्री-¾ कप
- मखाना- ½ कप (भुना और कुटा हुआ)
-सूखे मेवे -बादाम, काजू, किसमिस, पिस्ता (कटे हुए)
-नारियल का बूरा- 2 बड़े चम्मच (वैकल्पिक)
-इलायची पाउडर - ½ छोटा चम्मच

धनिया पंजीरी बनाने की विधि
-सबसे पहले कढ़ाई में घी गर्म करें।
-उसमें मखाने डालकर हल्के सुनहरे होने तक भून लें और ठंडा होने पर तोड़कर दरदरा कर लें।
-अब उसी घी में सूखा धनिया पाउडर डालकर धीमी आंच पर भूनें। (सुगंध आने तक)
-इसमें कटे हुए मेवे, नारियल और इलायची पाउडर डालें।
-आंच से उतारकर ठंडा होने दें और फिर मिश्री/बूरा डालकर अच्छी तरह मिला दें।
लीजिए तैयार है शुभ धनिया पंजीरी का प्रसाद, जिसे भगवान कृष्ण को अर्पित कर परिवार और भक्तों में बांटा जाता है।