बात-बात पर जिद करता है बच्चा तो आजमाकर देखें ये वास्तु टिप्स
punjabkesari.in Tuesday, Sep 07, 2021 - 01:19 PM (IST)
बच्चे थोड़ी-बहुत जिद्द तो करते ही है। मगर ये जिद्द हद से ज्यादा बढ़ जाए तो मां-बाप के लिए परेशानी खड़ी कर देते हैं। ऐसे में गुस्सैल व जिद्दी बच्चे को संभालना बेहद ही मुश्किल हो जाता है। ऐसे में अगर आप भी अपने बच्चे की जिद्द से परेशान है तो वास्तु से जुड़े कुछ खास उपाय कर सकती है। इससे बच्चे के व्यवहार में बदलाव आने में मदद मिलेगी।
सरस्वती मां की करें पूजा
सरस्वती माता ज्ञान की देवी कहलाती है। ऐसे में आप अपने बच्चे को रोजाना मां सरस्वती की अराधना करवाएं। आप चाहे तो उनके कमरे या स्टडी रूम में सरस्वती माता का कोई चित्र या प्रतिमा भी लगा सकती है। इसके साथ ही किसी भी काम में बच्चे से जबरदस्ती करने से बचें। इससे बच्चा और भी जिद्दी हो सकता है।
बच्चे को भगवान गणेश के मंदिर ले जाएं
बुधवार का दिन प्रथम पूजनीय व ज्ञान के देवता गणेश जी का दिन होता है। मान्यता है कि उनके दर्शन व पूजा करने से बुद्धि तेज होती है। इसलिए आप अपने बच्चे को गणेश मंदिर लेकर जाएं।
हरी वस्तुओं का करें दान
वास्तु अनुसार, बुधवार के दिन हरी वस्तु का दान करना व गाय को हरा चारा खिलाना शुभ माना जाता है। इससे ज्ञान में वृद्धि होती है। ऐसे में आप इस दिन अपने बच्चों के ये काम करवा सकती है।
हनुमान जी के मंदिर में जाकर करें यह उपाय
मंगलवार और शनिवार का दिन संकटमोचन हनुमान जी को समर्पित है। इनकी पूजा करने से जीवन की समस्याएं दूर होकर ज्ञान और साहस में वृद्धि होती है। इसलिए इनमें से किसी भी दिन हनुमान मंदिर में जाकर बजरंगबली के बाएं पैर का सिंदूर लेकर बच्चे के माथे पर तिलक करें। मान्यता है कि इससे बच्चे का मन शांत होता है। इसके साथ ही हनुमान चालीसा का पाठ करने से स्वभाव में विनम्रता आती है। ऐसे में आप बच्चे से हनुमाना चालीसा का पाठ पढ़वाएं या उन्हें सुनाएं।
गले में बांधे ताबीज
अगर आपका बच्चा ज्यादा जिद्दी है तो उसके गले में अश्वगंधा का छोटा सा टुकड़ा ताबीज में बांधकर पहनाएं। इसके अलावा बच्चे को ज्यादा मसालेदार खाना ना खिलाएं।
कमरे के स्टडी रूम में लगाएं ये चित्र
बच्चे के स्टडी रूम में मोर, वीणा, पुस्तक, कलम, हंस, मछली आदि के चित्र लगाएं। इससे कमरे में पॉजीटिविटी फैलेगी। ऐसे में बच्चे का मन शांति व उत्साह से भरा रहेगा। अगर वह अपने कमरे में ही पढ़ता है तो आप इनमें से कोई भी चित्र उसके कमरे में लगा सकती है।
बच्चों के कमरे में हरे रंग का करें इस्तेमाल
हरा रंग शांति, एकाग्रता व खुशहाली का प्रतीक माना जाता है। ऐसे आप अपने बच्चे में ये गुण डालने के लिए उसके कमरे में हरा रंग करवा सकती है। आप चाहे तो कमरे का फर्नीचर, पर्दे भी हरे रंग के रख सकती है। इसके अलावा इस बात का ध्यान रखें कि कमरे में पड़ा फर्नीचर खराब या टूटा नहीं होना चाहिए।
बच्चे पर मोरपंख से हवा करें
बच्चे को सोने के बाद उसके ऊपर मोरपंख से हवा करें। माना जाता है कि इससे बच्चे पर पड़ा नकारात्मक प्रभाव दूर होता है।