बॉलीवुड के डैशिंग खलनायक Firoz Khan को इस वजह से पाकिस्तान ने किया था बैन
punjabkesari.in Thursday, Jan 11, 2024 - 08:28 PM (IST)
बॉलीवुड में स्टार्स का समय आता-जाता रहता है। मायानगरी ने बहुत से लोगों की किस्मत चमकाई। कुछ कलाकार तो ऐसे भी रहे जो अदाकारी से हमेशा-हमेशा के लिए अमर हो गए। उन्हीं स्टार्स में शामिल रहे हैं फिरोज खान। एक ऐसा बेइंतहा हैंडसम एक्टर जिसकी लुक्स की दीवानी थी लड़कियां। फिरोज खान जिन्होंने चॉकलेटी हीरो से लेकर खूंखार खलनायक तक के रोल निभाए और लोगों को उनका हर अंदाज पसंद भी आया। उनके चाहने वाले पूरी दुनिया में थे, हालांकि पाकिस्तान में उनकी एंट्री में बैन लगा था। फिरोज खान को पाकिस्तान में ब्लैकलिस्ट कर दिया गया था। ऐसा क्यों था, इस बारे में भी आपको बताते हैं।
फिरोज खान के खास अंदाज के सब थे फैन
फिरोज खान एक ऐसे स्टार जो अपने अनोखे अंदाज के लिए फेमस थे। उनका फैशन सबसे हटके होता था जिसे आज भी लोग फॉलो करना पसंद करते हैं। उन्हें बॉलीवुड का फैशन आइकन और पहला काउ ब्वॉय कहते हैं। प्रोफेशनल लाइफ में वह एक्टर और डायरेक्टर दोनों रूप में सक्सेसफुल रहे लेकिन पर्सनल लाइफ में उनके एक कदम से ना तो उनके पास घर रहा और ना महबूबा। अपने काम से बुलंदियों को हासिल करने वाले फिरोज खान जो अपने बच्चों कों भी बहुत प्यार करते थे लेकिन वह प्रोफेशनल की तरह पर्सनल लाइफ में सक्सेसफुल नहीं रहे चलिए आज फिरोज खान की जिंदगी से जुड़े कुछ दिलचस्प किस्से आपको बताते हैं जिसके बारे में शायद आप नहीं जानते होंगे।
अफगानिस्तान से ताल्लुक रखने वाले फिरोज खान ने यूं पहुंचे बॉलीवुड के टॉप पर
बैंगलोर में जन्में फिरोज खान ने अपनी शुरू की पढ़ाई भी वहीं की है और आगे पढ़ने के लिए मुंबई गए थे। फिरोज खान मूल रूप से अफगानी थे। उनके पिता सादिक अली खान तनोली अफगानिस्तान से थे और उनकी मां फातिमा, एक ईरानी थीं। फिरोज खान, 5 भाई थे और फिरोज खान का असली नाम जुल्फिकार अली शाह खान है। शाह अब्बास खान (संजय खान), शाहरुख शाह अली खान, समीर खान और अकबर खान, उनके भाई और वहीं दो बहनें खुर्शीद शाहनवर और दिलशाद बेगम शेख हैं। फिरोज इतने खूबसूरत थे कि लोगों ने उन्हें फिल्मी दुनिया में जाने को कहा था और वो गए थे। फिरोज ने फिल्म दीदी से डेब्यू किया था लेकिन फिल्म ऊंचे लोग और आरजू से उन्हें इंडस्ट्री में पहचान मिली और फिल्म ‘आदमी और इंसान’ और ‘सफर’ ने फिरोज खान को काफी पॉपुलेरिटी दिलाई। सिर्फ एक्टिंग ही नहीं उन्होंने खुद भी कई फिल्में बनाई जिसमें वह खुद ही प्रोड्यूसर-डायरेक्टर बने। फिरोज खान के जीवन की सबसे बड़ी हिट फिल्म थी ‘क़ुर्बानी’। इस फिल्म का बजट 2 करोड़ रु, था और इसे पूरा करने के लिए उन्हें अपने रेस के घोड़े बेचने पड़े थे।
पाकिस्तान में इस वजह से हुए ब्लैकलिस्ट
लेकिन ये स्टाइलिश हीरो पाकिस्तान में बैन था।दरअसल, साल 2006 में फिरोज अपनी फिल्म ताजमहल की प्रमोशन के लिए वहां गए थे तब पाकिस्तान के प्रधानमंत्री रहे परवेज मुशर्रफ ने इंटेलिजेंस रिपोर्ट के आधार पर उन्हें ब्लैकलिस्ट में डाल दिया था। रिपोर्ट में कहा गया था कि फिरोज खान ने एक पाकिस्तानी सिंगर की बेइज्जती और फिरोज ने खुद को एक प्राउड इंडियन बताते हुए पाकिस्तान की काफी आलोचना की थी। इस वजह से उन्हें पाकिस्तान में ब्लैकलिस्ट कर दिया गया था।
कई हसीनाओं के प्यार में पड़े थे फिरोज खान
लेकिन पर्सनल लाइफ में फिरोज खान, लव एंगल में उलझे रहे। फिल्म दीदी के दौरान उनकी मुलाकात सुंदरी से हुई और दोनों की डेटिंग शुरू हुई। 5 साल बाद उन्होंने सुंदरी से शादी की और उनके दो बच्चे हुए एक बेटी लैला खान और बेटा फरदीन खान। लेकिन उनका परिवार तब टूट गया जब फिरोज एक एयरहोस्टेस के प्यार में पड़ गए। इस रिश्ते से उनके घर पर झगड़े होने लगे जिसके बाद वह बीबी-बच्चों को छोड़कर बेंग्लुरु में लिव-इन में रहने लगे थे। हालांकि एक लंबे समय बाद उनका एयर होस्टेस से रिश्ता खत्म हो गया था लेकिन जब वो वापिस गए तो पत्नी ने उन्हें तलाक दे दिया।साईं बाबा की तस्वीर को अपनी अंगूठी में पहनने वाले फिरोज खान रिश्ते निभाने में यकीन रखते थे उन्होंने अपनी कई फिल्मों की हिरोइन और गहरी दोस्त मुम्ताज की बेटी से अपने बेटे फरदीन की शादी की। कहा जाता है कि फिरोज अभिनेत्री मुमताज को भी बहुत पसंद करते थे और शादी भी करना चाहते थे लेकिन किस्मत को कुछ और ही मंजूर था। बाद में उन्होंने अपने बेटे फरदीन की शादी मुमताज की बेटी नताशा से शादी की और आपस में समधी बन गए।
मॉर्डन पैरेंट थे फिरोज खान
फ़िरोज खान, आजाद ख्याल के थे और उन्होंने अपने बच्चों को भी आजाद ख्याल का बनाया। जब उनकी बेटी लैला भारतीय टेनिस खिलाड़ी रोहित राजपाल के प्यार में पड़ी तो फिरोज ने कोई आपत्ति नहीं जताई थी और धूमधाम से बेटी की शादी की। लैला को वह बहुत प्यार करते थे। बेटियां पापा की लाडली होती हैं और ऐसे ही लैला भी अपने पापा की लाडली थी। बेटी को लैला नाम फिरोज खान ने ही दिया था। वह फरदीन और लैला दोनों को एक जैसा ही प्यार करते थे। एक इंटरव्यू में लैला ने बताया था कि वह 12 साल की थी जब फिरोज खान शूटिंग से वापिस आए थे तो उन्होंने कहा कि उन्होंने लैला के नाम से एक गाना तैयार किया है। वह गीत कुर्बानी फिल्म का लैला मैं लैला था। यह गीत आज भी काफी पसंद किया जाता है और ये गाना लैला के हमेशा दिल के करीब रहा औऱ लैला इसे पापा का दिया सबसे बेस्ट तोहफा मानती है।
पापा फिरोज को लेकर बेटी लैला ने कही ये बात
लैला ने कहा था, ‘मुझे बहुत गर्व होता है कि ये गाना पापा ने मुझे ध्यान में रखकर बनाया। इस गाने पर मैंने जितना डांस किया है उतना किसी गाने पर नहीं किया। पापा हमेशा मुझे इस गाने पर थिरकते देख खुश होते थे। उन्होंने कभी धर्म को भी खुद पर हावी होने नहीं दिया। जब भाई ने एक हिंदू लड़की से शादी की, तब भी उन्हें कोई गुरेज नहीं था और जब मैंने पापा को बताया कि मुझे टेनिस खिलाड़ी रोहित राजपाल से शादी करनी है, तब भी उन्होंने मुझे रोका नहीं। बावजूद इसके कि रोहित हिंदु थे, पापा ने कोई एतराज नहीं जताया। धर्म से बढ़कर अपना परिवार और उनकी खुशी मायने रखती थी। शुरू से ही पापा मेरे आदर्श रहे हैं। वे सिर्फ फिल्मी पर्दे पर ही बेहद स्टाइलिश नजर नहीं आते थे, बल्कि निजी जीवन में भी बहुत ठाठ से रहने वाले शख्स थे। उनका जीवन जीने का अपना अंदाज था। उनकी मामूली चीजों में भी स्टाइल होता था।’
लैला ने ही बताया था, ‘वे बहुत जिंदादिल इंसान थे। जब पापा मुंबई आए थे, तब उनके पिता की मौत हो चुकी थी। पापा ने पूरे परिवार के मुखिया की जिम्मेदारी निभाई। उन्होंने अपने सभी भाइयों को मुंबई बुलाया और सेटल किया। उनके सारे भाई उनकी बहुत इज्जत करते थे। परिवार के अलावा भी पापा ने बहुत लोगों की मदद की। फिल्म इंडस्ट्री को कई नए चेहरे दिए। लोगों को कई मौके दिए हालांकि, मुझे इस बात का अफसोस जरूर होता है कि पापा ने फिल्म इंडस्ट्री को जो दिया उसकी चर्चा कभी नहीं होती है। हिंदी फिल्मों में पहली बार कार रेसिंग, विदेशों में नई लोकेशन्स पर शूटिंग के अलावा भी और कई तरह के experiment करने वाले फ़िरोज खान को महज स्टाइलिश हीरो के रूप में ही याद किया जाता है।
बता दे कि अपने बेटे फरदीन को भी फिरोज खान ने लांच किया था लेकिन फरदीन का करियर इतना शानदार नहीं रहा। फिल्म वेलकम के बाद वह अपनी सुपरहिट फिल्म ‘कुर्बानी’ के रीमेक की तैयारी कर रहे थे। इसमें उनकी भूमिका फरदीन और विनोद खन्ना वाली भूमिका सैफ को अदा करनी थी, लेकिन किस्मत ने साथ नहीं दिया था। फिरोज लंग कैंसर से पीड़ित थे और 27 अप्रैल 2009 को वह दुनिया को अलविदा कह गए लेकिन आज भी इस स्टाइलिश स्टार को आज भी लोग याद करते हैं।