Fatty Liver है तो खाना शुरू कर दें ये चीजें, एक हफ्ते में दिखेगा फर्क
punjabkesari.in Saturday, Sep 28, 2024 - 07:28 PM (IST)
नारी डेस्कः फैटी लिवर (Fatty Liver) ये समस्या तो अब आम ही सुनने को मिल रही है। फैटी लिवर होने के चलते, आपको आगे कई तरह की सेहत संबंधी दिक्कतें शुरू हो जाती है। वहीं फैटी लिवर लिवर कैंसर का प्रमुख कारण भी बन रहा है। इस समस्या को दूर करने में आपकी डाइट का बहुत बड़ा रोल रहता है। आपको कुछ चीजों का सेवन अधिक करना है जबकि कुछ चीजों से बिलकुल परहेज करने की जरूरत होती है। सिर्फ दवाई के सहारे ही आप सही नहीं हो सकते डाइट का भी रोल जरूर रहता है।
ILBS की एक स्टडी के अनुसार, भारत में लिवर कैंसर के 35-40% मामलों का प्रमुख कारण फैटी लिवर है। पहले यह बीमारी मुख्य रूप से हेपेटाइटिस बी और शराब के सेवन से जुड़ी थी, लेकिन अब मोटापा, डायबिटीज और कोलेस्ट्रॉल का बढ़ता स्तर, फैटी लिवर और फिर लिवर कैंसर का प्रमुख कारण बन गया है इसलिए फैटी लिवर की समस्या को समय रहते ही सही करना बहुत जरूरी है।
फैटी लिवर क्यों होता है? (Fatty Liver Kya Hai)
फैटी लिवर की समस्या तब होती है जब लिवर की कोशिकाओं में अत्यधिक वसा (फैट) जमा हो जाती है, जिससे लिवर सही ढंग से काम नहीं कर पाता। यह समस्या अगर समय पर ध्यान न दी जाए तो लिवर की अन्य गंभीर बीमारियों का कारण बन सकती है। अच्छी बात यह है कि नैचुरल तरीकों से सही आहार और जीवनशैली में बदलाव करके फैटी लिवर की समस्या को नियंत्रित किया जा सकता है।
फैटी लिवर की समस्या के संकेत और लक्षण (Fatty Liver Symptoms)
फैटी लिवर की समस्या तब उत्पन्न होती है जब लिवर में अत्यधिक वसा जमा हो जाती है। यह समस्या शुरुआती चरणों में स्पष्ट लक्षण नहीं दिखाती, लेकिन जब वसा की मात्रा अधिक बढ़ जाती है, तो कुछ लक्षण सामने आ सकते हैं। यहाँ फैटी लिवर की कुछ प्रमुख निशानियाँ दी गई हैं:
1. थकान और कमजोरीः फैटी लिवर के मरीजों में सामान्यतः अत्यधिक थकान और कमजोरी महसूस होती है। लिवर शरीर में ऊर्जा के भंडारण और विषाक्त पदार्थों को बाहर निकालने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है, लेकिन जब लिवर में फैट जमा हो जाता है, तो उसकी कार्यक्षमता प्रभावित होती है, जिससे शरीर में थकान और कमजोरी महसूस होने लगती है।
2. पेट में दर्द या भारीपनः फैटी लिवर की समस्या के कारण पेट के दाईं ओर (ऊपरी हिस्से) में दर्द या भारीपन महसूस हो सकता है। यह दर्द कभी-कभी हल्का होता है, लेकिन कभी-कभी यह असहनीय भी हो सकता है। यह लिवर में फैट जमा होने के कारण लिवर की सूजन का परिणाम होता है।
3. वजन बढ़ना या मोटापाः फैटी लिवर से पीड़ित लोगों में आमतौर पर वजन बढ़ने की समस्या देखी जाती है। विशेष रूप से पेट के आसपास वसा का जमाव बढ़ सकता है, जिससे व्यक्ति मोटापे का शिकार हो सकता है।
4. भूख कम लगनाः फैटी लिवर के मरीजों में भूख में कमी महसूस हो सकती है। यह लिवर की कार्यक्षमता में कमी के कारण होता है, क्योंकि लिवर का सही से काम न करना पाचन तंत्र को भी प्रभावित करता है।
यह भी पढ़ेंः Cancer In Kitchen: आज ही ये 10 चीजें बाहर फेंके नहीं तो जिंदगी को खतरा
5. पीलिया (Jaundice): गंभीर मामलों में, फैटी लिवर से लिवर की कोशिकाएं क्षतिग्रस्त हो जाती हैं, जिससे त्वचा और आंखों का रंग पीला पड़ने लगता है। इसे पीलिया कहते हैं, जो लिवर में गंभीर समस्या का संकेत हो सकता है।
6. त्वचा पर खुजली: लिवर की खराब कार्यक्षमता के कारण शरीर में विषाक्त पदार्थों का जमाव बढ़ जाता है, जिससे त्वचा पर खुजली और जलन महसूस हो सकती है।
7. सिरदर्द और चक्कर आना: फैटी लिवर की समस्या में मस्तिष्क तक रक्त प्रवाह में कमी आ सकती है, जिससे सिरदर्द और चक्कर आने की समस्या हो सकती है।
8. गैस्ट्रिक समस्याएं: फैटी लिवर के कारण पेट फूलने, गैस, बदहजमी, और एसिडिटी जैसी समस्याएं भी हो सकती हैं।
9. उल्टी या मतली: कुछ मरीजों को मतली या उल्टी जैसा महसूस हो सकता है, खासकर जब वे भारी या फैट युक्त भोजन का सेवन करते हैं। यह लिवर के सही ढंग से पाचन तंत्र को सपोर्ट न कर पाने के कारण हो सकता है।
10. असामान्य लिवर फंक्शन टेस्ट: फैटी लिवर की पुष्टि के लिए लिवर फंक्शन टेस्ट किया जाता है। अगर लिवर एंजाइम्स की मात्रा बढ़ी हुई पाई जाती है, तो यह फैटी लिवर की निशानी हो सकती है।
आइए जानें कि फैटी लिवर के लिए क्या खाएं, क्या नहीं खाएं और इसे नैचुरली कैसे ठीक किया जा सकता है:- (Fatty Liver Mein Kya Khayein Kya Nahin)
फैटी लिवर में डाइट कैसी रखें? नैचुरल तरीके से ठीक होगी समस्या (Fatty Liver Diet)
फैटी लिवर की समस्या है तो सबसे पहले अपनी डाइट से ऑयली चीजें निकाल दें।
खाना अध-पका और नैचुरल खाएं। आपका खाना 40 से 50 प्रतिशत तक ही पका होना चाहिए।
कलरफुल व हरी सब्जियां अपनी डाइट में जरूर शामिल करें।
नट्स आपकी डाइट में होने चाहिए। हर तरह के नट्स खाने सेहत के लिए फायदेमंद हैं।
रोज का एक सेब जरूर खाएं। हल्दी का सेवन करना फैटी लिवर की समस्या को दूर करता है। ज्वार-बाजरा जरूर खाएं क्योंकि ये ग्लाइसेमिक इंडेक्स फूड हैं। वीट (गेंहू) खाने से शुगर लेवल जल्दी बढ़ता है जबकि ज्वार-बाजरा में शुगर लेवल बहुत स्लो रहता है।
यह भी पढ़ेंः लिवर कैंसर का बड़ा कारण फैटी लिवर, जानिए बचाव का तरीका
1. फैटी लिवर में क्या खाएं ? (Fatty Liver Mein kya Khayen)
हरी पत्तेदार सब्जियां: पालक, केल और मेथी जैसी सब्जियाँ लिवर के लिए बेहतरीन होती हैं क्योंकि ये एंटीऑक्सीडेंट और फाइबर से भरपूर होती हैं।
फलों का सेवन: सेब, संतरा, पपीता, और बेरीज जैसे फल फैटी लिवर में फायदेमंद होते हैं। ये एंटीऑक्सीडेंट और विटामिन से भरपूर होते हैं, जो लिवर की मरम्मत में मदद करते हैं।
ओमेगा-3 फैटी एसिड वाले खाद्य पदार्थ: मछली (सैल्मन, सार्डिन), अलसी के बीज, अखरोट और चिया सीड्स ओमेगा-3 फैटी एसिड से भरपूर होते हैं, जो लिवर में सूजन को कम करने और फैट को घटाने में मदद करते हैं।
फाइबर युक्त खाद्य पदार्थ: ओट्स, ब्राउन राइस, और साबुत अनाज वाले खाद्य पदार्थ फाइबर से भरपूर होते हैं और पाचन प्रक्रिया को सही रखते हैं। ये लिवर से फैट को हटाने में मददगार साबित होते हैं।
ग्रीन टी: ग्रीन टी में एंटीऑक्सीडेंट्स होते हैं, जो लिवर में वसा को कम करने में मदद करते हैं और लिवर के कामकाज को बेहतर बनाते हैं।
हल्दी: हल्दी में पाया जाने वाला करक्यूमिन लिवर की सूजन को कम करने और लिवर की कार्यक्षमता को बढ़ाने में सहायक होता है।
यह भी पढ़ेंः Stage 0 Cancer के लक्षणों को पहचान लिया तो कुछ नहीं बिगाड़ पाएगी बीमारी
फैटी लिवर में क्या नहीं खाएं? (Fatty Liver Mein Kya Nahin Khana Chahie)
प्रोसेस्ड फूड (Processed Foods): जैसे फास्ट फूड, पैकेटबंद स्नैक्स, बिस्किट, और फ्रोजन फूड में अनहेल्दी फैट और शुगर होती है, जो लिवर के लिए हानिकारक होती है।
चीनी और शुगर युक्त पेय पदार्थ: शुगर युक्त पेय जैसे सॉफ्ट ड्रिंक्स, कोल्ड ड्रिंक्स, और स्वीटेड जूस फैटी लिवर की समस्या को बढ़ा सकते हैं। यह लिवर में वसा जमा करने का मुख्य कारण होते हैं।
अत्यधिक शराब: शराब फैटी लिवर का सबसे बड़ा कारण है। इसे पूरी तरह से छोड़ देना चाहिए या बहुत कम मात्रा में लेना चाहिए।
सफेद आटा और सफेद चावल: ये रिफाइंड कार्बोहाइड्रेट होते हैं, जो लिवर में वसा के जमाव को बढ़ा सकते हैं। इसके बजाय ब्राउन राइस और साबुत अनाज का सेवन करें।
तले हुए और फैट वाले भोजन: गहरे तेल में तले हुए भोजन और सैचुरेटेड फैट वाले खाद्य पदार्थ लिवर में फैट की मात्रा बढ़ा सकते हैं। ऐसे में तले हुए भोजन से दूर रहना चाहिए।
नैचुरल तरीके से फैटी लिवर को कैसे ठीक करें? (Fatty Liver ko Natural Thik kaise Karein)
वजन कम करें: वजन कम करना फैटी लिवर को ठीक करने के सबसे प्रभावी तरीकों में से एक है। 5-10% तक वजन कम करने से लिवर की फैट की मात्रा में काफी कमी आ सकती है।
नियमित व्यायाम: रोजाना कम से कम 30 मिनट का व्यायाम करें। तेज चलना, साइकिल चलाना, योग या तैराकी जैसे व्यायाम फैटी लिवर को ठीक करने में मदद करते हैं। नियमित व्यायाम से लिवर की कार्यक्षमता बढ़ती है और फैट कम होता है।
पर्याप्त नींद लें: सही मात्रा में और अच्छी गुणवत्ता वाली नींद भी फैटी लिवर की समस्या को ठीक करने में सहायक है। नींद की कमी से शरीर में सूजन बढ़ सकती है, जिससे लिवर पर बुरा असर पड़ता है।तनाव कम करें: तनाव कम करने के लिए ध्यान (मेडिटेशन) और योग करें, जिससे लिवर की स्थिति में सुधार हो सकता है। मानसिक और शारीरिक तनाव लिवर की समस्याओं को बढ़ा सकते हैं।
पानी अधिक पीएं: रोजाना 8-10 गिलास पानी पीना लिवर की सफाई के लिए महत्वपूर्ण होता है। पानी पीने से लिवर में जमा विषाक्त पदार्थ बाहर निकलते हैं और लिवर स्वस्थ रहता है।
यह भी पढ़ेंः Cholestrol- Blood Sugar का काल और Kidney का कवच है ये Superfood, जरूर खाएं
याद रखें ये बातें
फैटी लिवर की समस्या को नियंत्रित और ठीक करने के लिए सही आहार और जीवनशैली में बदलाव जरूरी है। हरी सब्जियों, फल, फाइबर और ओमेगा-3 फैटी एसिड से भरपूर आहार का सेवन करके, नियमित व्यायाम और तनाव प्रबंधन से इस समस्या को नैचुरल तरीके से ठीक किया जा सकता है। आपको हफ्ते में ही फर्क दिखना शुरू हो जाएगा।