बोटॉक्‍स इंजेक्शन लगवाने जा रहीं है तो पहले जान लें इससे जुड़े मिथ और फैक्ट्स

punjabkesari.in Thursday, Mar 14, 2019 - 10:09 AM (IST)

बढ़ती उम्र क निशानों को छिपाने के लिए आजकल लड़कियों में बोटॉक्स का चलन खूब देखने को मिल रहा हैं। बोटॉक्स इंजेक्शन चेहरे की फाइन लाइन्स और रिंकल्स को हटाने के लिए इस्तेमाल किए जाते हैं। इससे चेहरे की मसल्‍स रिलैक्स हो जाती हैं। मगर बोटॉक्स इंजेक्शन लगवाने से पहले लड़कियों के दिमाग में खूब सारे ख्याल आते हैं और आज हम आपको बोटॉक्स से जुड़े ऐसे ही कुछ मिथ व फैक्ट्स के बारे में बताएंगे। तो अगर आप भी बोटॉक्स इंजेक्शन लगवाने की सोच रहीं है तो पहले इससे जुड़ी ये जरूरी बातें जान लें।

 

क्या है बोटोक्स इंजेक्शन?

दरअसल, बोटॉक्स सर्जरी में इंजेक्शन लगाया जाता हैं, जिससे चेहरे की झुर्रियों को छिपाया जाता है। इसके अलावा इस ट्रीटमेंट से होंठों को प्लमी लुक भी दिया जाता है। इसके जरिए मांसपेशियों को ढीला और स्थिर किया जाता है।

 

बोटॉक्स से जुड़े फैक्ट्स व मिथ
मिथ: बोटॉक्स ट्रीटमेंट सेफ नहीं है।

फैक्‍ट: अक्सर बोटॉक्स इंजेक्शन लेने से पहले महिलाओं के मन में ख्याल आता है कि बोटॉक्स सेफ भी है या नहीं। आपको बता दें कि एक्सपर्ट बोटॉक्स को सबसे सेफ ब्यूटी ट्रीटमेंट में एक मानते हैं क्योंकि इसके काम करने का तरीका बहुत ही वैज्ञानिक है।

PunjabKesari

मिथ: क्या बोटॉक्‍स इंजेक्शन पेनफुल है?

फैक्‍ट: ज्यादातर महिलाओं को लगता है कि बोटॉक्स से काफी दर्द होता है जबकि यह बात पूरी तरह गलत है। बोटॉक्स में अन्य इंजेक्शन की तरह ही हल्की-सी चुभन होती है। इस इंजेक्शन को लगवाने के बाद आप तुरंत अपनी सामान्य दिनचर्या में वापिस आ सकती हैं।

 

मिथ: सिर्फ एक बार का इलाज है बोटॉक्स

फैक्ट: अगर आपको लगता है कि एक बार बोटॉक्स इंजेक्शन लगवाने के बाद आपको दोबारा इसकी जरूरत नहीं पड़ेगी तो आप गलत हैं। एक बोटॉक्स ट्रीटमेंट लगभग 3 महीने तक रहता है और अगर इसका कोई साइड इफैक्ट ना हो तो उस हिस्से पर दोबारा इंजेक्शन लगाया जाता है। यह ट्रीटमेंट हर चार से 6 माह में लेना पड़ता है।

 

मिथ: बोटॉक्स ट्रीटमेंट से चेहरा प्लास्टिक जैसा तो नहीं दिखता

फैक्‍ट: ऐसा बिल्कुल नहीं है। बोटॉक्स ट्रीटमेंट आपके लुक को बदलने के बजाए बढ़ाता है। हालांकि जब ट्रीटमेंट का इस्‍तेमाल जरूरत से ज्‍यादा मात्रा में किया जाता है तो इलाज वाली स्किन सूजा हुआ या हार्ड दिख सकती है लेकिन वह सूजन कुछ समय में गायब भी हो जाती है।

PunjabKesari

मिथ: असर खत्म होने के बाद रिंकल्‍स बिगड़ तो नहीं जाते

फैक्‍ट: बोटॉक्स ट्रीटमेंट स्थाई ट्रीटमेंट नहीं है लेकिन ऐसा नहीं है कि इंजेक्शन का असर खत्म होने के बाद रिंकल्स बिगड़ जाएंगे। इसका असर 4-6 महीने तक रहता है और अगर उसके बाद आप कोई ट्रीटमेंट करवाना चाहती हैं तो अपने स्पेशलिस्ट से सलाह जरूर लें।

 

मिथ: बोटॉक्स प्लास्टिक सर्जरी के समान है।

फैक्‍ट: सर्जरी के दौरान चेहरे पर एनेस्थीसिया, कट और टांके लगाए जाते हैं लेकिन बोटॉक्स में सिर्फ एक इंजेक्शन लगना है। वहीं प्लास्टिक सर्जरी स्थायी है जबकि बोटॉक्स अस्थायी है। ऐसे में आप इन्हें एक समान नहीं कह सकतीं।

 

मिथ: बोटॉक्‍स बहुत महंगा ट्रीटमेंट है?

फैक्‍ट: बहुत-सी महिलाओं को लगता है कि बोटॉक्स ट्रीटमेंट काफी महंगा है लेकिन वास्तव में यह बहुत सस्ता है। बोटॉक्स का एक सेशन 6,000 रुपए से लेकर 20,000 रुपए तक हो सकता है, जो इस बात पर निर्भर करता है कि यह किस हिस्से में किया गया है।

PunjabKesari


सबसे ज्यादा पढ़े गए

Content Writer

Anjali Rajput

Recommended News

Related News

static