Diabetes Patient के लिए मीठे का बेस्ट ऑप्शन है डार्क चॉकलेट, इस खाने से नहीं बढ़ेगी शुगर !
punjabkesari.in Thursday, Dec 05, 2024 - 07:43 PM (IST)
नारी डेस्क: एक अमेरिकी अध्ययन के अनुसार, सप्ताह में पांच बार डार्क चॉकलेट खाने से (दूध वाली नहीं ) टाइप 2 मधुमेह के जोखिम को कम करने में मदद मिल सकती है। चॉकलेट में फ्लेवनॉल्स (फलों और सब्जियों में पाया जाने वाला एक प्राकृतिक यौगिक) का उच्च स्तर होता है, जो हृदय स्वास्थ्य को बढ़ावा देने और मधुमेह के जोखिम को कम करने में मदद करता है।
मधुमेह और चॉकलेट के बीच संबंधों का हुआ विश्लेषण
शोधकर्ताओं ने महिला नर्सों और पुरुष स्वास्थ्य पेशेवरों के तीन दीर्घकालिक अमेरिकी अवलोकन अध्ययनों से डेटा को संयोजित किया, जिनका मधुमेह, हृदय रोग या कैंसर का कोई इतिहास नहीं था। उन्होंने 25 वर्षों की औसत निगरानी अवधि में 192,208 प्रतिभागियों के लिए टाइप 2 मधुमेह और कुल चॉकलेट खपत के बीच संबंधों का विश्लेषण किया, और 111,654 प्रतिभागियों के लिए चॉकलेट उपप्रकार (डार्क और दूध) की खपत का विश्लेषण किया। कुल चॉकलेट के विश्लेषण में, 18,862 लोगों को टाइप 2 मधुमेह हुआ।
चॉकलेट प्रेमियों को टाइप 2 मधुमेह का कम खतरा
लेखकों ने पाया कि जो लोग सप्ताह में कम से कम पांच बार किसी भी प्रकार की चॉकलेट खाते हैं, उनमें उन लोगों की तुलना में टाइप 2 मधुमेह की दर 10 प्रतिशत कम देखी गई, जो शायद ही कभी या कभी भी चॉकलेट नहीं खाते। समान जोखिम कारकों को समायोजित करने के बाद, जो लोग सप्ताह में कम से कम पांच बार डार्क चॉकलेट खाते हैं, उनमें टाइप 2 मधुमेह का जोखिम 21 प्रतिशत कम होता है, लेकिन दूध चॉकलेट के सेवन के लिए कोई महत्वपूर्ण संबंध नहीं पाया गया।
शोधकर्ताओं ने यह भी पाया कि डार्क चॉकलेट की प्रत्येक अतिरिक्त साप्ताहिक सर्विंग के लिए टाइप 2 मधुमेह का जोखिम 3 प्रतिशत कम होता है। दरअसल डार्क चॉकलेट में अन्य चॉकलेट्स की तुलना में शुगर कम होती है और इसमें फ्लावोनोइड्स और एंटीऑक्सीडेंट्स होते हैं। डार्क चॉकलेट का सेवन इंसुलिन के प्रति कोशिकाओं की संवेदनशीलता को बढ़ा सकता है, जिससे ब्लड शुगर लेवल नियंत्रित रहता है। डार्क चॉकलेट रक्त संचार को बेहतर बनाती है और कोलेस्ट्रॉल के स्तर को संतुलित रखने में मदद करती है।
ध्यान रखने योग्य बातें
-डायबिटीज के मरीजों को हमेशा कम चीनी वाली 70% या उससे अधिक कोको वाली डार्क चॉकलेट का ही चयन करना चाहिए।
-डार्क चॉकलेट का सेवन सीमित मात्रा में करें। रोजाना 20-30 ग्राम से अधिक न खाएं।
- अपने आहार में डार्क चॉकलेट को शामिल करने से पहले डॉक्टर से परामर्श लें।
-दूध चॉकलेट में अधिक चीनी और कम पोषक तत्व होते हैं, जो ब्लड शुगर को बढ़ा सकते हैं।
डार्क चॉकलेट के ये फायदे तभी मिलेंगे जब इसे सही प्रकार और सही मात्रा में खाया जाए। ज्यादा सेवन से ब्लड शुगर बढ़ सकता है, इसलिए हमेशा संतुलित मात्रा का ध्यान रखें।