Body Pain से तुरंत राहत दिलाएंगे ये नेचुरल पेन किलर, नहीं खानी पड़ेगी दवा
punjabkesari.in Friday, Jul 30, 2021 - 01:13 PM (IST)
कई लोग शरीर में छोटी-मोटी चोट लगने या दर्द की शिकायत होने पर दवाओं का सहारा लेते हैं। मगर एक्सपर्ट्स के अनुसार, इन छोटी-छोटी समस्याओं से बचने के लिए आप अपने किचन में मौजूद चीजों के सेवन कर सकती है। जी हां, लहसुन, हल्दी, लौंग, पुदीना आदि चीजों में एंटी-ऑक्सीडेंटस, एंटी-बैक्टीरियल व औषधीय गुण पाए जाते हैं। आयुर्वेद अनुसार, ये सब चीजें नेचुरल पेन किलर की तरह काम करती है। चलिए जानते हैं इन आयुर्वेदिक चीजों के बारे में...
लौंग
दांत दर्द से छुटकारा पाने के लिए लौंग नेचुरल पेन किलर की तरह काम करता है। इसमें मौजूद एंटी-इंफ्लेमेटरी, एंटी-वायरल, औषधीय आदि गुण दांत व मसूड़ों में सूजन और इससे जुड़ी अनय समस्याओं से आराम दिलाते हैं। लौंग के तेल को कॉटन में डुबोकर होने वाले दांत दर्द पर दबाकर कुछ देर रखने से राहत मिलती है। इसके अलावा लौंग की 2 कलियां चबाने से भी आराम मिलता है।
लहसुन
लहसुन में मौजूद पोषक तत्व, एंटी-ऑक्सीडेंट्स व औषधीय गुण सेहत को दुरुस्त रखने में मदद करते हैं। इसके सेवन से संक्रमण से बचाव रहता है। वहीं मानसून में कई लोगों को कान दर्द की शिकायत होती है। ऐसे में लहसुन की कुछ कलियों को सरसों तेल में गर्म करें। फिर तेल को हल्का ठंडा करके छान लें। अब इसकी 2-3 बूंदें कान में डालें। दिन में 2-3 बार इस उपाय को करें। इससे कुछ ही दिनों में कान दर्द दूर हो जाएगा।
धनिया
एसिडिटी, अपच, पेट में दर्द, जलन आदि की समस्या होने पर धनिया का सेवन करना कारगर माना जाता है। 1 गिलास छाछ में चुटकीभर भुना हुआ सूखा धनिया मिलाकर पीने से गैस व पेट संबंधी अन्य समस्याओं से आराम मिलता है। इसके अलावा इसकी चटनी बनाकर खाना भी फायदेमंद होता है।
हल्दी
हल्दी पोषक तत्व, एंटी-बैक्टीरियल, एंटी-वायरल, व औषधीय गुणों से भरपूर होती है। इसके इस्तेमाल गंभीर चोट, पुराने दर्द, सूजन व अंदरुनी घाव से छुटकारा पाने के लिए किया जाता है। आयुर्वेद के अनुसार, रोजाना सोने से पहले हल्दी वाला दूध पीने से इम्यूनिटी बूस्ट होती है। थकान, कमजोरी दूर होकर शरीर का बीमारियों से बचाव रहता है।
अनानास
पाचन दुरुस्त रखने व पेट संबंधी समस्याओं से बचने के लिए अनानास का सेवन करना बेस्ट माना जाता है। इसे खाने या जूस पीने से पेट फूलना, मितली, बेचैनी व पेट संबंधी परेशानियों से छुटकारा मिलता है। इसके अलावा शरीर में सूजन की समस्या से भी आराम मिलता है।
पुदीना
पुदीना में एंटी-ऑकसीेडेंट्स, एंटी-बैक्टीरियल, एंटी-इंफ्लेमेटरी, पोषक तत्व व औषधीय गुण होते हैं। इसकी चाय का सेवन करने से शरीर, सिर व मांसपेशियों में दर्द से आराम मिलता है। इसके अलावा इसकी चाय खाने से पाचन दुरुस्त रहने में मदद मिलती है। ऐसे में पेट दर्द, अपच, एसिडिटी आदि समस्याओं से बचाव रहता है।
आइस ट्रीटमेंट
मांसपेशियों में खिंचाव, शरीर में कहीं कटने, मोच या खरोंच की दर्द से राहत पाने के लिए आप आइस ट्रीटमेंट ले सकती है। इसके लिए आप कपड़े में बर्फ के टुकड़े रखकर प्रभावित जगह पर सिकाई कर सकती है। इससे आपको जल्द ही दर्द व सूजन से राहत मिलेगी। इसके साथ ही इससे उस जगह पर खून जमने की परेशानी भी नहीं होती है। शरीर की अकड़न दूर होकर लचीलापन आता है।
ब्लू बैरीज
मूत्र मार्ग में संक्रमण या जलन से राहत दिलाने में ब्लू बैरीज फायदेमंद मानी जाती है। आप इसे फ्रूट सैलेड, जूस, स्मूदी, शेक आदि की तरह डेली डाइट में सेवन कर सकती है।